Fact Check : पांवटा साहिब के नाम पर वायरल हो रहा लड़कियों की लड़ाई का यह वीडियो झारखंड का है

पांवटा साहिब में हुई लड़कियों की लड़ाई के नाम से वायरल वायरल हो रहा दावा विश्वास न्यूज़ की जांच में भ्रामक निकला। झारखंड के पलामू के डिज्नीलैंड मेले के दौरान यह घटना हुई थी, जिसे अब हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के गुरुद्वारा श्री पांवटा साहिब के होला-मोहल्ला का बताकर वायरल किया जा रहा है।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के गुरुद्वारा श्री पांवटा साहिब में 339वां होला-मोहल्ला श्रद्धापूर्वक और धूमधाम से मनाया गया। अब इसी से जोड़कर 51 सेकंड का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है। वीडियो में कुछ लड़कियों को आपस में लड़ते हुए देखा जा सकता है। वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि पांवटा साहिब के होला-मोहल्ला में बीती देर शाम युवतियां आपस में भिड़ गई और उनके बीच जमकर लात घूंसे चले।

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्ट की जांच की और दावे को भ्रामक पाया। हमारी जांच में पता चला कि वीडियो झारखंड में एक मेले के दौरान हुई घटना का है। जिसे अब गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

क्या हो रहा है वायरल

फेसबुक पेज Gk Newse Channel Live ने 10 मार्च को यह वीडियो शेयर करते हुए दावा किया : ‘पोंटा साहिब के होला मोहल्ला में बीती देर शाम आधा दर्जन से अधिक युवतियां आपस में भिड़ गई इस दौरान उन्होंने एक दूसरे के बाल नोच डालें।

प्राप्त जानकारी के अनुसार होला मोहल्ला में युवतियों के बीच आपसी टकराव के बाद बहस हो गई इस दौरान आधा दर्जन से अधिक युवतियां आपस में भिड़ गई और एक दूसरे के बाल नोचने लगी हालांकि इस पूरे मामले की अभी कोई शिकायत दर्ज नहीं करवाई गई है लेकिन देखने वाली बात यह है कि आसपास मौजूद महिलाएं और अन्य लोग तमाशबीन बने रहे किसी ने भी हस्तक्षेप कर इन्हें अलग करने का प्रयास नहीं किया। वहीं दूसरी और कुछ लोग इस पूरी लड़ाई का वीडियो बनाने लगे जिसे वायरल भी किया गया है इस वायरल वीडियो में युवतियां आपस में बुरी तरह से उलझी हुई है और एक दूसरे के बाल नोच रही है।’

वायरल पोस्‍ट के क्‍लेम को यहां ज्‍यों का त्‍यों ही लिखा गया है। इसे सच मानकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। पोस्ट का आर्काइव लिंक यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने इनविड टूल का इस्तेमाल करके कई की-फ्रेम निकाले। इसके बाद इन्‍हें गूगल रिवर्स इमेज के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें hindi.asianetnews.com की वेबसाइट पर वायरल वीडियो से जुड़ी खबर प्रकाशित मिली। 31 जुलाई 2022 को प्रकाशित खबर में वीडियो के स्क्रीनशॉट का इस्तेमाल करते हुए बताया गया ,”झारखंड के पलामू जिले में लड़कियों के बीच हो रही मारपीट का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। वीडियो में कई लड़कियां एक-दूसरे के साथ मारपीट करती दिख रही हैं। वहां मौजूद लोग लड़कियों को छुड़ाने की हिम्मत तक नहीं जुटा पा रहे हैं। हालांकि, “बाद में पुलिस के पहुंचने के बाद मामला शांत कराया गया। पुलिस ने सभी लड़कियों को समझा-बुझाकरअपने-अपने घर वापस भेज दिया। वीडियो जिले के डाल्टनगंज शहर में स्थित शिवाजी मैदान में लगने वाली डिज्नीलैंड मेला का है।”

सर्च के दौरान हमें ईटीवी भारत डॉट कॉम की वेबसाइट पर भी वायरल वीडियो से जुड़ी खबर मिली। 31 जुलाई 2022 को प्रकाशित खबर में दी गई जानकारी के मुताबिक ,”कीचड़ को लेकर मेले में महासंग्राम, आपस में भिड़ी दो लड़की और उनकी सहेलियां, जमकर चले लात और घूंसे। कीचड़ पड़ने को लेकर पलामू के डिज्नीलैंड मेला में जमकर मारपीट हुई।दो लड़कियां और उनकी सहेलियां आपस में भिड़ गई।मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

पहले भी ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। तब इसे दिल्ली का बताया जा रहा था ,उस समय विश्वास न्यूज़ ने इसकी पड़ताल की थी। आप हमारी फैक्ट चेक स्टोरी को यहां पढ़ सकते हैं।

अधिक जानकारी के लिए हमने दैनिक जागरण हिमाचल प्रदेश के स्टेट एडिटर नवनीत शर्मा के साथ संपर्क किया।  उनके साथ वायरल पोस्ट को शेयर किया। उन्होंने हमें बताया ,”वीडियो पांवटा साहिब का नहीं है। यह वीडियो कई महीने से पांवटा साहिब के नाम से वायरल किया जा रहा है , जो बिल्कुल गलत है। “

पड़ताल के अंत में हमने झारखण्ड के वीडियो को हिमाचल के गुरुद्वारा श्री पांवटा साहिब का बताकर शेयर करने वाले पेज की सोशल स्कैनिंग की। हमें पता चला कि इस पेज को 5 हज़ार से अधिक लोग फॉलो करते हैं। इस पेज को 10,दिसंबर 2021 को बनाया गया है।

निष्कर्ष: पांवटा साहिब में हुई लड़कियों की लड़ाई के नाम से वायरल वायरल हो रहा दावा विश्वास न्यूज़ की जांच में भ्रामक निकला। झारखंड के पलामू के डिज्नीलैंड मेले के दौरान यह घटना हुई थी, जिसे अब हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के गुरुद्वारा श्री पांवटा साहिब के होला-मोहल्ला का बताकर वायरल किया जा रहा है।

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