Fact Check : दहेज से जुड़ा यह वीडियो जागरूकता के लिए बनाया गया था, लोगों ने सच समझकर दिया वायरल

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में दहेज से जुड़ी वायरल पोस्‍ट भ्रामक साबित हुई। यह वीडियो जागरूकता के मकसद के लिए बनाया गया था। लेकिन इसे कुछ लोग सच समझकर वायरल कर रहे हैं।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज )। सोशल मीडिया के विभिन्‍न प्‍लेटफार्म पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें एक दूल्‍हे को कुछ लोग पकड़े हुए देखे जा सकते हैं। वीडियो में दूल्‍हे की ओर से दहेज में बाइक की मांग की जा रही है। दूसरी ओर, लड़की के तरफ वाले इसका विरोध कर रहे हैं। सोशल मीडिया यूजर्स इस वीडियो को सच समझकर शेयर और कमेंट कर रहे हैं। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। यह भ्रामक साबित हुई। जिस वीडियो को लोग सच समझकर वायरल कर रहे हैं, वह स्क्रिप्टेड वीडियो है। इसे जागरूकता के मकसद से बनाया गया था।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक पेज शिवम आर्य ने 5 जून को एक वीडियो को अपलोड करते हुए दावा किया : ‘ दूल्हे ने किया शादी से इंकार ,पहले बाइक तब सिंदूर डालेंगे, भाई ने किया अच्छे से स्वागत!’

वायरल वीडियो को दूसरे यूजर्स भी शेयर कर रहे हैं। फेसबुक पोस्ट के कंटेंट को यहां ज्यों का त्यों लिखा गया है। इसके आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है। फेसबुक के अलावा यह वीडियो ट्विटर और यूट्यूब पर भी वायरल है।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल वीडियो की सच्‍चाई जानने के लिए सबसे पहले इसके कई कीफ्रेम्‍स निकाल गूगल रिवर्स इमेज टूल में अपलोड करके सर्च करना शुरू किया। वायरल वीडियो हमें एक यूट्यूब चैनल पर मिला। 5 जून को अपलोड इस वीडियो में इसका सोर्स मौर्या देसी कलाकार को बताया गया था।

इसके आधार पर सर्च करने पर ओरिजनल वीडियो मिस्‍टर मौर्या देसी कलाकार नाम के एक फेसबुक पेज पर मिला। इसे यहां 4 जून को दोपहर के 2:16 बजे अपलोड किया गया था। वीडियो के साथ यह भी बताया गया कि यह वीडियो जागरूकता के लिए बनाया गया। ओरिजनल वीडियो यहां देखा जा सकता है।

विश्वास न्‍यूज ने पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए इस फेसबुक पेज के एडमिन मनजीत मौर्या से संपर्क किया। उन्‍होंने विश्‍वास न्‍यूज को जानकारी देते हुए बताया कि वायरल वीडियो जागरूकता के मकसद से बनाया गया था, लेकिन कुछ लोगों ने इसे सच समझकर वायरल कर दिया। वीडियो के बारे में जानकारी देते हुए मौर्या ने बताया कि यह वीडियो 3 जून को बिहार के मोतिहारी में बनाया गया था।

जांच के अंतिम दौर पर जागरूकता के वीडियो को सच समझकर वायरल करने वाले यूजर की जांच की गई। फेसबुक पेज शिवम आर्य की सोशल स्‍कैनिंग में पता चला कि यूजर नवादा में रहता है। इसके पेज को 12 हजार से ज्‍यादा लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में दहेज से जुड़ी वायरल पोस्‍ट भ्रामक साबित हुई। यह वीडियो जागरूकता के मकसद के लिए बनाया गया था। लेकिन इसे कुछ लोग सच समझकर वायरल कर रहे हैं।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट