Fact Check : 2000 रुपये के नोट बंद होने के बाद का नहीं है यह वीडियो, वायरल दावा भ्रामक 

वीडियो असलियत में 4 साल पुराना है और कर्नाटक लोकसभा चुनाव के दौरान का है। इसका हालिया आरबीआई सर्कुलेशन से कोई संबंध नहीं है। यह वीडियो पहले भी कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नाम से वायरल हो चुका है। 

Fact Check : 2000 रुपये के नोट बंद होने के बाद का नहीं है यह वीडियो, वायरल दावा भ्रामक 

नई दिल्ली (विश्वास न्‍यूज)। 2000 रुपये के नोट चलन से बाहर होने के एलान के बाद से ही सोशल मीडिया पर इससे जुड़ी कई तस्वीरें और वीडियो वायरल हो रहे हैं। अब 2000 रुपये की नोटों की गड्डी से भरे टायरों का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि पीएम मोदी के इस फैसले के बाद काला धन बाहर आना शुरू हो गया है। विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो तकरीबन 4 साल पुराना है और कर्नाटक लोकसभा चुनाव के दौरान का है। इसका हालिया आरबीआई सर्कुलेशन से कोई संबंध नहीं है। यह वीडियो पहले भी कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नाम से वायरल हो चुका है। 

क्या हो रहा है वायरल ?

फेसबुक यूजर ‘बबली चौरसिया कीर्ति’ ने 20 मई 2023 को वायरल वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “भरी थी जोहरी देखो भरा कला बाजार टनटन रुपया देख रहा है #2000 नोट# का कमाल दो हजार के नोट बाहर आना चालू हो गए।”

पोस्ट के कैप्शन को हूबहू लिखा गया है। पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखा जा सकता है।

एक अन्य फेसबुक यूजर ‘रवि राजपूत’ ने 21 मई 2023 को वायरल वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “दो हजार के नोट बाहर आना चालू हो गए और कहाँ कहाँ से आएंगे जरा गौर से देखना…मोदीजी जी गजबे करें है यार कहाँ तक देखते है।”

पोस्ट के कैप्शन को हूबहू लिखा गया है। पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखा जा सकता है।

फेसबुक यूजर प्रवीण चौहान ने 20 मई 2023 को वायरल वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “RBI के नोटिफिकेशन के बाद पहले रुझान आने शुरू हुए है इसलिए ये एक्शन हुआ है।”

पड़ताल 

वीडियो और इस पोस्ट की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स से सर्च किया। हमें यह वीडियो  एचडब्ल्यू न्यूज इंग्लिश के यूट्यूब चैनल पर 21 अप्रैल 2023 को शेयर हुआ मिला। मौजूद जानकारी के मुताबिक, ये वीडियो कर्नाटक में साल 2019 में हुए लोकसभा चुनाव का है। उस समय आयकर विभाग ने छापेमारी में 2.30 करोड़ रुपए जब्त किए थे। ये पैसे बेंगलुरु से शिवमोग्गा लेकर जाए जा रहे थे। 

अन्य न्यूज रिपोर्ट्स को यहां पर पढ़ा जा सकता है।

पहले भी यह वीडियो कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नाम से वायरल हो चुका है। पूरी रिपोर्ट को आप लिंक पर क्लिक कर पढ़ सकते हैं।

अधिक जानकारी के लिए हमने कर्नाटक के स्थानीय पत्रकार यसीर खान से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया, वीडियो का 2000 रुपये के बंद होने से कोई संबंध नहीं है। वीडियो तकरीबन 4 साल पुराना है। 

जांच के अंतिम चरण में हमने वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाली यूजर ‘बबली चौरसिया कीर्ति’ के पेज को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर उत्तर प्रदेश की रहने वाली है। यूजर को 5.4 हजार लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष : विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में पाया कि दो हजार के नोट चलन से बाहर होने को लेकर वायरल वीडियो असलियत में 4 साल पुराना है और कर्नाटक लोकसभा चुनाव के दौरान का है। इसका हालिया आरबीआई सर्कुलेशन से कोई संबंध नहीं है। यह वीडियो पहले भी कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नाम से वायरल हो चुका है। 

False
Symbols that define nature of fake news
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