विश्वास न्यूज (नई दिल्ली): सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें कुछ लोगों को एक महिला को उठा कर ले जाते हुए देखा जा सकता है। पोस्ट के साथ उपयोगकर्ता दावा कर रहे हैं कि घटना पिंगला, पश्चिम बंगाल की है। विश्वास न्यूज ने पड़ताल की और वायरल पोस्ट को फर्जी पाया। वायरल वीडियो पुराना है और बांग्लादेश का है।
क्या है वायरल पोस्ट में
वायरल वीडियो में कुछ लोगों को एक महिला को उठा कर ले जाते हुए देखा जा सकता है। फेसबुक उपयोगकर्ता राजेश पासवान ने 6 मई, 2021 को फेसबुक पर इस वीडियो को साझा करते हुए लिखा, “भाजपा की कार्यकर्ता व बूथ पोलिंग एजेंट . बंगाल टीएमसी को इससे बड़ा सबूत भी चाहिए क्या उठा के ले जाते हुए लड़की को दिन दहाड़े 15-20 जिहादी गुण्डो द्वारा बलात्कार और फिर हत्या।”
फेसबुक पोस्ट का आर्काइव लिंक यहां देखा जा सकता है।
पड़ताल
हमने इस वीडियो के कीफ्रेम्स को गूगल रिवर्स इमेज पर ढूंढा तो हमें इस वीडियो का लम्बा संस्करण ‘রহমত আলী হেলালী‘ नाम के बांग्लादेशी फेसबुक यूजर के टाइमलाइन पर मिला। 27 अप्रैल, 2021 को अपलोड किये गए इस पोस्ट के साथ लिखे डिस्क्रिप्शन के अनुसार वीडियो में दिख रही महिला एक हिन्दू थी जिसने एक मुस्लिम पुरुष के शादी कर ली थी। इस महिला को पुलिस की मदद से स्थानीय लोगों ने जबरन उसके हिंदू माता-पिता को सौंप दिया गया था। यह घटना बांग्लादेश के भोला में दौलतखान में हुई थी। वीडियो में महिला को विरोध करते हुए देखा जा सकता है। हमारे बांग्ला ट्रांसलेटर ने हमें बताया कि वीडियो में महिला कह रही है कि उसे अपने माता-पिता के साथ नहीं जाना और वह अपने पति के साथ रहेगी।”
यहाँ से हिंट लेते हुए हमने कीवर्ड्स के साथ ढूंढा। हमें इस मामले में एक खबर dainikamadershomoy.com पर मिली। खबर के अनुसार महिला एक हिन्दू हैं जिसने एक मुस्लिम पुरुष से शादी की और इस्लाम में परिवर्तित हो गई। जब उनके पिता को पता चला तो उन्होंने अपहरण और महिला और बाल उत्पीड़न रोकथाम अधिनियम के तहत इस मामले की लिखित शिकायत दर्ज की, तो महिला को स्थानीय पुलिस ने ‘बचा लिया’ और उसके परिवार को सौंप दिया। मामला बांग्लादेश के भोला में दौलतखान दर्ज किया गया था।
इस मामले में ज़्यादा डिटेल ढाका पोस्ट पर भी पढ़ी जा सकती है।
इस विषय में पुष्टि के लिए हमने बांग्लादेश के वरिष्ठ पत्रकार और ज़ाकिगोंज सांगबाद नामक बांग्लादेशी न्यूज़ आउटलेट के संस्थापक रहमत अली हाली से संपर्क साधा और उनके साथ यह वीडियो शेयर किया। उन्होंने पुष्टि की कि यह बांग्लादेश की घटना है।
दैनिक जागरण की वेबसाइट पर 6 मई को प्रकाशित खबर के अनुसार, “बंगाल में विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद से जारी राजनीति हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। प्रदेश भाजपा ने गुरुवार को दावा किया कि पिछले 24 घंटे के दौरान उसके दो और कार्यकर्ताओं की निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई है। इसके अलावा राज्य के विभिन्न स्थानों पर भाजपा कार्यकर्ताओं व उनके घरों पर हमले का भी दावा किया है।” ज़्यादा जानकारी के लिए ये खबर पढ़ें।
हमने फेसबुक उपयोगकर्ता राजेश पासवान के प्रोफाइल को स्कैन किया, जिसने वायरल पोस्ट को साझा किया था। हमने पाया कि प्रोफ़ाइल को 4431 लोग फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने पड़ताल की और वायरल पोस्ट को फर्जी पाया। वायरल वीडियो पुराना है और बांग्लादेश का है।
इस खबर को अंग्रेजी में यहाँ पढ़ा जा सकता है।
यह फैक्ट चैक एकता कंसोर्टियम (भारत में छह फैक्ट चेक संगठनों का समूह) के सहयोग से प्रकाशित किया गया है।
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