Fact Check: जलते हुए समुद्री जहाज की यह तस्वीर 2019 की है, हालिया इजरायल हमास संघर्ष से नहीं है कोई संबंध

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह तस्वीर 2019 की है। हालिया इसराइल हमास युद्ध से सम्बंधित नहीं है। हालांकि, यह बात सही है कि इजरायली कंपनी से जुड़े तेल के टैंकर पर हाल में गल्फ ऑफ ओमान में हमला हुआ है मगर यह तस्वीर उस हमले की नहीं, बल्कि पुरानी है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर जलते हुए समुद्री जहाज की एक तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है। तस्वीर को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि एक ईरानियन ड्रोन ने एक इजरायली जहाज को निशाना बनाया है।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह तस्वीर 2019 की है।हालिया इजरायल हमास युद्ध से इसका कोई संबंधित नहीं है।

क्या हो रहा है वायरल ?

फेसबुक यूजर M. Hashmi (एम. हाशमी) ने 29 अक्टूबर 2023 को वायरल वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है,  “ख़बर है कि “ईरानियन ड्रोन” ने एक इजरायली जहाज को निशाना बनाया है…जहाज पानी के बीचो बीच धूं धूं कर के जल रहा है… #FreePalestine #Gaza”

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।

पड़ताल

वायरल पोस्ट की सच्चाई जानने के लिए हमने इस तस्वीर को गूगल लेंस पर ढूंढा। हमें यह तस्वीर कई ऑथेंटिक न्यूज वेबसाइट पर 2019 में पब्लिश हुई खबरों में मिली। इन सभी ख़बरों के अनुसार, यह मामला जून 2019 का है जब ओमान के तट पर एक इजरायली कंपनी से जुड़े तेल के टैंकर पर कथित तौर पर हमला हुआ था और जहाज में आग लग गयी थी।

हमें ढूंढ़ने पर 2019 की और भी कई खबरें मिलीं, जिनमें इस मामले में ईरान का हाथ बताया गया था और इसी तस्वीर को इस्तेमाल किया गया था।

अब हमने ढूंढा कि क्या हाल में किसी इजरायली  जहाज पर ऐसा कोई हमला हुआ है। हमें 25 नवंबर 2023 की हिंदुस्तान टाइम्स की एक खबर मिली, जिसमें बताया गया था- “एक अमेरिकी रक्षा अधिकारी ने कहा कि एक इजरायली अरबपति के स्वामित्व वाले कंटेनर जहाज पर हिंद महासागर में एक संदिग्ध ईरानी ड्रोन ने हमला किया, क्योंकि इजरायल गाजा पट्टी में हमास के खिलाफ युद्ध छेड़ रहा है।”

हमें इस मामले में एक खबर एसोसिएटेड प्रेस की वेबसाइट पर भी 25 नवंबर को अपलोड मिली। मगर इन दोनों ही ख़बरों में जहाज की कोई तस्वीर नहीं थी।

अब ये तो साफ था कि इजरायली कंपनी से जुड़े तेल के टैंकर पर हाल में गल्फ ऑफ ओमान में हमला हुआ है मगर यह तस्वीर उस हमले की नहीं, बल्कि पुरानी है।

हमने इस मामले में इजरायल के फैक्ट चेकर यूरिया बार मेर से संपर्क साधा। उन्होंने इस तस्वीर को पुराना बताया।

अंत में हमने वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर एम. हाशमी के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर के 15000 से अधिक फॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह तस्वीर 2019 की है। हालिया इसराइल हमास युद्ध से सम्बंधित नहीं है। हालांकि, यह बात सही है कि इजरायली कंपनी से जुड़े तेल के टैंकर पर हाल में गल्फ ऑफ ओमान में हमला हुआ है मगर यह तस्वीर उस हमले की नहीं, बल्कि पुरानी है।

Misleading
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