Fact Check: महिला की इस पुरानी तस्वीर को किसान आंदोलन से जोड़कर किया जा रहा है वायरल
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा सही नहीं है। यह तस्वीर 2016 से इंटरनेट पर मौजूद है। इस तस्वीर को पहले भी अलग-अलग आंदोलनों से जोड़कर वायरल किया गया था।
- By: Pallavi Mishra
- Published: Dec 3, 2020 at 01:57 PM
नई दिल्ली (Vishvas News)। किसान आंदोलन के बीच सोशल मीडिया पर आज कल एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें एक महिला को पुलिस के सामने हाथ में लाठी लिए आक्रोश की मुद्रा में खड़े देखा जा सकता है। पोस्ट के साथ दावा किया जा रहा है कि यह दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन की तस्वीर है।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा सही नहीं है। यह तस्वीर 2016 से इंटरनेट पर मौजूद है। इस तस्वीर को पहले भी अलग-अलग आंदोलनों से जोड़कर वायरल किया गया था।
क्या हो रहा है वायरल
हमारा हिंदुस्तान प्यारा सा हिन्दुस्तान नाम के एक पेज ने इस पोस्ट को शेयर किया। वायरल पोस्ट में एक महिला को पुलिस के सामने हाथ में लाठी लिए आक्रोश की मुद्रा में खड़े देखा जा सकता है। पोस्ट के साथ दावा किया जा रहा है, “नकली झांसी की रानी को देख चुके तो अब देखो असली झांसी की रानी जो किसान हक के लिए कूद पड़ी है युद्ध के मैदान में…माँ तुझे सलाम…”
फेसबुक पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखें।
पड़ताल
इस तस्वीर की पड़ताल के लिए हमने इस तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज टूल में अपलोड करके सर्च किया। सर्च के दौरान हमें 10 सितम्बर 2016 को Hyderabad Funny Club नाम के एक पेज पर यह तस्वीर मिली। तस्वीर के साथ कोई डिस्क्रिप्शन नहीं था।
हमें यह तस्वीर Tiju Thankachan @TijuThankacham नाम के ट्विटर हैंडल पर भी मिली। इस तस्वीर को 4 अक्टूबर 2018 को अपलोड किया गया था और डिस्क्रिप्शन में इसे किसानों के उस समय हुए किसी विरोध प्रदर्शन का बताया गया था।
पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए विश्वास न्यूज ने Tiju Thankachan से संपर्क साधा, जिन्होंने इस तस्वीर को 2018 में साझा किया था। उन्होंने कहा, “मुझे पूरी तरह याद नहीं, मगर मुझे यह तस्वीर वॉट्सऐप पर मिली थी, जिसे मैंने शेयर किया था। तस्वीर मैंने नहीं खींची थी। पर ये मैं ज़रूर कह सकता हूँ कि यह तस्वीर अभी की नहीं, पुरानी है।”
हम स्वतंत्र रूप से इस तस्वीर का स्रोत नहीं बता सकते पर यह बात साफ़ है कि यह तस्वीर हाल में चल रहे किसान आंदोलन की नहीं है।
पड़ताल के अंतिम चरण में हमने उस पेज की जांच की, जिसने एक पुरानी तस्वीर को अब किसान आंदोलन से जोड़कर वायरल किया। हमें पता चला कि फेसबुक पेज हमारा हिंदुस्तान प्यारा सा हिन्दुस्तान को 62,223 लोग फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा सही नहीं है। यह तस्वीर 2016 से इंटरनेट पर मौजूद है। इस तस्वीर को पहले भी अलग-अलग आंदोलनों से जोड़कर वायरल किया गया था।
- Claim Review : नकली झांसी की रानी को देख चुके तो अब देखो असली झांसी की रानी जो किसान हक के लिए कूद पड़ी है युद्ध के मैदान में...माँ तुझे सलाम...
- Claimed By : हमारा हिंदुस्तान प्यारा सा हिन्दुस्तान
- Fact Check : झूठ
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