विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह वीडियो चंद्रयान का नहीं, बल्कि एक कंप्यूटर जेनरेटेड क्लिप है।
नई दिल्ली (Vishvas News)। भारत के चंद्रयान-3 मिशन के बाद से ही सोशल मीडिया पर कई प्रकार की फर्जी और भ्रामक पोस्ट वायरल हुईं। असंबधित वीडियो से लेकर तस्वीरों का इस्तेमाल झूठ फैलाने के लिए किया गया। अब सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल करते हुए दावा किया जा रहा है कि चंद्रमा पर एस्ट्रॉयड टकराया है। वीडियो में दिखाया गया कि एक एस्ट्रॉयड चन्द्रमा की सतह से टकराता है, जिसके बाद वहां एक विस्फोट होता है। पोस्ट के साथ दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो असली है।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह वीडियो किसी असली घटना का नहीं, बल्कि सॉफ्टवेयर टूल और ग्राफिक्स के इस्तेमाल से बनाया गया है। यह कंप्यूटर जेनरेटेड क्लिप है।
वायरल वीडियो को अचिंता भुइ नाम के यूजर ने शेयर किया है। पोस्ट के साथ लिखा है, “एस्ट्रोइड हिटिंग मून। #NASA”
इस पोस्ट का आर्काइव वर्जन यहां देखा जा सकता है।
कीवर्ड्स के साथ ढूंढ़ने पर हमें यह वीडियो कई फेसबुक पेजों पर अपलोड मिला। मगर इन पोस्ट्स में कैप्शन में इस वीडियो को Computer-generated imagery (CGI) क्रिएटेड बताया गया था।
ऐसे ही एक वीडियो में इसका वीडियो कैरेडिट thedeepastronomy नाम के इंस्टाग्राम पेज को दिया गया था। इस वीडियो में भी कैप्शन में इसे कंप्यूटर जेनरेटेड इमेजरी बताया गया था। द डीप एस्ट्रोनॉमी नाम के यूजर के पेज पर और भी कई कंप्यूटर जेनरेटेड वीडियो हैं।
हमने इस विषय में आउटर स्पेस एक्सपर्ट गिरीश लिंगन्ना से संपर्क साधा। उन्होंने इस वीडियो को कंप्यूटर जेनरेटेड बताते हुए कहा, “यह वीडियो कंप्यूटर ग्राफिक से बना है। हालांकि, इसी साल फरवरी में जापान के एक एस्ट्रोनॉमर दाइची फुजी ने ऐसे ही एक इवेंट को रिकॉर्ड किया था, जहाँ काफी रोशनी दिखी थी। मगर ये वीडियो उस घटना का नहीं है। अमूमन ऐसे मेट्रोइड टकराने पर रिकॉर्डेड फुटेज वायरल वीडियो जितना क्लियर नहीं होता।”
ढूंढ़ने पर हमें गिरीश लिंगन्ना के द्वारा बताई गयी खबर मिली। मगर इसमें दिख रहा फुटेज वायरल फुटेज से बिल्कुल अलग था।
वायरल क्लेम में इसे नासा द्वारा जारी वीडियो बताया गया है। इसलिए हमने नासा की वेबसाइट को खंगाला। हमें कहीं भी वायरल वीडियो नहीं मिला। हाँ मगर ढूंढ़ने पर हमें चन्द्रमा पर 2006 में एक मेट्रोइड के टकराने की फुटेज मिली। मगर इस फुटेज में इम्पैक्ट वैसा नहीं था, जैसा वायरल वीडियो में दिखाया गया है। नासा की वेबसाइट पर इस बारे में लिखी खबर के अनुसार, “नासा के उल्कापिंड पर्यावरण कार्यालय के प्रमुख बिल कुक कहते हैं, “2 मई 2006 को, एक उल्कापिंड 17 बिलियन जूल गतिज ऊर्जा के साथ चंद्रमा से टकराया – जो लगभग 4 टन टीएनटी के बराबर है। प्रभाव ने एक छोटा-सा चमकीली आग का गोला बनाया, जिसे हमने 10-इंच दूरबीन का उपयोग करके वीडियो-रिकॉर्ड किया। चंद्र प्रभाव पहले भी देखा गया है। सामान हर समय चन्द्रमा से टकराता है, लेकिन यह किसी विस्फोट की अब तक की सबसे अच्छी रिकॉर्डिंग है।”
अब बारी थी फेसबुक पर इस पोस्ट को साझा करने वाले यूजर यौर डिस्कवरी के प्रोफाइल को स्कैन करने की। प्रोफाइल को स्कैन करने पर हमने पाया कि यूजर के मात्र 60 फॉलोअर्स हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह वीडियो चंद्रयान का नहीं, बल्कि एक कंप्यूटर जेनरेटेड क्लिप है।
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