Fact Check: ऊंट के ऊपर बनाई गयी कलाकारी की यह तस्वीर पाकिस्तान की नहीं है, वायरल दावा नकली है

Vishvas News की जांच में दावा फर्जी साबित हुआ। राजस्थान पर्यटन विभाग के उप निदेशक ने बताया कि यह तस्वीर राजस्थान के बीकानेर से है। इसके पाकिस्तान से होने का दावा गलत है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज़)। सोशल मीडिया पर आजकल एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें एक ऊंट के ऊपर उसके फर को तराशकर बेहद खूबसूरत कलाकृति बनायीं गयी है। इस तस्वीर को इस दावे के साथ वायरल किया जा रहा है कि यह दृश्य पाकिस्तान का है।

Vishvas News की जांच में दावा फर्जी साबित हुआ। राजस्थान पर्यटन विभाग के उप निदेशक ने बताया कि यह तस्वीर राजस्थान के बीकानेर से है। इसके पाकिस्तान से होने का दावा गलत है।

क्या हो रहा है वायरल

वायरल पोस्ट में एक ऊंट के ऊपर उसके फर को तराशकर बेहद खूबसूरत कलाकृति बनी है और पोस्ट के साथ लिखा है, “The Art Of Camel Barbering – Pakistan”

पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां क्लिक कर देखा जा सकता है।

पड़ताल

Vishvas News ने वायरल तस्वीर को ध्यान से देखा। ऊँट के ऊपर हिंदी में कुछ लिखा देखा जा सकता है। साथ ही कलाकृति के बीच में हिन्दू भगवान हनुमान की छवि भी देखी जा सकती है। ऊँट के ऊपर हिंदी में ‘ऊंट उत्सव बीकानेर’ लिखा देखा जा सकता है।

“बीकानेर ऊँट मेला एक व्यापार मेला है। पहले के समय में, राज्य की आजीविका पूरी तरह से ऊंटों पर निर्भर थी। प्राचीन काल में बीकानेर एकमात्र ऊंट प्रजनन क्षेत्र था। इसलिए स्थानीय लोग हर साल अपने मवेशियों को प्रजनन क्षेत्र में लाते रहे हैं। राजस्थान सरकार के पर्यटन, कला और संस्कृति विभाग ने एक पहल की और इस त्योहार को मनाने की शुरुआत की। जनवरी 2020 में जागरण जोश में प्रकाशित एक लेख में यह जानकारी पढ़ी जा सकती है।

ढूंढ़ने पर हमें एक YouTube पर एक वीडियो मिला, जिसमें यह दृश्य देखा जा सकता है। वीडियो के साथ डिस्क्रिप्शन में लिखा था, “Camel Hair Cut Art in Camel Festival, Bikaner India, Jan 2014” जिसका हिंदी अनुवाद होता है “कैमल फेस्टिवल में कैमल हेयर कट आर्ट, बीकानेर इंडिया, जनवरी 2014”

विश्वस न्यूज़ ने इस क्लेम की पुष्टि के लिए राजस्थान के पर्यटन विभाग के उप निदेशक और कोर नोडल अधिकारी दलीप सिंह से संपर्क किया। उन्होंने कहा “वायरल दावा नकली है। यह तस्वीर बीकानेर में कैमल फेस्टिवल की है।”

वर्ष 2021 के लिए बीकानेर कैमल फेस्टिवल 12 और 13 जनवरी को निर्धारित है।

इस पोस्ट को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर Guillaume Gris की सोशल स्कैनिंग से पता चलता है कि वह फ्रांस से हैं और फेसबुक पर उनके 1,415 फॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: Vishvas News की जांच में दावा फर्जी साबित हुआ। राजस्थान पर्यटन विभाग के उप निदेशक ने बताया कि यह तस्वीर राजस्थान के बीकानेर से है। इसके पाकिस्तान से होने का दावा गलत है।

False
Symbols that define nature of fake news
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