विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल पोस्ट भ्रामक साबित हुई। यह तस्वीर 2021 की है और मामला बेंगलुरु का था, जहाँ एक बांग्लादेशी महिला के साथ कुछ बांग्लादेशी नागरिकों ने दुष्कर्म किया था।
नई दिल्ली (Vishvas News)। कोटा सिस्टम के खिलाफ बांग्लादेश में हुए हिंसक प्रदर्शनों के बीच तख्तापलट के बाद पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने देश छोड़ दिया है। पूरे देश में हिंसा का माहौल है और इस बीच हिन्दुओं और उनके आस्था स्थलों पर हमलों की खबरें भी सामने आ रहीं हैं। अब इस बीच सोशल मीडिया पर एक तस्वीर को वायरल कर दावा किया जा रहा है कि यह बांग्लादेश में एक हिन्दू महिला पर हुए अत्याचार की तस्वीर है।
विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की जांच की और यह दावा भ्रामक साबित हुआ। यह तस्वीर 2021 की है और मामला बेंगलुरु का था, जहाँ एक बांग्लादेशी महिला के साथ कुछ बांग्लादेशी नागरिकों ने दुष्कर्म किया था।
फेसबुक यूजर रवि द्विवेदी ने 6 अगस्त 2024 को एक तस्वीर को पोस्ट करते हुए लिखा, “बांग्लादेश से एक और भयावह वारदात सामने आ रही है। पूरे बांग्लादेश में जिहादी हिंदू महिलाओं के साथ बलात्कार कर रहे हैं। ये विरोध प्रदर्शन “छात्र विरोध” के रूप में शुरू हुआ और अब हिंदू नरसंहार में बदल गया है।”
पोस्ट का आर्काइव वर्जन यहां देखें।
विश्वास न्यूज ने वायरल तस्वीर के बारे में जानने के लिए सबसे पहले गूगल लेंस टूल का इस्तेमाल किया। यह तस्वीर हमें 2021 की कई सोशल मीडिया पोस्ट्स में मिली। यहां इसे बेंगलुरु में हुई एक घटना का बताया जा रहा था, जिसमें कुछ बांग्लादेशी नागरिकों ने एक बांग्लादेशी महिला के साथ दुष्कर्म किया था।
यहाँ से क्लू लेते हुए हमने टाइम टूल का इस्तेमाल करते हुए कीवर्ड्स के साथ 2021 की ख़बरों को ढूंढा, तो हमें इस मामले को लेकर कई खबरें मिलीं। नवभारत टाइम्स की 18 मई 2021 की एक खबर के अनुसार, “एक महिला के साथ कथित तौर पर दुर्व्यवहार करने और उससे दुष्कर्म करने के मामले में पांच अवैध बांग्लादेशियों को यहां गिरफ्तार किया गया है। घटना का एक वीडियो भी वायरल हुआ है। बेंगलुरु पुलिस ने एक विज्ञप्ति में कहा, ‘‘वीडियो क्लिप के आधार पर एक महिला समेत पांच आरोपियों को तत्काल खोजा गया और बेंगलुरु शहर पुलिस ने उन्हें दबोच लिया। वीडियो में ये लोग महिला से दुष्कर्म करते और उसका उत्पीड़न करते दिख रहे हैं।’’
हमें 2021 की यह खबर और भी कई न्यूज वेबसाइटों पर मिली, जिन्हें यहाँ और यहाँ पढ़ा जा सकता है।
हमने इस मामले में एशियानेट की बेंगलुरु स्थित पत्रकार निरुपमा के एस से संपर्क किया। उन्होंने कन्फर्म किया कि यह मामला 2021 का था, जब इस घटना का एक वीडियो वायरल हुआ था। मामले में 9 आरोपियों को सजा भी हुई थी।
बताते चलें कि बांग्लादेश में चल रही हिंसा के बीच हिन्दुओं पर अत्याचार की कई खबरें सामने आईं हैं। इस पर ज्यादा जानकारी इन ख़बरों में पढ़ी जा सकती है। यहाँ और यहाँ।
पड़ताल के अंत में फर्जी पोस्ट करने वाले यूजर की जांच की गई। पता चला कि रवि द्विवेदी नाम के इस यूजर को 1 हजार से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं। यूजर यूपी के लखनऊ का रहने वाला है।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल पोस्ट भ्रामक साबित हुई। यह तस्वीर 2021 की है और मामला बेंगलुरु का था, जहाँ एक बांग्लादेशी महिला के साथ कुछ बांग्लादेशी नागरिकों ने दुष्कर्म किया था।
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