विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि पेड़ों के झुंड में प्रधानमंत्री मोदी की छवि वाली तस्वीर असली नहीं है। यह तस्वीर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल का उपयोग कर बनाई गई है।
विश्वास न्यूज (नई दिल्ली)। सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें एक पेड़ों के झुंड को देखा जा सकता है। इस तस्वीर में यह पेड़ प्रधानमंत्री मोदी की छवि जैसे नजर आ रहे हैं। लोग इसे असली समझ कर शेयर कर रहे हैं और दावा कर रहे हैं कि गोकर्ण (कर्नाटक) के पास एक फ्रांसीसी पर्यटक ने यह तस्वीर खींची।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह तस्वीर असली नहीं है। यह तस्वीर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल का उपयोग कर बनाई गई है।
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फेसबुक यूजर Rajanna Koravi (राजन्ना कोरवी) ने वायरल तस्वीर को शेयर करते हुए साथ में लिखा “गोकर्ण (कर्नाटक) के पास एक फ्रांसीसी पर्यटक द्वारा खींची गई एक तस्वीर। दोस्तों आपकी क्या राय है।”
पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।
वायरल तस्वीर की सच्चाई जानने के लिए हमने पोस्ट में शेयर की गई तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया। हमें यह तस्वीर livemint.com और हिंदुस्तान टाइम्स की वेबसाइटों पर पब्लिश हुई ख़बरों में मिली। ख़बरों के अनुसार, यह तस्वीर माधव कोहली द्वारा AI टूल का उपयोग करके तैयार की गयी थी और इसे ‘X’ पर पोस्ट किया गया था।
ढूंढ़ने पर हमें यह तस्वीर माधव कोहली के ‘X’ अकाउंट पर भी मिली, जहाँ एक कमेंट का जवाब देते हुए उन्होंने बताया था कि इसे उन्होंने AI टूल Stable diffusion (स्टेबल डिफ्यूजन) का इस्तेमाल करके बनाया था। माधव कोहली के प्रोफ़ाइल के अनुसार, वे एक आर्टिस्ट हैं। उन्होंने अपने हैंडल पर और भी कई AI जेनेरेटेड तस्वीरें अपलोड की हुई हैं।
आपको बता दें कि स्टेबल डिफ्यूजन एक AI टूल है, जो इनपुट के आधार पर तस्वीरें बनाता है। सीधे शब्दों में कहें, तो जब आप स्टेबल डिफ्यूजन को कोई इनपुट या प्रांप्ट देते हैं, तो यह मॉडल उसके आधार पर तस्वीर बना देता है।
हमने इस विषय में एआई विशेषज्ञ डॉ. अज़हर माकवे से बात की, उन्होंने बताया “यह तस्वीर AI जनरेटेड है। आप देख सकते हैं कि पत्तियों के बीच गैप है। इसी गैप की मदद से श्री नरेंद्र मोदी की रूपरेखा तैयार करने के लिए पत्ते निकाले गए हैं।
अंत में हमने तस्वीर को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर के 4000 से ज्यादा फॉलोअर्स हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि पेड़ों के झुंड में प्रधानमंत्री मोदी की छवि वाली तस्वीर असली नहीं है। यह तस्वीर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल का उपयोग कर बनाई गई है।
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