विश्वास न्यूज़ की पड़ताल में सामने आया है कि टाटा के नाम पर वायरल किया जा रहा यह मैसेज फर्जी है। इसका टाटा कंपनी से कोई लेना-देना नहीं है। ऐसे अनवेरिफाइड और क्लिकबेट लिंक पर क्लिक करना आपके लिए खतरनाक हो सकता है।
नई दिल्ली (विश्वास टीम)। फेसबुक, ट्विटर और वॉट्सऐप पर एक मैसेज वायरल हो रहा है। इस मैसेज को टाटा कंपनी की ओर से ‘वेलेंटाइन डे गिफ्ट’ बाँटने के नाम पर वायरल किया जा रहा है। इसमें दावा किया जा रहा है कि वेलेंटाइन डे के अवसर पर टाटा कंपनी सभी को कुछ सवालों के जवाब के बदले गिफ्ट में एंड्राइड फ़ोन पाने का मौका दे रही है। इसके साथ एक लिंक भी शेयर किया जा रहा है। विश्वास न्यूज़ को अपने फैक्ट चेकिंग के वॉट्सऐप चैटबॉट नंबर +91 95992 99372 पर भी फैक्ट चेक के लिए ये दावा मिला है। विश्वास न्यूज़ की पड़ताल में यह दावा फर्जी निकला है।
क्या हो रहा है वायरल
सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर एक ही तरह के मैसेज वायरल हो रहे हैं। एक यूजर ने हमारे फैक्ट चेकिंग वॉट्सऐप चैटबॉट नंबर +91 95992 99372 पर भी ऐसे ही एक मैसेज को फैक्ट चेक के लिए भेजा है। इस मैसेज में लिखा है, ‘💖🎉Answer the questions to receive Valentine’s Day gifts.I participated in this questionnaire and won a mobile phone. My friend also got the prize.Come and get prizes 📱 https://www.xttyn.cn/tiaoban.php?app=tata”
हमें फेसबुक पर भी कुछ इसी तरह का मैसेज मिला। Singam Vel नाम के फेसबुक यूजर ने भी इसी मैसेज को शेयर किया। Archive link
पड़ताल
विश्वास न्यूज़ ने सबसे पहले इन पोस्ट में शेयर किए जा रहे लिंक पर क्लिक किया। पेज के ऊपर टाटा का लोगो लगा था मगर लिंक को देखते ही पता चलता है कि यह टाटा की किसी आधिकारिक साइट का लिंक नहीं है। यहाँ लिखा था “You won the Mi 11T(please follow the instructions below to claim the prize)” इस लिंक पर क्लिक करने पर हमसे कुछ सवाल पूंछे गए और फिर इस मैसेज को 10 लोगों के साथ व्हाट्सएप पर शेयर करने को कहा गया। शेयर करने के बाद एक दुसरे सर्वे पेज पर हमें लेजाया गया और वहां भी सवालों के जवाब देने के बाद भी हमें कोई गिफ्ट की सुचना नहीं मिली।
हमने रेलिवेंट कीवर्ड्स की मदद से इंटरनेट पर सर्च भी किया। हमें ऐसे किसी स्कीम से जुड़ी कोई जानकारी नहीं मिली। टाटा जैसी प्रतिष्ठित कंपनी जब इस तरह के किसी इवेंट को आयोजित करती हैं तो प्रामाणिक मीडिया संस्थानों में उसकी कवरेज ज़रूर होती है।
हमने इस संबंध में सीधे टाटा से संपर्क किया। मेल पर टाटा ट्रस्ट के पीआरओ ने जवाब देते हुए कहा “यह लिंक टाटा का नहीं है। टाटा ने ऐसी कोई स्कीम लांच नहीं की है।” उन्होंने हमारे साथ टाटा के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल के किया गया एक ट्वीट भी शेयर किया जहाँ इस वायरल मैसेज को फेक बताया गया था।
विश्वास न्यूज़ ने इस विषय में ज़्यादा जानकारी के लिए साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ एवं राजस्थान सरकार की पब्लिक ग्रीवांस कमेटी के पूर्व आईटी सलाहकार आयुष भारद्वाज से संपर्क साधा। उन्होंने हमें बताया, “यह वेबसाइट चीन के साइबर अपराधियों द्वारा तैयार की गई है और होस्ट भी चीन में ही हो रही है। ऐसी वेबसाइटों को बनाने का मूल उद्देश्य यूजर्स के मोबाइल और लैपटॉप में मैलवेयर डालना है। उसके बाद कीलॉगिंग के माध्यम से यूज़र द्वारा टाइप की गई गुप्त सूचना जैसे कि नेटबैंकिंग आईडी सोशल मीडिया एकाउंट्स की लॉगिन इनफार्मेशन, ईमेल अकाउंट का पासवर्ड चुराया जाता है। यह कीलॉगर साइबर अपराधी को हर कुछ घंटे में यूज़र की डिटेल टेक्स्ट फ़ाइल में भेजते हैं।”आयुष भारद्वाज ने भी जनता को ऐसे लिंक्स पर क्लिक न करने की सलाह दी।
हमने फेसबुक पर इस मैसेज को शेयर करने वाले प्रोफाइल Singam Vel की सोशल स्कैनिंग की। प्रोफाइल पर दी गई जानकारी के मुताबिक, यूजर बेंगलोर के रहने वाले हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ की पड़ताल में सामने आया है कि टाटा के नाम पर वायरल किया जा रहा यह मैसेज फर्जी है। इसका टाटा कंपनी से कोई लेना-देना नहीं है। ऐसे अनवेरिफाइड और क्लिकबेट लिंक पर क्लिक करना आपके लिए खतरनाक हो सकता है।
सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्यम से भी सूचना दे सकते हैं।