Fact Check : ट्रेन पर लगे भीमराव अम्बेडकर के पोस्टर की यह तस्वीर एडिटेड है

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि भीमराव अम्बेडकर को लेकर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा दावा गलत है। मेट्रो  की वायरल तस्वीर एडिटेड है। 

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है, जिसमें एक मेट्रो ट्रेन पर भीमराव अम्बेडकर के पोस्टर को लगा देखा जा सकता है।  इस तस्वीर को सोशल मीडिया पर शेयर कर दावा किया जा रहा है किव अम्बेडकर के पोस्टर को लगा देखा जा सकता है।  इस तस्वीर को सोशल मीडिया पर शेयर कर दावा किया जा रहा है कि यह तस्वीर अमेरिका की एक ट्रेन की है, जिसपर पर भीमराव अम्बेडकर के पोस्टर लगाए हैं।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि ट्रेन की वायरल तस्वीर एडिटेड है। असली तस्वीर अमेरिका की ट्रेन की नहीं, बल्कि दिल्ली मेट्रो की है जिस पर एडिटिंग टूल्स की मदद से यह पोस्टर चिपकाया गया है।

क्या हो रहा है वायरल ?

इंस्टाग्राम यूजर pravin_bauddh ने 20 अक्टूबर 2024 को वायरल पोस्ट को शेयर किया जिसके ऊपर लिखा था “जो काम भारत नहीं कर सका वह काम अमेरिका ने करके दिखाया अमेरिका की सबसे लम्बी दूरी की ट्रेन पे बाबासाहब का पोस्टर लगाया गया? मगर भारत की मनुवादी मीडिया यह खबर नहीं दिखाएगी जय भीम”

पोस्ट का आर्काइव वर्जन यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

वायरल तस्वीर एक बार पहले भी गलत दावे के साथ वायरल हुई थी। उस समय भी विश्वास न्यूज ने इसकी जांच की थी। उस समय हमें फोटो पर दिल्ली मेट्रो का लोगो लगा हुआ दिखा था। साथ ही फोटो में कुछ छोटे पोस्टर ट्रेन के फ्रेम में फिट नहीं हो रहे और देखने पर एडिटेड नजर आ रहे थे। फोटो पर लिखे हुए शब्द गलत थे और व्याकरण की जुड़ी कई अशुद्धियां भी थीं। फोटो पर ‘भीम’ शब्द गलत लिखा हुआ था। एडिटिंग के जरिए ट्रेन पर ऊपर की तरफ जो जय भीम लिखने की कोशिश की गई, वो बाहर निकलता हुआ साफ नजर आया।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने फोटो को गूगल रिवर्स इमेज के जरिए सर्च किया था और हमें असली तस्वीर एबीपी की एक रिपोर्ट में मिली थी। रिपोर्ट को 20 फरवरी 2017 को प्रकाशित किया गया था।

असली तस्वीर और एडिटेड तस्वीर के बीच में कई समानताओं को देखा जा सकता था। असली और एडिटेड दोनों ही तस्वीरों पर एक ही नंबर 1414 लिखा हुआ था। पीछे की तरफ लगे एक बोर्ड पर लिखा समय एक जैसा था।

पड़ताल के दौरान हमें असली तस्वीर कई अन्य न्यूज रिपोर्ट में भी मिली।

अधिक जानकारी के लिए हमने दिल्ली मेट्रो के डायरेक्टर अनुज दयाल से संपर्क किया था। उन्होंने हमें बताया, “वायरल दावा गलत है। यह तस्वीर एडिटेड है और असली तस्वीर दिल्ली मेट्रो की है।”

अंत में हमने एडिटेड पोस्ट शेयर करने वाले फेसबुक यूजर pravin_bauddh की प्रोफाइल को स्कैन किया। यूजर के 300 से अधिक फ़ॉलोअर्स  हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि भीमराव अम्बेडकर को लेकर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा दावा गलत है। मेट्रो  की वायरल तस्वीर एडिटेड है। 

False
Symbols that define nature of fake news
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