विश्वास न्यूज की पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो को ग्राफिक डिजाइनर रोहित सांखला ने अपने यूट्यूब चैनल ‘शिवाजी होम डिजाइन’ के लिए बनाया था, जिसे लोगों ने इसे आधिकारिक वीडियो समझ कर शेयर करना शुरू कर दिया। राम मंदिर के एनिमेशन का असली वीडियो वायरल वीडियो से काफी अलग है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर मंदिर के 3डी एनिमेशन का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो को शेयर कर यूजर्स इसे उत्तर प्रदेश के अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के आधिकारिक एनिमेशन का बता रहे हैं। साथ ही यह भी कह रहे हैं कि राम मंदिर बनने के बाद कुछ इस तरह से नजर आएगा।
विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा गलत साबित हुआ। वायरल वीडियो को ग्राफिक डिजाइनर रोहित सांखला ने अपने यूट्यूब चैनल ‘शिवाजी होम डिजाइन’ के लिए बनाया था, जिसे लोगों ने आधिकारिक वीडियो बताकर शेयर करना शुरू कर दिया। राम मंदिर के एनिमेशन का असली वीडियो वायरल वीडियो से काफी अलग है।
फेसबुक यूजर जितेंद्र सिंह ने 11 जनवरी 2023 को वायरल वीडियो को शेयर किया है। यूजर ने वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “करोड़ों हिन्दुओं का धाम अयोध्या में भव्य श्री राम मंदिर अगले वर्ष जनवरी में स्थापित हो रहा है। जय श्री राम।”
पोस्ट के कंटेंट को यहां ज्यों का त्यों लिखा गया है। इसे दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। इसका आकाईव वर्जन यहां देखें।
वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स से सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें पूरा वीडियो ‘शिवाजी होम डिजाइन’ नामक एक यूट्यूब चैनल पर अपलोड हुआ मिला। वीडियो को 3 नवंबर 2021 को शेयर किया गया था। दी गई जानकारी के मुताबिक, वीडियो को रोहित सांखला ने बनाया है, जो कि एक ग्राफिक डिजाइनर हैं और इस तरह के वीडियोज बनाते हैं। उनके चैनल पर इस तरह के काफी वीडियो मौजूद हैं।
पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने गूगल पर अन्य कीवर्ड्स के जरिए सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें दावे से जुड़ी एक रिपोर्ट एएनआई की आधिकारिक वेबसाइट पर प्रकाशित मिली। रिपोर्ट को 13 जनवरी 2022 को प्रकाशित किया गया था। रिपोर्ट के अनुसार, राम मंदिर ट्रस्ट ने 13 जनवरी 2022 को राम मंदिर के 3डी एनिमेशन का वीडियो जारी किया था।
हमें सर्च के दौरान दावे से जुड़ी एक अन्य रिपोर्ट दैनिक जागरण की वेबसाइट पर 13 फरवरी 2022 को प्रकाशित मिली। रिपोर्ट के मुताबिक, राम मंदिर ट्रस्ट ने राम मंदिर के 3डी एनिमेशन का दूसरा वीडियो 13 फरवरी को जारी किया था।
पड़ताल के आगे बढ़ाते हुए हमने राम मंदिर ट्रस्ट के आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट्स को खंगालना शुरू किया। इस दौरान हमें दोनों वीडियो अकाउंट पर पोस्ट हुए मिली। पहला वीडियो 13 जनवरी 2022 और दूसरा 13 फरवरी 2022 को शेयर किया गया था। दोनो वीडियो को पूरा देखने पर हमने पाया कि यह वायरल वीडियो से काफी अलग है।
अधिक जानकारी के लिए हमने वायरल वीडियो को बनाने वाले ग्राफिक डिजाइनर रोहित सांखला से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया, वायरल दावा गलत है। उन्होंने ये वीडियो लोगों की आस्था और जगह को ध्यान में रखकर एक साल पहले बनाया था। इसका राम मंदिर ट्रस्ट या निर्माण से कोई संबंध नहीं है। मैंने ये वीडियो अपने चैनल पर अपलोड करने के लिए बनाया था, लेकिन लोगों ने इसे आधिकारिक वीडियो समझकर शेयर करना शुरू कर दिया।
दैनिक जागरण की वेबसाइट पर 10 जनवरी 2023 को प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, “मंदिर के प्रथम तल का निर्माण दिसंबर 2023 तक पूरा होना है। अगले वर्ष जनवरी में भव्य गर्भगृह में रामलला विराजमान होंगे, भक्तों का दर्शन प्रारंभ हो जाएगा। इसी को ध्यान में रखते हुए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट पत्थर गढ़ाई सहित अन्य सभी तैयारियों को समय से पहले ही पूरा कर लेना चाहता है। इससे पत्थरों की गढ़ाई में श्रमिकों की फौज तैनात की गई। राजस्थान के सिरोही की कार्यशालाओं में तकरीबन एक हजार व अयोध्या के रामसेवकपुरम, न्यास कार्यशाला व मंदिर परिसर में पांच सौ श्रमिक हैं।”
पड़ताल के अंत में विश्वास न्यूज ने फेक दावे को शेयर करने वाले यूजर जितेंद्र सिंह के फेसबुक हैंडल की सोशल स्कैनिंग की। फेसबुक पर यूजर के 3 हजार 5 सौ से ज्यादा मित्र हैं। प्रोफाइल पर दी गई जानकारी के मुताबिक, यूजर रायबरेली का रहने वाला है।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो को ग्राफिक डिजाइनर रोहित सांखला ने अपने यूट्यूब चैनल ‘शिवाजी होम डिजाइन’ के लिए बनाया था, जिसे लोगों ने इसे आधिकारिक वीडियो समझ कर शेयर करना शुरू कर दिया। राम मंदिर के एनिमेशन का असली वीडियो वायरल वीडियो से काफी अलग है।
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