Fact Check: कोलकाता रेप-मर्डर केस को लेकर चल रहे विरोध प्रदर्शन का नहीं है यह वीडियो

विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इस दावे को भ्रामक पाया। वायरल हो रहा वीडियो क्लिप कोलकाता के रेप-मर्डर केस से संबंधित नहीं है, बल्कि बांग्लादेश में चल रहे कोटा प्रदर्शन का पुराना वीडियो है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर मोमबत्ती जलाकर की गई प्रार्थना का एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है जिसमें दावा किया जा रहा है कि यह कोलकाता के आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज में बलात्कार के बाद हत्या की शिकार हुई जूनियर डॉक्टर के लिए न्याय की मांग को लेकर आयोजित एक सभा का दृश्य है।

विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इस दावे को भ्रामक पाया। वायरल हो रहा वीडियो क्लिप कोलकाता के रेप-मर्डर केस से संबंधित नहीं है, बल्कि बांग्लादेश में चल रहे कोटा प्रदर्शन का पुराना वीडियो है।

क्या है वायरल?

फेसबुक यूजर Dhiraj Kumar ने 5 सितम्बर 2024 को वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) शेयर करते हुए इसे कोलकाता केस से संबंधित बताया है, उन्होंने लिखा “कलकत्ता से कल रात का दृश्य है, बंगाल चल पड़ा है सत्य के रास्ते पर, बंगालियों का स्वाभिमान जाग चुका है, इस जनसैलाब के आगे दीदी के भ्रष्ट सिस्टम को नतमस्तक होना ही पड़ेगा…”।

पड़ताल

वायरल वीडियो के साथ किए गए दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने इस वीडियो के की-फ्रेम्स को गूगल लेंस के जरिये ढूंढा। हमें यह वीडियो बहुत से बांग्लादेशी सोशल मीडिया यूजर की टाइमलाइन पर अगस्त 2024 में अपलोड मिला। यहाँ इसे बांग्लादेश में कोटा विरोध प्रदर्शन से जोड़कर बताया गया था। वीडियो का क्रेडिट तमजीद इस्लाम जिहान को दिया गया था।

ढूंढ़ने पर हमें तमजीद इस्लाम जिहान का इंस्टाग्राम अकाउंट मिला जहाँ ये वीडियो 9 अगस्त 2024 को अपलोड किया गया था। साथ में लिखा था “candlelight vigil Uttara”. उत्तरा बांग्लादेश के ढाका में एक जगह है।

हमें तमजीद इस्लाम जिहान के फेसबुक अकाउंट पर भी यह वीडियो 9 अगस्त को अपलोड मिला। फेसबुक बायो में उन्होंने खुद को राजुक कॉलेज फोटोग्राफी क्लब में एक ड्रोन फोटोग्राफर बताया है।

तमजीद इस्लाम जिहान ने हमसे बात करते हुए कन्फर्म किया कि यह वीडियो उन्होंने ही 9 अगस्त 2024 को ढाका के उत्तरा स्थित सेक्टर 3 फ्रेंड्स क्लब ग्राउंड पर शहीदों को दी गई श्रद्धांजलि के समय बनाया था।

वायरल वीडियो को गलत दावे के साथ Dhiraj Kumar नाम के फेसबुक यूजर ने शेयर किया था। यूजर के 31 हजार फ़ॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इस दावे को भ्रामक पाया। वायरल हो रहा वीडियो क्लिप कोलकाता के रेप-मर्डर केस से संबंधित नहीं है, बल्कि बांग्लादेश में चल रहे कोटा प्रदर्शन का पुराना वीडियो है।

False
Symbols that define nature of fake news
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