Fact Check: मंगल ग्रह पर मंगलनाथ मंदिर दिखाती यह तस्वीर एडिटेड है

विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि नासा ने ऐसी कोई तस्वीर जारी नहीं की है। वायरल दावा फर्जी है।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया पर वायरल एक तस्वीर में मंगल ग्रह जैसी दिखने वाली एक जगह पर एक मंदिर देखा जा सकता है। पोस्ट के साथ दावा किया जा रहा है कि यह मंगलनाथ मंदिर है और नासा के क्यूरोसिटी रोवर ने इसकी मंगल ग्रह पर यह तस्वीर खींची है। विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि नासा ने ऐसी कोई तस्वीर जारी नहीं की है। वायरल दावा फर्जी है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

वायरल तस्वीर को Alagiri Swamy नाम के फेसबुक यूजर ने शेयर किया था। वायरल तस्वीर के ऊपर लिखा है, “Mangalnath Temple on Mars is more than 32000 years old, NASA scientists found it now by help of Curiosity rover. The technology western world has reached now, we Hindus had it thousands of years ago.. This is the beauty of Sanatan Dharma ”

जिसका हिंदी अनुवाद होता है, “32000 साल से भी ज्यादा पुराना है मंगल पर मंगलनाथ मंदिर, क्यूरियोसिटी रोवर की मदद से अब नासा के वैज्ञानिकों ने खोजा। तकनीक पश्चिमी दुनिया अब पहुंच चुकी है, हम हिंदुओं के पास हजारों साल पहले थी.. यही है सनातन धर्म की खूबसूरती “

पड़ताल

इस पोस्ट पड़ताल करने के लिए हमने इस तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज पर चेक किया। हमें यह तस्वीर deccanherald.com की एक खबर में मिली। मगर कहीं भी कोई मन्दिर या रोवर नज़र नहीं आ रहा था।

हमें यह तस्वीर phys.org मिली, मगर यहाँ मौजूद तस्वीर में भी कोई मंदिर नहीं था।

हमने इस विषय में कीवर्ड्स के ज़रिये ढूंढा, मगर हमें किसी भी ऑथेंटिक मीडिया हाउस द्वारा ऐसी कोई खबर पब्लिश्ड नहीं मिली। मंगल ग्रह पर ऐसा कोई धार्मिक ढांचा मिलना एक बड़ी बात होती। अगर ऐसा हुआ होता तो यह ख़बरों में ज़रूर आता।

हमने इस विषय में कीवर्ड्स के साथ नासा की वेबसाइट और सोशल एकाउंट्स को भी खंगाला। हमें ऐसी कोई खबर कहीं नहीं मिली।

हमने इस विषय में नासा से मेल के ज़रिये संपर्क साधा। हमें जवाब में बताया गया, “यदि जानकारी NASA.gov वेबसाइट से नहीं है, तो हम इसकी प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं कर सकते।”

इस पोस्ट को Alagiri Swamy नाम के एक फेसबुक यूजर ने शेयर किया था। यूजर कोयम्बटूर का रहने वाला है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि नासा ने ऐसी कोई तस्वीर जारी नहीं की है। वायरल दावा फर्जी है।

False
Symbols that define nature of fake news
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