विश्वास न्यूज की पड़ताल में अर्पिता मुखर्जी की तस्वीर को लेकर किया जा रहा वायरल दावा भ्रामक निकला। वायरल तस्वीर तकरीबन दो साल पुरानी है। अर्पिता मुखर्जी साल 2020 में कोलकाता में एक रक्तदान शिविर कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंची थी। ये तस्वीर उसी दौरान की है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज): सोशल मीडिया पर अर्पिता मुखर्जी की एक तस्वीर को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि वो 21 जुलाई 2022 को हुई ममता बनर्जी की रैली में शामिल हुई थी। विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा भ्रामक निकला। वायरल तस्वीर तकरीबन दो साल पुरानी है। अर्पिता मुखर्जी साल 2020 में कोलकाता में एक रक्तदान शिविर कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंची थी। ये तस्वीर उसी दौरान की है।
फेसबुक यूजर Chandra Shakhar Banerjee ने वायरल तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा है, “ 21 जुलाई के टीएमसी कार्यक्रम के ऐतिहासिक मंच पर अर्पिता मुखर्जी की भव्य उपस्थिति।
पोस्ट का आर्काइव वर्जन यहां देखा जा सकता है।
वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने फोटो को गूगल रिवर्स इमेज के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें यह तस्वीर Nabarun Bhattacharya नामक एक ट्विटर अकाउंट पर 24 जुलाई 2022 को अपलोड मिली। कैप्शन में दी गई जानकारी के मुताबिक, यह तस्वीर साल 2020 में कोलकाता में हुए एक रक्तदान शिविर के कार्यक्रम की है।
पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने संबंधित कीवर्ड्स से गूगल पर सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें वायरल तस्वीर से मिलती-जुलती एक तस्वीर तृणमूल युवा कांग्रेस के महासचिव Debangshu Bhattacharya Dev के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर मिली। 24 जुलाई, 2022 को इस तस्वीर को शेयर करते हुए Debangshu ने बंगाली भाषा में कैप्शन में लिखा है, “ वायरल तस्वीर के साथ किया जा रहा दावा गलत है। इस तस्वीर का 21 जुलाई को हुए कार्यक्रम से कोई संबंध नहीं है। यह तस्वीर दो साल पहले एक गैर-राजनीतिक रक्तदान शिविर में ली गई थी।”
जांच के दौरान हमें वायरल तस्वीर और इससे जुड़ी कई अन्य तस्वीरें बंगाली अभिनेता Trambak Roy Chowdhury के आधिकारिक फेसबुक अकाउंट पर 23 जुलाई, 2020 अपलोड मिली। यहां पर भी इन तस्वीर को शेयर कर यही बताया गया है कि यह तस्वीर रक्तदान शिविर के एक कार्यक्रम की है।
पूरी तरह से पुष्टि करने के लिए तृणमूल युवा कांग्रेस के महासचिव Debangshu Bhattacharya Dev से ईमेल के जरिए संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल दावा गलत है। यह तस्वीर दो साल पहले हुए रक्तदान शिविर के एक कार्यक्रम की है।
हमने वायरल तस्वीर में अर्पिता के साथ नजर आ अभिनेता Trambak Roy Chowdhury से भी संपर्क किया। उन्होंने भी हमें यही जानकारी दी कि यह तस्वीर दो साल पुरानी है और रक्तदान शिविर के कार्यक्रम की है।
अंत में हमने पोस्ट शेयर करने वाली यूजर Chandra Shakhar Banerjee की प्रोफाइल को खंगालना शुरू किया। हमें पता चला कि यूजर के दो हजार तीन सौ से ज्यादा फॉलोअर्स हैं। प्रोफाइल पर दी गई जानकारी के मुताबिक, यूजर पश्चिम बंगाल का रहने वाला है।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में अर्पिता मुखर्जी की तस्वीर को लेकर किया जा रहा वायरल दावा भ्रामक निकला। वायरल तस्वीर तकरीबन दो साल पुरानी है। अर्पिता मुखर्जी साल 2020 में कोलकाता में एक रक्तदान शिविर कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंची थी। ये तस्वीर उसी दौरान की है।
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