Fact Check: दमन और दीव स्थित गंगेश्वर शिव मंदिर के वीडियो को नेपाल के पशुपतिनाथ मंदिर के नाम से किया जा रहा है वायरल

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। जिस वीडियो को काठमांडू के पशुपतिनाथ मंदिर का बताकर वायरल किया जा रहा है, वह दीव के गंगेश्वर महादेव मंदिर का है।

विश्‍वास न्‍यूज (नई दिल्‍ली)। सोशल मीडिया में समंदर किनारे स्थित शिव मंदिर का वीडियो इस दावे के साथ वायरल हो रहा है कि यह नेपाल में स्थित पशुपतिनाथ मंदिर का वीडियो है। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। हमें पता चला कि वायरल वीडियो का नेपाल से कोई संबंध नहीं है। यह वीडियो दमन और दीव स्थित गंगेश्वर महादेव मंदिर का है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर Dilse ने इस पोस्‍ट को अपलोड किया। वीडियो में समुद्र के किनारे 5 शिवलिंग देखे जा सकते हैं। वीडियो में समुद्र की लहरें लगातार शिवलिंगों से टकराती नज़र आ रही हैं। साथ में दावा किया जा रहा है: ‘ये वीडियो श्री पशुपति नाथ जी काठमांडू का है जो की नेपाल में है, इस शिवलिंग का फोटो बहुत मुश्किल से उपलब्ध हुआ है आप इसे अपने मित्रों को भी भेजे ताकि वो भी दर्शन का लाभ ले सके।”

फेसबुक पोस्‍ट का आर्काइव वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की सच्‍चाई जानने के लिए सबसे पहले इस वीडियो को इनविड टूल में डाला और इसके कई स्क्रीनग्रैब्स निकाले। इसके बाद हमने इन स्क्रीनग्रैब्स को गूगल रिवर्स इमेज की सहायता से सर्च किया। हमें इस मंदिर के अलग-अलग एंगल से कई वीडियो यूट्यूब और फेसबुक पर मिले। इन सभी जगहों पर इसे दीव के गंगेश्वर महादेव मंदिर का बताया गया था।

हमने कीवर्ड सर्च से ढूंढा तो हमें दीव के गंगेश्वर महादेव के और भी कई वीडियो मिले। सभी वीडियो वायरल वीडियो से एकदम समान थे। साफ़ है कि यह वीडियो दीव के गंगेश्वर महादेव मंदिर का ही है।

इस विषय में ज़्यादा पुष्टि के लिए हमने दैनिक जागरण के गुजरात संवाददाता शत्रुघ्न से बात की। उन्होंने कन्फर्म किया कि यह वीडियो दीव के गंगेश्वर महादेव मंदिर का है।

अब हमें यह जानना था कि नेपाल का पशुपतिनाथ मंदिर कैसा दिखता है। एबीपी न्‍यूज के एक वीडियो से हमें पता चला कि यह मंदिर बागमती नदी किनारे है। यहां भगवान शिव के चार मुख हैं। यह मंदिर वायरल वीडियो में दिख रहे मंदिर से एकदम अलग है। पूरा वीडियो आप नीचे देखें।

अब बारी थी उस यूजर की जांच करने की, जिसने इस वीडियो को गलत दावे के साथ वायरल किया। फेसबुक पेज Dilse के 879K फ़ॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। जिस वीडियो को काठमांडू के पशुपतिनाथ मंदिर का बताकर वायरल किया जा रहा है, वह दीव के गंगेश्वर महादेव मंदिर का है।

False
Symbols that define nature of fake news
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