विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल इमेज असली नहीं बल्कि विरोध प्रदर्शन को दर्शाती प्रतीकात्मक तस्वीर है, जिसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी एआई के जरिये बनाया गया है। इस तस्वीर के असली होने का दावा फर्जी है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज। कोटा सिस्टम के खिलाफ बांग्लादेश में हुए हिंसक प्रदर्शनों के बीच प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया है और इसी उथलपुथल के बीच सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है। वायरल फोटो में बड़ी भीड़ सड़क पर नजर आ रही है, जिसमें कुछ लोग एक खंबे पर बांग्लादेश का झंडा लहराते हुए नजर आ रहे हैं। तस्वीर को असली समझते हुए यूजर इसे अलग-अलग प्लेटफार्म पर वायरल कर रहे हैं।
विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल इमेज असली नहीं बल्कि विरोध प्रदर्शन को दर्शाती प्रतीकात्मक तस्वीर है, जिसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी एआई के जरिये बनाया गया है। इस तस्वीर के असली होने का दावा फर्जी है।
फेसबुक यूजर ने वायरल पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा, ”भूख और बेरोज़गारी अक्सर तानाशाहों के सिंहासन तक खा जाती हैं!! जनता सड़क पर उतर जाए तो प्रधानमंत्री तक को देश छोड़कर भागना पड़ता है!! तस्वीर आज बांग्लादेश से आई है। #SheikhHasina #Bangladesh.”
पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखें।
अपनी पड़ताल को शुरू करते हुए सबसे पहले हमने वायरल फोटो को गौर से देखा। तस्वीर में हमें बहुत-सी कमियां नजर आयीं। फोटो में खंबे पर चढ़े लोगों के हाथ-पैर बनावटी नजर आये, वहीं नीचे खड़ी भीड़ में धुंधलापन हैं। इसके अलावा तस्वीर में नजर आ रही झाड़ियां भी धुंधली हैं। इतना ही नहीं, पीछे बनी बिल्डिंग का ढांचा भी टेढ़ा है। इस फोटो में नजर आ रही कमियों को देखने पर हमें फोटो के एआई से क्रिएटेड होने का अंदेशा हुआ।
इसी बुनियाद पर हमने वायरल फोटो को एआई जेनरेटेड तस्वीर की जांच करने वाले टूल हाइव मॉडरेशन पर अपलोड किया। इसमें फोटो के एआई से बने होने की संभावना 99.6 फीसदी निकली।
हमने फोटो को एक अन्य टूल contentatscale.ai पर भी सर्च किया। यहां वायरल तस्वीर के एआई से बने होने की संभावना 64 फीसदी आई।
हमने फोटो को लेकर एआई एक्सपर्ट भार्गव वलेरा के साथ संपर्क किया। उन्होंने बताया, यह फोटो एआई निर्मित है, इसमें साफ़ तौर पर बहुत-सी कमियां नजर आ रही है।
खबरों के मुताबिक, बांग्लादेश में हुए हिंसक प्रदर्शनों के बीच प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया है। हालांकि, इसके बाद बांग्लादेश में लूटपाट बर्बरता और हिंसा यहां तक कि हत्याएं भी बड़े पैमाने पर हुई हैं। इस मामले से जुड़ी खबर ढाका ट्रिब्यून पर पढ़ी जा सकती है।
वहीं, भारत के विदेश मंत्रालय ने मौजूदा घटनाक्रमों को देखते हुए, भारतीय नागरिकों को अगले आदेश तक बांग्लादेश की यात्रा न करने की सख्त सलाह दी है। इसके अलावा बांग्लादेश में मौजूद सभी भारतीय नागरिकों को अत्यधिक सावधानी बरतने, अपनी आवाजाही सीमित रखने और ढाका में भारतीय उच्चायोग के आपातकालीन फ़ोन नंबर 8801958383679, 8801958383680, 8801937400591 से संपर्क में रहने की गुजारिश की है।
अब बारी थी फोटो को शेयर करने वाले पेज को स्कैन करने की। हमने पाया कि पेज को 50 हजार लोग फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल इमेज असली नहीं बल्कि विरोध प्रदर्शन को दर्शाती प्रतीकात्मक तस्वीर है, जिसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी एआई के जरिये बनाया गया है। इस तस्वीर के असली होने का दावा फर्जी है।
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