Fact Check: सड़क पर धंसी स्कूटी की यह तस्वीर राजस्थान की है, यूपी की नहीं

विश्वास न्यूज़ की जांच में सड़क पर धंसी स्कूटी के साथ किया जा रहा दावा गलत निकला। वायरल फोटो यूपी के पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की नहीं, बल्कि जोधपुर के पाली रोड की है। जिसे अब यूपी का बताकर भ्रामक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

Fact Check: सड़क पर धंसी स्कूटी की यह तस्वीर राजस्थान की है, यूपी की नहीं

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। देश के कई हिस्सों में भारी बारिश से हाल बेहाल है। इस समय कई राज्यों में बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। कई जगह बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। ऐसे में सोशल मीडिया पर सड़क पर धंसी एक स्कूटी की तस्वीर वायरल हो रही है। वायरल तस्वीर को शेयर कर सीएम योगी पर निशाना साधा जा रहा है और दावा किया जा रहा है कि ये घटना उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की है, जहां सीएम योगी ने ऐसी सड़कें बनवाई है। कई यूज़र्स इस तस्वीर को सच मानते हुए वायरल कर रहे हैं।

विश्वास न्यूज़ की पड़ताल में वायरल दावा गलत निकला। असल में जोधपुर न्यू पाली रोड पर भगत की कोठी रेलवे स्टेशन के सामने ये हादसा हुआ था, जहां अचानक सड़क धंस गई और उसमें एक एक्टिवा सवार बुजुर्ग गिर गए। धीरे-धीरे सड़क में बड़ा गड्ढ़ा हो गया और एक्टिवा उसमें पूरी समा गई। तस्वीर का उत्तर प्रदेश से कोई संबंध नहीं है।  

क्या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर ‘Ram Yash Yadav ‘ नाम के यूजर ने 7 अक्टूबर को वायरल तस्वीर शेयर की है और लिखा है ,’पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर ऑटोमेटिक पार्किंग की खूबसूरत व्यवस्था की गई है। उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को योगी बाबा के आशीर्वाद से ठेकेदार ने ऐसा बनाया है कि कहीं कार पूरी एक्सप्रेसवे के अंदर पार्क हो जा रही है तो कहीं स्कूटर और मोटरसाइकिल की आटोमेटिक पार्किंग की व्यवस्था ठेकेदार द्वारा की गई है बधाई के पात्र हैं योगी बाबा जो बीच सड़क में इस तरह की पार्किंग की व्यवस्था कराने के लिए दिमाग लगाने का काम किया।’

वायरल पोस्‍ट के क्‍लेम को यहां ज्‍यों का त्‍यों लिखा गया है। सोशल मीडिया पर अन्य यूजर इस पोस्ट से मिलते-जुलते दावों को शेयर कर रहे हैं। पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

वायरल तस्वीर की सच्चाई जानने के लिए हमने फोटो को गूगल रिवर्स इमेज की सहायता से सर्च किया। इस दौरान हमें असली तस्वीर news24online की एक रिपोर्ट में प्रकाशित मिली। 24 सितंबर 2022 को प्रकाशित रिपोर्ट में बताया गया, “राजस्थान के जोधपुर में फिर से एक बार प्रशासन की पोल खुलती हुई नजर आ रही है। जिले में भगत की कोठी रेलवे स्टेशन के सामने एक बुजुर्ग की स्कूटी चलते-चलते सड़क पर बने 5 फीट गहरे गड्ढे में धंस गई। स्कूटी पर सवार बुजुर्ग को लोगों ने बमुश्किल बचाया।” पूरी खबर को यहां पढ़ें।

हमें जांच के दौरान वायरल तस्वीर से जुड़ी एक वीडियो रिपोर्ट News18 Rajasthan के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर 24 सितंबर 2022 को अपलोड मिली। दी गई जानकारी के मुताबिक,’ वायरल वीडियो जोधपुर का है, जहां भगत की कोठी रेलवे स्टेशन के सामने सड़क में धंस गई और दुपहिया वाहन पर जाते बुजुर्ग अपने वाहन के साथ हादसे का शिकार हो गए थे। वीडियो को यहां देखें।


वायरल तस्वीर से जुडी खबर को etvbharat.com की वेबसाइट पर 24 सितंबर 2022 को पब्लिश खबर में भी पढ़ा जा सकता है। खबर में दी गई जानकारी के अनुसार ,’जोधपुर के पाली रोड के एनएच पर शनिवार को सड़क धंसने से स्कूटी सहित एक बुजुर्ग गड्ढे में गिर गया। मौके पर मौजूद लोगों ने बुजुर्ग को बाहर निकाला। ‘

इस हादसे से जुडी अन्य खबरें यहां पढ़ी जा सकती है। अधिक जानकारी के लिए हमने जोधपुर के वरिष्ठ पत्रकार डॉ. रंजन दवे से संपर्क किया। उनके साथ वायरल पोस्ट के लिंक को शेयर किया। डॉ. रंजन दवे ने हमें बताया,’ये हादसा जोधपुर न्यू पाली रोड पर भगत की कोठी रेलवे स्टेशन के सामने हुआ था। अचानक सड़क धंस गई थी और उसमें एक एक्टिवा सवार बुजुर्ग गिर गए थे। धीरे-धीरे सड़क में बड़ा गड्ढा हो गया और एक्टिवा उसमें पूरी समा गई। नीचे गिरने से एक्टिवा चालक के शरीर के कई हिस्सों पर चोटें आई। वहां से गुजरने वाले लोगों ने सड़क धंसने की फोटो व वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दी। बाद में बड़ी मुश्किल से सड़क में धंसी गाड़ी को बाहर निकाला गया।’ डॉ रंजन दवे ने हमारे साथ खबर के स्क्रीनशॉट को भी शेयर किया है, जिसे यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल के अंत में हमने तस्वीर को गलत दावे के साथ वायरल करने वाले यूजर की सोशल स्कैनिंग की। स्कैनिंग में पता चला कि प्रयागराज (इलाहाबाद) का रहने वाला है। फेसबुक पर यूजर के 4 हज़ार से ज्यादा फ्रेंड्स हैं। 18 लोग यूजर को फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ की जांच में सड़क पर धंसी स्कूटी के साथ किया जा रहा दावा गलत निकला। वायरल फोटो यूपी के पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की नहीं, बल्कि जोधपुर के पाली रोड की है। जिसे अब यूपी का बताकर भ्रामक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

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