विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में पाया कि भारतीय महिला जवान के नाम से वायरल यह फोटो असली नहीं है। इस तस्वीर को एआई तकनीक की मदद से बनाया गया है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर वायरल एक तस्वीर में एक रेगिस्तान में बैठकर खाना खाती महिला जवान की तस्वीर को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि यह तस्वीर बाड़मेर की है और तस्वीर में खाना खाती दिख रही महिला भारतीय सेना की महिला जवान है।
विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में पाया कि यह फोटो असली नहीं है। इस तस्वीर को एआई तकनीक की मदद से बनाया गया है।
फेसबुक यूजर ‘Naresh Choudhury‘ (आर्काइव लिंक) ने तस्वीर को शहर कर लिखा “बाड़मेर की तपती दोपहरी सूर्य प्रकाश में 48° में बॉर्डर पर खाना खाती भारतीय सेना की महिला जवान कोन कोन Like और शेयर करेगा”
वायरल तस्वीर को करीब से देखने पर हमें कई खामियां नजर आयीं। मसलन रेगिस्तान में जिस कपड़े पर खाना रखा है, उस पर कोई धूल नहीं है। महिला जवान की टोपी की बनावट भी काफी अलग है। हमें शक हुआ कि यह तस्वीर एआई निर्मित हो सकती है।
जांच के लिए हमने इस तस्वीर को एआई तस्वीरों को जांचने वाले टूल्स पर चेक किया।
एआई तस्वीरों को जांचने वाले टूल illuminarty पर चेक करने पर इस तस्वीर के AI निर्मित होने की संभावना 96.6 प्रतिशत बताई गई।
एआई तस्वीरों को जांचने वाले टूल Hive Moderation ने इसे 99.9 प्रतिशत AI निर्मित बताय।
एआई तस्वीरों को जांचने वाले टूल AI or Not ने भी इसे AI निर्मित ही बताया।
हमने इस विषय में एआई विशेषज्ञ अजहर माचवे से बात की। उन्होंने बताया कि यह एआई से बनी तस्वीर है और एक सिंपल से प्रॉम्प्ट से ऐसी तस्वीरें बनाई जा सकती हैं।
इस तस्वीर को शेयर करने वाले यूजर Naresh Choudhury के फेसबुक पर 5000 से अधिक फॉलोअर्स हैं और वे राजस्थान के रहने वाले हैं।
विश्वास न्यूज इससे पहले भी एआई निर्मित तस्वीरों और डीपफेक वीडियो की पड़ताल कर उनकी असलियत सामने ला चुका है। फैक्ट चेक रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में पाया कि भारतीय महिला जवान के नाम से वायरल यह फोटो असली नहीं है। इस तस्वीर को एआई तकनीक की मदद से बनाया गया है।
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