वॉट्सऐप को लेकर यह फर्जी मैसेज कई सालों से सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है। वॉट्सऐप ने इसे गलत बताते हुए आगे शेयर नहीं करने की अपील की है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज) । सोशल मीडिया पर वॉट्सऐप से जु़ड़ा एक मैसेज वायरल हो रहा है। इस मैसेज में किसी वरुण पुलयानी नाम के शख्स का जिक्र किया जा रहा है और उन्हें वॉट्सऐप का डायरेक्टर बताया जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि यह मैसेज वरुण पुलयानी की तरफ से भेजा गया है और इसे कम से कम 20 लोगों को आगे फॉरवर्ड नहीं किया, तो नए सर्वर से आपका अकाउंट हटा दिया जाएगा। इस वायरल मैसेज में किसी ‘जिन बालसामिक’ का जिक्र कर उन्हें वॉट्सऐप का सीईओ बताया जा रहा है। आगे दावा किया जा रहा है कि वॉट्सऐप मैसेंजर में यूजर नेम का दबाव बढ़ गया है। यहां भी मैसेज फॉरवर्ड करने की अपील करते हुए कहा जा रहा है कि अगर ऐसा नहीं किया तो अकाउंट डिलीट हो जाएगा। दावे के मुताबिक वॉट्सऐप अकाउंट को रीएक्टिवेट कराने पर 25 रुपये महीने चार्ज लगेंगे।
विश्वास न्यूज की पड़ताल में ये पूरा दावा झूठा निकला है। यह मैसेज लंबे समय से सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है।
Takhat Sana Huidrom II नाम के फेसबुक यूजर ने एक पब्लिक ग्रुप में इस वायरल मैसेज को पोस्ट किया है। इस पोस्ट के आर्काइव्ड वर्जन को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है।
विश्वास न्यूज पहले भी इससे मिलते-जुलते वायरल मैसेज की पड़ताल कर चुका है। इस वायरल मैसेज में जहां वॉट्सऐप को फेसबुक ओनर मार्क जुकरबर्ग के हाथों 19 अरब डॉलर में बिकने की बात की गई है, जबकि पिछले वायरल मैसेज में यही दावा मुकेश अंबानी को लेकर किया गया था। इसके अलावा, दोनों वायरल मैसेज के बाकी सारी दावे एक ही हैं।
पड़ताल में हमने पाया कि वॉट्सऐप के फाउंडर ब्रायन एक्टन और को फाउंडर जॉन कोउम हैं। उन्होंने 2014 में करीब 19 अरब डॉलर की डील में वॉट्सऐप को फेसबुक को बेच दिया। बीबीसी की इस रिपोर्ट में इन जानकारियों की पुष्टि की गई है। इस जानकारी को यहां क्लिक कर वॉट्सऐप की वेबसाइट पर भी देखा जा सकता है। हमें कहीं भी वॉट्सऐप डायरेक्टर के रूप में वरुण पुलयानी का नाम नहीं मिला।
इससे मिलते-जुलते वायरल दावे के पहले की गई विश्वास न्यूज की पड़ताल को यहां नीचे देखा जा सकता है।
इस मैसेज में लिखा गया है कि 2017 की गर्मियों (समर) से वॉट्सऐप के इस्तेमाल में पैसे लगेंगे। इससे यह साफ है कि पुराना मैसेज ही अभी शेयर किया जा रहा है। इसके अलावा ये दावा गलत भी है, क्योंकि वॉट्सऐप अबतक फ्री मैसेजिंग ऐप ही है। इसकी सर्विस के लिए यूजर से कोई चार्ज नहीं लिया जाता।
इस वायरल मैसेज के दूसरे हिस्से में किसी ‘जिम बालसामिक’ (Jim Balsamic) नाम के शख्स को वॉट्सऐप का सीईओ बताया जा रहा है। उनके हवाले से इस वायरल मैसेज को फिर से शेयर करने की अपील करते हुए यूजर को कहा जा रहा है कि ऐसा नहीं किया तो अकाउंट डिलीट हो जाएगा। जब हमने इस नाम को इंटरनेट पर खोजा तो हमें वॉट्सऐप की आधिकारिक वेबसाइट पर जानकारी मिली, जिसमें इस वायरल मैसेज के का जिक्र करते हुए इसे फर्जी बताया गया है। इस रिपोर्ट को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है।
विश्वास न्यूज ने इस वायरल मैसेज को वॉट्सऐप सपोर्ट के साथ मेल पर साझा किया। वॉट्सऐप सपोर्ट ने हमें मेल पर जवाब देते हुए इस मैसेज को फर्जी बताया है। वॉट्सऐप सपोर्ट के मुताबिक यह मैसेज अनधिकृत थर्ड पार्टी से आया है। वॉट्सऐप सपोर्ट ने ऐसे किसी मैसेज पर भरोसा नहीं करने और उन्हें आगे शेयर नहीं करने की अपील भी की।
विश्वास न्यूज ने इस वायरल दावे को शेयर करने वाली Takhat Sana Huidrom II नाम की फेसबुक प्रोफाइल को स्कैन किया। इस प्रोफाइल ने अपने बारे में जानकारियों को पब्लिक नहीं किया है।
निष्कर्ष: वॉट्सऐप को लेकर यह फर्जी मैसेज कई सालों से सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है। वॉट्सऐप ने इसे गलत बताते हुए आगे शेयर नहीं करने की अपील की है।
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