Fact Check: सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के आरोपियों के पकडे जाने की नहीं है ये तस्वीर, अलग मामले की फोटो वायरल

विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल की जा रही तस्वीर अगस्त की उस वक्त है की है, जब पुलिस ने जयपुर शहर में अवैध हथियार रखने के मामले में इन लोगों को पकड़ा था। इस पुरानी तस्वीर को सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के आरोपियों से जोड़ते हुए फर्जी दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज़)। राजस्थान में राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के बाद लगातार पुलिस एक्शन में है और आरोपियों को पकड़ने की कोशिश कर रही है। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें कुछ लोगों को पुलिस स्टेशन में हिरासत में देखा जा सकता है। तस्वीर को शेयर करते हुए यूजर दावा कर रहे हैं कि पुलिस ने इन लोगों को सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है।

विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल की जा रही तस्वीर अगस्त की उस वक्त है की है, जब पुलिस ने जयपुर शहर में अवैध हथियार रखने के मामले में इन लोगों को पकड़ा था। इस पुरानी तस्वीर को सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के हत्या के आरोपियों से जोड़ते हुए फर्जी दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर ने वायरल पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा, ”गिरफ्तारी नहीं एनकाउंटर चाहिए अब तय प्रशासन को करना है कि प्रशासन मारेगी या फिर राजपूत समाज”। वहीं इस तस्वीर में लिखा है, ”एनकाउंटर करो इनका जेल में बंद करने से बदला पूरा नहीं होगा। सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के हथियारे।”

पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखें।

पड़ताल

5 दिसंबर की खबरों के मुताबिक, ‘राजस्थान में राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की मंगलवार को जयपुर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। अज्ञात हमलावरों ने श्यामनगर इलाके में स्थित उनके घर में घुसकर गोली मार दी थी। ख़बरों के मुताबिक, इस हत्या की साजिश लॉरेंस बिश्नोई के बेहद करीबी संपत नेहरा ने रची थी। वहीं, गोल्डी बराड़ और लॉरेंस बिश्नोई गिरोह से जुड़े रोहित गोदारा ने एक फेसबुक पोस्ट के जरिए इस कत्ल की जिम्मेदारी ली है।

6 दिसंबर की खबरों के मुताबिक, ”करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के आरोपी दोनों शूटर्स की पहचान कर ली गई है। पुलिस इन दोनों शूटर्स की तलाश में जुटी हुई है। दोनों शूटर्स में से एक का नाम रोहित राठौड़ और दूसरे का नाम नितिन फौजी है।

अपनी पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने वायरल तस्वीर को गूगल लेंस के जरिये सर्च किया। सर्च में हमें यह फोटो ईटीवी भारत की वेबसाइट पर अपलोड हुई मिली।

यहां 22 अगस्त की खबर में दी गई जानकारी के मुताबिक, ”राजधानी जयपुर में अवैध हथियार बेचने की फिराक में घूम रहे दो बदमाशों को पुलिस आयुक्तालय की सीएसटी ने शिवदासपुरा इलाके से गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से तीन अवैध पिस्टल और 9 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं।

वायरल तस्वीर से जुडी खबर हमें पत्रिका की वेबसाइट पर भी अगस्त को पब्लिश हुई मिली। खबर के मुताबिक, ”पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने बताया कि जयपुर शहर में लूट और डकैती की वारदात को अंजाम देने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। टीम ने मुखबिर से सूचना मिलने के बाद गंगापुर सदर गंगापुर निवासी मनीष सिंह गुर्जर और विष्णु राजपूत को गिरफ्तार किया हैं। पुलिस ने उनके कब्जे से तीन पिस्टल और 9 कारतूस बरामद कर लिए। इस मामले में एक आरोपी फरार चल रहा है। पुलिस उसकी तलाश में जुट गई है।”

वायरल पोस्ट से जुड़ी  पुष्टि के लिए हमने जयपुर के सीनियर संवाददता नरेंद्र शर्मा से सम्पर्क किया और उन्होंने हमें बताया कि सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की  हत्या के आरोपी अभी फरार हैं, उन्हें पकड़ा नहीं गया है। पुलिस उनकी तलाश में लगी हुई है।

भ्रामक पोस्ट को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर की सोशल स्कैनिंग में हमने पाया कि यूजर ‘टीम महिपाल सिंह मकराना’ के ढाई हजार से ज्यादा फेसबुक पर फॉलोअर्स हैं। वहीं, यूजर राजस्थान के भीलवाड़ा का रहने वाला है ।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल की जा रही तस्वीर अगस्त की उस वक्त है की है, जब पुलिस ने जयपुर शहर में अवैध हथियार रखने के मामले में इन लोगों को पकड़ा था। इस पुरानी तस्वीर को सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के आरोपियों से जोड़ते हुए फर्जी दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

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