Fact Check: यह शिवलिंग तेलंगाना में है, श्रीलंका में नहीं

हमारी पड़ताल में हमने पाया कि यह शिवलिंग असल में तेलंगाना का है जिसे श्रीलंका क्र जाफना का बताकर वायरल किया जा रहा है।

Fact Check: यह शिवलिंग तेलंगाना में है, श्रीलंका में नहीं

नई दिल्ली (विश्वास टीम)। सोशल मीडिया पर वायरल एक फोटो में एक शिवलिंग देखा जा सकता है। पोस्ट में दावा किया गया है कि यह दुनिया का सबसे बड़ा शिवलिंग है और ये श्रीलंका में स्थित है। हमारी पड़ताल में हमने पाया कि यह शिवलिंग असल में तेलंगाना का है, जिसे श्रीलंका का बताकर  वायरल किया जा रहा है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

वायरल फोटो में एक शिवलिंग देखा जा सकता है। ‘100 करोड़ हिन्दुओं के ग्रुप में अपने 50 मित्रों को जोड़े’‎ नाम के फेसबुक यूजर ने पोस्ट में दावा किया गया है कि “श्रीलंका में 108 फीट का शिवलिंग बनके तैयार हो गया है। दुनिया का सबसे ऊँचा शिवलिंग है बोलो हर हर महादेव।”

पड़ताल

अपनी पड़ताल को शुरू करने के लिए हमने सबसे पहले इस फोटो को गूगल लेंस सर्च किया। सर्च में हमारे हाथ Shiva Shakthi Sai TV नाम के ट्विटर हैंडल से Feb 5, 2018 को किया गया एक ट्वीट लगा। इस ट्वीट में इस शिवलिंग का इस्तेमाल किया गया था, और साथ में लिखा था  “63 Feet Veda sai mahalingeshwara prathista||#siddhaguru Sri Ramananada maharshi||#Ramaneshwaram, Nagireddypalli, bhongir”.  इस पोस्ट में इस शिवलिंग का दुसरे एंगल  से लिया गया फोटो था। फोटो में लिखे डिस्क्रिप्शन के अनुसार, यह तस्वीर 63 फीट ऊँचे वेदा साईं महालिंगेश्वर की है, जो कि नागिरेड्डीपल्ले, भोंगिर में स्थित है।

हमने इंटरनेट पर ’63 Feet Veda Sai MahaLingeshwara’ कीवर्ड्स के साथ सर्च किया तो हमारे सामने www.ramananandamaharshi.com वेबसाइट का एक पेज खुला, जिसमें  इस तस्वीर का इस्तेमाल किया गया था। यह वेबसाइट आध्यात्मिक गुरु सिद्धगुरु श्री रामानंद महर्षि की है। इस पेज के अनुसार, यह “वेद साईं महा लिंगेश्वर” है और यह 63 फीट ऊँचा शिव लिंग परमगुरु शिरडी साईं के नाम समर्पित है।

हमने ज्यादा पुष्टि के लिए आध्यात्मिक गुरु सिद्धगुरु श्री रामानंद महर्षि के मैनेजर लक्ष्मण कुमार पालडूगु से बात की, जिन्होंने हमें बताया कि यह शिवलिंग नागिरेड्डीपल्ले, भोंगिर, तेलंगाना में स्थित है। उन्होंने हमारे साथ इस शिवलिंग  की सटीक लोकेशन भी शेयर की। उन्होंने हमें बताया कि इस शिवलिंग की ऊंचाई 63 फीट है और इसे स्टील और पीओपी से बनाया गया है।

इसके बाद जब हमने सबसे लंबे शिवलिंग की खोज की तो हमारे हाथ टाइम्स ऑफ़ इंडिया की 10 जनवरी 2019 की एक खबर लगी, जिसमें हमें पता चला,  “इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने चेंकल में महेश्वरम श्री शिव पार्वती मंदिर के 111.2 फीट के शिवलिंग को देश के सबसे ऊंचे शिवलिंग के रूप में प्रमाणित किया है।”

इस पोस्ट को ‘100 करोड़ हिन्दुओं के ग्रुप में अपने 50 मित्रों को जोड़े’‎ नाम के फेसबुक यूजर ने शेयर किया था। इस यूजर के 10 लाख से अधिक फॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: हमारी पड़ताल में हमने पाया कि यह शिवलिंग असल में तेलंगाना का है जिसे श्रीलंका क्र जाफना का बताकर वायरल किया जा रहा है।

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