Vishvas News ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा भ्रामक है। वायरल तस्वीर एडिटेड है। असली तस्वीर में राकेश टिकैत के मुंह पर कालिख नहीं पुती हुई थी। हालांकि, यह बात सही है कि राकेश टिकैत के काफिले पर राजस्थान में अलवर जिले के ततारपुर चौराहे पर 2 अप्रैल को हमला हुआ था, मगर इस तस्वीर का उस वाकया से कोई लेना-देना नहीं है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज़)। सोशल मीडिया पर भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत की एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें कथित तौर पर उनके मुंह पर कालिख पुती हुई है। पोस्ट के साथ दावा किया जा रहा है कि राजस्थान में राकेश टिकैत पर हमला हुआ, जिसके बाद उनकी ये हालत हो गयी।
Vishvas News ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा भ्रामक है। वायरल तस्वीर एडिटेड है। असली तस्वीर में राकेश टिकैत के मुंह पर कालिख नहीं पुती हुई थी। हालांकि, यह बात सही है कि राकेश टिकैत के काफिले पर राजस्थान में अलवर जिले के ततारपुर चौराहे पर 2 अप्रैल को हमला हुआ था, मगर इस तस्वीर का उस वाकया से कोई लेना-देना नहीं है।
क्या है वायरल वीडियो?
वायरल तस्वीर में भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत के मुंह पर कालिख पुती हुई देखी जा सकती है। इस पोस्ट के साथ डिस्क्रिप्शन में लिखा है : “भारत बंद करवाने चले थे। राजस्थान के पपलाज में जनता ने बुरी तरह पीटा और मुंह पर कालिख पोत दी।”
वायरल पोस्ट का आर्काइव लिंक यहां देखा जा सकता है।
पड़ताल
अपनी जांच शुरू करने के लिए हमने पहले इस तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज टूल की सहायता से सर्च किया। हमें यह तस्वीर awazeuttarpradesh.com नाम की वेबसाइट पर 19 जनवरी 2021 को प्रकाशित एक खबर में मिली। मगर इस तस्वीर में टिकैत के मुंह पर कालिख नहीं पुती थी।
हमें न्यूज़ एजेंसी एएनआई के यूट्यूब चैनल पर मौजूद के वीडियो के थंब पर भी यह तस्वीर मिली। इधर भी टिकैत के मुंह पर कालिख नहीं थी। इस वीडियो को 19 जनवरी 2021को अपलोड किया गया था। पोस्ट के मुताबिक, यह तस्वीर सिंघु बॉर्डर की है।
इस विषय में ज़्यादा पुष्टि के लिए हमने सिंघु बॉर्डर पर किसान आंदोलन को कवर कर रहे जागरण के रिपोर्टर सोनू राणा से संपर्क साधा। उन्होंने कहा, “यह तस्वीर एडिटेड है। असली तस्वीर में राकेश टिकैत के मुंह पर कालिख नहीं पुती थी। यह तस्वीर सिंघु बॉर्डर की है, जब 19 जनवरी 2021 को किसान नेता टिकैत ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित कमिटी से मिलने से मना कर दिया था।”
अब हमने ढूंढा कि क्या हाल में टिकैत पर राजस्थान में हमला हुआ है या नहीं। कीवर्ड सर्च करने पर हमें jagran.com की एक खबर मिली, जिसमें बताया गया था, “शुक्रवार (2 अप्रैल) को टिकैत ने अलवर जिले में पहले हरसौली और फिर बानसूर में किसान सभा को संबोधित किया था। हरसौली से बानसूर जाते समय ततारपुर चौराहे पर उनके काफिले पर पथराव करने के साथ ही लाठियों से गाड़ियों के शीशे तोड़े गए थे।”
hindi.news18.com की खबर के अनुसार “किसान आंदोलन के अगुआ नेता राकेश टिकैत के काफिले पर शुक्रवार को राजस्थान में भीड़ ने हमला कर दिया. यह हमला तब हुआ, जब टिकैत अलवर के हरसौरा में सभा को संबोधित कर बानसूर जा रहे थे. इसी बीच ततारपुर में भीड़ ने टिकैत के काफिले पर पथराव शुरू कर दिया. पथराव में टिकैत की कार के शीशे टूट गये. इस दौरान असामाजिक तत्वों ने टिकैत पर स्याही भी फेंकी. “
इस पोस्ट को फेसबुक यूजर Mukesh Patel ने साझा किया था। यूजर इंदौर का रहने वाला है।
निष्कर्ष: Vishvas News ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा भ्रामक है। वायरल तस्वीर एडिटेड है। असली तस्वीर में राकेश टिकैत के मुंह पर कालिख नहीं पुती हुई थी। हालांकि, यह बात सही है कि राकेश टिकैत के काफिले पर राजस्थान में अलवर जिले के ततारपुर चौराहे पर 2 अप्रैल को हमला हुआ था, मगर इस तस्वीर का उस वाकया से कोई लेना-देना नहीं है।
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