विश्वास न्यूज की पड़ताल में बर्फ से ढके साधु का दावा करने वाली वायरल पोस्ट फर्जी साबित हुई। जांच में पता चला कि जिस साधु को बर्फ से ढका हुआ दिखाया गया, वो तस्वीर असलियत में हरियाणा के सोनीपत के एक गांव के बाबा भाले गिरि जी महाराज की हैं और एडिटेड है। कुछ सोशल मीडिया यूजर्स उनकी ओरिजनल तस्वीर के साथ छेड़छाड़ करके झूठे दावे के साथ वायरल कर रहे हैं।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज): सोशल मीडिया पर तपस्या कर रहे साधु की एक तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है। तस्वीर को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि यह साधु केदारनाथ में माइनस 10 डिग्री के तापमान में तपस्या कर रहे हैं। कड़ाके की ठंड की वजह से यह तपस्या करते हुए बर्फ से ढक गए।
विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा गलत साबित हुआ। तपस्या करते साधु की तस्वीर का केदारनाथ से कोई संबंध नहीं है। यह तस्वीर हरियाणा के एक गांव के साधु की है और एडिटेड है। जिसे सोशल मीडिया पर यूजर्स गलत दावे के साथ शेयर कर रहे हैं।
फेसबुक यूजर Rao Pankaj ने वायरल तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा है, “माईनस १०डिग्री सेंटीग्रेड में, केदारनाथ यात्रा बंद होने के बावजूद भी केदार नाथ धाम के दरबार में तपस्या करते एक साधू महाराज..#हरहरमहादेव ..सत्य सनातन धर्म की जय।”
पोस्ट को सच समझ कर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है।
वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने फोटो को गूगल रिवर्स इमेज के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें यह तस्वीर Baba sarbangi नामक एक फेसबुक अकाउंट पर 18 जून 2019 को अपलोड हुई मिली। तस्वीर को शेयर करते हुए कैप्शन में बताया गया है कि यह तस्वीर जूना अखाड़ा के बाबा भाले गिरि जी महराज की है। पेज को खंगालने के बाद हमें बाबा भाले गिरि जी महाराज की कई अन्य तस्वीरें मिली। इन तस्वीर को देखकर साफ मालूम होता है कि साधु बर्फ नहीं, बल्कि राख से ढके हुए हैं। जिसके बाद ये स्पष्ट होता है कि वायरल तस्वीर पुरानी है और एडिटेड है।
प्राप्त जानकारी के आधार पर हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स से सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें बाबा भाले गिरि जी महाराज से जुड़ा एक वीडियो Fan Of Renuka Panwar नामक यूट्यूब चैनल पर अपलोड हुआ मिला। वीडियो को अगस्त 2019 को शेयर किया गया था। दी गई जानकारी के मुताबिक, वायरल तस्वीर में नजर आ रहे साधु पंच दशनाम जूना अखाड़ा के महंत हैं। साथ ही वो हरियाणा के बहलोलपुर में पराशर ऋषि मंदिर के भी महंत हैं। बाबा भाले गिरि जी महाराज ने साल 2019 में 41 दिनों की अग्नि तपस्या की थी। यह वीडियो उसी दौरान का है। वीडियो में साधु को राख से पूरे शरीर को ढकते हुए देखा जा सकता है।
हमें कई अन्य यूट्यूब चैनल पर भी बाबा भाले गिरि जी महाराज से जुड़े हुए वीडियो मिले।
अधिक जानकारी के लिए हमने दैनिक जागरण के सोनीपत के मुख्य संवाददाता संजय निधि से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल दावा गलत है। यह वीडियो बाबा भाले गिरि जी महाराज का है और तकरीबन तीन साल पुराना है। बाबा भाले गिरि जी महाराज हर साल अलग-अलग तरह की तपस्या करते हैं। तीन साल पहले इन्होंने ये तपस्या की थी।
पड़ताल के अंत में हमने इस पोस्ट को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर की जांच की। जांच में पता चला कि यूजर बिहार के गया का रहने वाला है। यूजर को फेसबुक पर 818 लोग फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में बर्फ से ढके साधु का दावा करने वाली वायरल पोस्ट फर्जी साबित हुई। जांच में पता चला कि जिस साधु को बर्फ से ढका हुआ दिखाया गया, वो तस्वीर असलियत में हरियाणा के सोनीपत के एक गांव के बाबा भाले गिरि जी महाराज की हैं और एडिटेड है। कुछ सोशल मीडिया यूजर्स उनकी ओरिजनल तस्वीर के साथ छेड़छाड़ करके झूठे दावे के साथ वायरल कर रहे हैं।
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