Fact Check: यह तस्वीर भारत की नहीं, बांग्लादेश की है

हमने अपनी पड़ताल में पाया कि शेयर की जा रही तस्वीर भारत की नहीं, बल्कि बांग्लादेश की है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। आज कल सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें एक रोड पर बहुत-से लोगों को नमाज़ पढ़ते देखा जा सकता है। फोटो को देख कर लग रहा है कि जैसे मेन रोड के ट्रैफिक को रोक कर लोग नमाज़ पढ़ रहे हैं। तस्वीर के साथ लिखे डिस्क्रिप्शन में इस तस्वीर को भारत का बताया गया है। हमने अपनी पड़ताल में पाया कि यह तस्वीर भारत की नहीं, बल्कि बांग्लादेश की है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

अजय मिश्रा नाम के फेसबुक यूजर ने इस तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा “यह मधुर सेक्युलर दृश्य केवल आपको भारत मे दिखाई देता है। बाकी 56 मुश्लिम देशों में ऐसा करे तो जेल में डाल दिया जाता है, यह केवल टेस्टिंग है कब्जा करने की….हिन्दुओं की धैर्य को….ताकत को…. ताकि कितना दबाया जा सकता है????

पोस्ट का आर्काइव लिंक यहाँ देखें।

पड़ताल

अपनी पड़ताल को शुरू करने के लिए हमने सबसे पहले इस तस्वीर का स्क्रीनशॉट लेकर उसे रिवर्स इमेज सर्च किया। हमें यह तस्वीर फोटो एजेंसी alamy पर 16 अप्रैल, 2021 को अपलोडेड मिली। तस्वीर के सर्ग डिकारीपतिओं लिखा था, “अनुवादित: मुसलमानों ने रमज़ान के पवित्र महीने के पहले शुक्रवार को किसी भी तरह की सामाजिक दूरी बनाए बिना सड़क पर जुम्मा की नमाज अदा की, बांग्लादेश के अधिकारियों ने 16 अप्रैल को ढाका, बांग्लादेश में कोविड -19 कोरोनावायरस के प्रसार का मुकाबला करने के लिए एक सख्त तालाबंदी लागू की। क्रेडिट: ज़ाबेद हसनैन चौधरी/ज़ूमा वायर/अलामी लाइव न्यूज़”

हमें इस तस्वीर से बिल्कुल मिलती-जुलती तस्वीर Faisal Caesar नाम के ट्विटर हैंडल से 12 फरवरी को किये गए एक ट्वीट में भी मिली। इस पोस्ट के साथ डिस्क्रिप्शन लिखा था, “The scene from the outside of Sobhanbag Mosque during the Jumma Prayers today. #JummahMubarak” सोभनबाग मस्जिद बांग्लादेश के ढाका में है।

https://twitter.com/faisalyorker1/status/1360205532099792903

हमने इस विषय में सीधा इस तस्वीर को क्लिक करने वाले फोटोजर्नलिस्ट ज़ाबेद हसनैन चौधरी से फ़ोन पर संपर्क साधा। उन्होंने कन्फर्म किया, “यह तस्वीर मैंने ढाका में रमज़ान के दौरान खींची थी।”

इस पोस्ट को अजय मिश्रा नाम के एक फेसबुक यूजर द्वारा शेयर किया गया था। यूजर के फेसबुक पर 4,955 फ्रेंड्स हैं। प्रोफ़ाइल के अनुसार, यूजर बिहार के मोतिहारी का रहने वाला है और फ़िलहाल दिल्ली में रहता है।

निष्कर्ष: हमने अपनी पड़ताल में पाया कि शेयर की जा रही तस्वीर भारत की नहीं, बल्कि बांग्लादेश की है।

False
Symbols that define nature of fake news
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