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Fact Check: पुलिसिया दमन की यह तस्वीर किसान आंदोलन की है, पहलवान साक्षी मलिक की नहीं

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि पहलवान साक्षी मलिक के नाम से वायरल तस्वीर को गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। असल में यह तस्वीर जनवरी 2021 में हुए किसान आंदोलन के दौरान पुलिस और आंदोलनकारियों के बीच हुई झड़प की है। फोटो में दिख रहे शख्स का नाम रणजीत सिंह है, वायरल तस्वीर का साक्षी मलिक से कोई संबंध नहीं है।

  • By: Jyoti Kumari
  • Published: May 29, 2023 at 07:00 PM
  • Updated: May 30, 2023 at 12:19 PM

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज़)। 28 मई 2023 को प्रदर्शनकारी पहलवानों और पुलिसकर्मियों के बीच हुई झड़प के बाद से ही सोशल मीडिया पर एक तस्वीर तेजी से वायरल की जा रही है। वायरल तस्वीर में पुलिस को एक व्यक्ति के साथ सख्ती करते हुए देखा जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि पुलिसिया दमन की यह तस्वीर जंतर-मंतर पर पहलवानों के प्रदर्शन से संबंधित है। रविवार को दिल्ली पुलिस और पहलवानों के बीच झड़प हुई थी और इस तस्वीर को पहलवान साक्षी मलिक का बताकर शेयर किया जा रहा है।

विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा फर्जी निकला। वायरल तस्वीर साल 2021 की है, जब दिल्ली में हुए किसान आंदोलन के दौरान पुलिस की आंदोलनकारियों से झड़प हो गई थी। फोटो का पहलवानों के प्रदर्शन और साक्षी मलिक से कोई संबंध नहीं है। पुरानी तस्वीर को गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

क्या है वायरल पोस्ट में ?

फेसबुक यूजर रूप सहरावत ‘Roop Saharawat’ ने 29 मई को वायरल तस्वीर को शेयर (आर्काइव लिंक) करते हुए लिखा है, “ये देश के लिए महिला रेसलिंग में पहला ओलंपिक मेडल दिलाने वाली @sakshimalik_official है। ऐसी तस्वीर तो तालिबान में भी देखने को नहीं मिली। देश का जमींर जिंदा है या मर गया या फिर बिक गया! “

अन्य कई यूजर्स ने इस तस्वीर को समान दावे के साथ शेयर किया है।

पड़ताल

हमने वायरल तस्वीर की पड़ताल के लिए गूगल लेंस का इस्तेमाल किया। इस दौरान हमें यह तस्वीर पुरानी तारीख में कई जगह अपलोड मिली। न्यूज लॉन्ड्री की वेबसाइट पर 25 फरवरी 2021 को प्रकाशित खबर में वायरल तस्वीर मिली। दी गई जानकारी के मुताबिक, “वायरल तस्वीर किसान आंदोलन की है। तस्वीर में दिख रहा शख्स पंजाब के नवांशहर जिले के काजमपुर गांव का 22 वर्षीय रंजीत सिंह है। उन्हें दिल्ली सीमा पर 29 जनवरी की घटनाओं के बाद गिरफ्तार किया गया था।”

सर्च के दौरान हमें टाइम्स ऑफ़ इंडिया की वेबसाइट पर भी वायरल तस्वीर से जुड़ी खबर मिली। 4 फरवरी 2021 को प्रकाशित खबर में मौजूद तस्वीर के साथ दी गई जानकारी के मुताबिक, “राकेश टिकैत, जगसीर सिंह और रंजीत सिंह केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे विरोध में तीनों नायक के रूप में उभरे हैं। वायरल फोटो में जिस व्यक्ति के चेहरे पर पुलिसवाले ने जूता रखा हुआ है, वो रणजीत सिंह नाम का युवक है, जो पंजाब के नवांशहर जिले में स्थित काजमपुर गांव से था। नेशनल हेराल्ड पर भी वायरल तस्वीर से जुड़ी खबर को पढ़ा जा सकता है।

‘जसमीत सिंह कोहली’ नाम के ट्विटर यूजर ने भी वायरल तस्वीर को शेयर किया था। 27 फरवरी 2021 को किए गए ट्वीट में तस्वीर में दिख रहे शख्स का नाम रणजीत सिंह बताया गया है।

सर्च के दौरान हमें पहलवानों और पुलिस कर्मियों के बीच हुई झड़प से जुड़ी कई न्यूज रिपोर्ट मिली। जिनमें इस आंदोलन से जुड़ी कई तस्वीरें मौजूद हैं, पर वायरल तस्वीर हमें हाल की किसी रिपोर्ट में नहीं मिली।  

अधिक जानकारी के लिए हमने किसान आंदोलन को कवर करने वाले जागरण के रिपोर्टर सोनू राणा से संपर्क साधा। उन्होंने कहा, “यह तस्वीर किसान आंदोलन के समय की है। तस्वीर को गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

हमने पहलवान प्रदर्शन को कवर करने वाले दिल्ली दैनिक जागरण के डिप्टी चीफ रिपोर्टर शनि शर्मा से भी बात की। उन्होंने हमें बताया, “यह पहलवान प्रदर्शन की तस्वीर नहीं है।”

जांच के अंत में हमने पुरानी तस्वीर को हाल का बताकर गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर को स्कैन किया। हमने पाया कि फेसबुक पर यूजर को 4 हजार से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि पहलवान साक्षी मलिक के नाम से वायरल तस्वीर को गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। असल में यह तस्वीर जनवरी 2021 में हुए किसान आंदोलन के दौरान पुलिस और आंदोलनकारियों के बीच हुई झड़प की है। फोटो में दिख रहे शख्स का नाम रणजीत सिंह है, वायरल तस्वीर का साक्षी मलिक से कोई संबंध नहीं है।

  • Claim Review : पुलिस की सख्ती की वायरल तस्वीर पहलवान साक्षी मलिक की है।
  • Claimed By : Roop Saharawat
  • Fact Check : झूठ
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