विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा गलत निकला। वायरल वीडियो को एडिटिंग सॉफ्टवेयर के जरिए यूके के एक डिजाइनर ल्यूक पेनरी द्वारा बनाया है, जिसे असली समझ कर गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
विश्वास न्यूज (नई दिल्ली)। सोशल मीडिया पर एक पौधे का वीडियो वायरल हो रहा है, वीडियो में पौधे को भाप छोड़ते हुए देखा जा सकता है। वीडियो को शेयर कर दावा है कि मानसून के दौरान तमिलनाडु में उधु पवई नामक एक पौधा उगता है। यह पौधा विशेष रूप से वर्षा वन में उगता है। इसके फूल भाप इंजन की तरह हवा में पराग छोड़ते हैं। विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा गलत निकला। वायरल वीडियो को एडिटिंग सॉफ्टवेयर के जरिए यूके के एक डिजाइनर द्वारा बनाया है।
क्या है वायरल पोस्ट में
फेसबुक पेज Aaklpaniye world soot पर Manish Raikwar नाम के यूजर ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है, “तमिलनाडु में वर्षा ऋतु में खिलने वाली उधू पवई… इस दवाई युक्त पौधे के फूल अपने पराग कण रेलवे इंजन की भाप की तरह छोड़ते हुए.. अद्भुत एवं अनुपम.. “
सोशल मीडिया पर अन्य यूजर इस पोस्ट से मिलते-जुलते दावों को शेयर कर रहे हैं। पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है।
पड़ताल
पड़ताल की शुरुआत करते हुए हमने वायरल वीडियो को ध्यान से देखा , इसमें हमें LUKE _PENRY .EXR लिखा नज़र आया। हमने इसी कीवर्ड से सोशल मीडिया पर सर्च करना शुरू किया। हमें 16 सितंबर, 2021 को luke_penry.exr नाम के एक यूजर की इंस्टाग्राम पोस्ट पर वायरल वीडियो मिली। प्रोफाइल को खंगालने के बाद हमने पाया कि Luke Penry एक 3D कलाकार है, जो कि इस तरह के डिजिटल साउंड आर्ट वीडियो बनाते हैं। डिजाइनर ल्यूक पेनरी ने अलग – अलग डिजिटल आर्ट्स के कई ऐसे पौधे बनाए हैं, जिन्हे उन्होंने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर पोस्ट किया है। आप उन्हें यहां देख सकते हैं ।
सर्च के दौरान हमें वायरल दावे से जुड़ा एक ट्वीट डिजाइनर ल्यूक पेनरी के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर 29 सितंबर 2021 को पोस्ट मिला। ल्यूक पेनरी ने एक ट्विटर यूजर को रिप्लाई करते हुए बताया है, “यह वीडियो मेरे द्वारा बनाया गया डिजिटल आर्ट वर्क है। यह एक असली पौधा है।” ल्यूक पेनरी ने 28 सितंबर 2021 को इस वीडियो को अपने इंस्टाग्राम पर आर्ट वर्क बताते हुए शेयर किया है।
पहले भी यह वीडियो वायरल हो चुका है, जिसकी जांच विश्वास न्यूज़ ने की थी।आप हमारी पहले की पड़ताल को यहां पढ़ सकते हैं।
हमने मेरठ के एक अन्य कृषि वैज्ञानिक एस के सेंगर से भी संपर्क किया। हमने वायरल दावे को उनके साथ शेयर किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल दावा गलत है। इस तरह का कोई पौधा नहीं पाया गया है।
पड़ताल के अंत में विश्वास न्यूज ने फेक दावे को शेयर करने वाले यूजर Manish Raikwar की सोशल स्कैनिंग की। स्कैनिंग से हमें पता चला कि यूजर मध्य प्रदेश के जबलपुर का रहने वाला है।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा गलत निकला। वायरल वीडियो को एडिटिंग सॉफ्टवेयर के जरिए यूके के एक डिजाइनर ल्यूक पेनरी द्वारा बनाया है, जिसे असली समझ कर गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
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