Fact Check: संतरे और नींबू से बनी भगवान गणेश की ये प्रतिमा फ्रांस की है, हॉलैंड की नहीं

विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह वीडियो असल में फ्रांस में 2018 में हुए एक इवेंट का है, हॉलैंड का नहीं। पुराने वीडियो को हालिया बताकर गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

Fact Check: संतरे और नींबू से बनी भगवान गणेश की ये प्रतिमा फ्रांस की है, हॉलैंड की नहीं

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज): संतरे और नींबू से बनी भगवान गणेश की प्रतिमा से जुड़े वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है। वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि यह हॉलैंड में हुए गणेश उत्सव का वीडियो है। जहां लोगों ने संतरे और नींबू से भगवान गणेश की प्रतिमा बनाई। सोशल मीडिया पर कई यूज़र्स इस वीडियो को सच मानते हुए शेयर कर रहे हैं। विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में वायरल दावे को फर्जी पाया। यह वीडियो असल में फ्रांस में 2018 में हुए बॉलीवुड-थीम वाले लेमन फेस्टिवल का है। वीडियो को गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

क्या है वायरल पोस्ट में

फेसबुक यूजर “Nanda Umesh ” ने 4 सितम्बर को पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा है: “Holland is said to be the capital of orange in the world.See how they celebrate Vinayaka Chaturthi. हॉलैंड, जिसे संतरों की राजधानी कहा जाता है देखिए वहां विनायक चतुर्थी कैसे सेलिब्रेट की गई है।”

वायरल पोस्ट के कंटेंट को हूबहू लिखा गया है। पोस्ट का आर्काइव वर्जन यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट में किये गए दावे की पुष्टि करने के लिए सबसे पहले वीडियो के स्क्रीनशॉट्स को गूगल इमेज पर सर्च किया। हमें संतरे और नींबू से बनी भगवान गणेश की प्रतिमा वाला वीडियो कई वेबसाइट पर मिला। ‘Getty Images ‘ की वेबसाइट पर वायरल वीडियो से जुड़ी तस्वीरों को देखा जा सकता है। यहां दी गई जानकारी के अनुसार, ‘फ्रांस के मेंटन में 16 फरवरी, 2018 को 85वें लेमन फेस्टिवल में नींबू और संतरे से बने हिंदू देवता गणेश की एक मूर्ति का चित्रण किया गया था। ‘बॉलीवुड’ थीम वाला यह फेस्टिवल 17 फरवरी से 4 मार्च 2018 तक चला था।’

shutterstock.com और alamy.com पर भी फरवरी, 2018 को वायरल वीडियो से जुड़ी वीडियो और तस्वीरों को देखा जा सकता है। हमें यहां 2018 में हुए इस ‘बॉलीवुड’ थीम वाले लेमन फेस्टिवल की कई और तस्वीरें भी मिली।

वायरल वीडियो हमें Teddy Kamlot नाम के यूट्यूब चैनल पर 15 मार्च, 2018 को अपलोड मिला। वीडियो में 1 मिनट 46 सेकंड पर वायरल वीडियो को देखा जा सकता है। यहां भी इसे फ्रांस के मेंटन में 16 फरवरी, 2018 को हुए 85वें लेमन फेस्टिवल का बताया गया है।

कई अन्य वेबसाइट पर भी वीडियो से जुड़ी जानकारी को पढ़ा जा सकता है। विश्वास न्यूज़ पहले भी इस वीडियो की जांच कर चुका है, जिसे यहां क्लिक कर पढ़ा जा सकता है।

अधिक जानकारी के लिए हमने फ्रांस की एक वेबसाइट allexciting.com से मेल के जरिये संपर्क किया। उन्होंने हमें जवाब में बताया कि यह वीडियो फ्रांस के मेंटन में हुए लेमन फेस्टिवल का है, हॉलैंड का नहीं।

पड़ताल के अंत में हमने वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर की जांच की। जांच में पता चला कि यूजर मुंबई का रहने वाला है। फेसबुक पर यूजर के एक हज़ार से ज्यादा फ्रेंड्स हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह वीडियो असल में फ्रांस में 2018 में हुए एक इवेंट का है, हॉलैंड का नहीं। पुराने वीडियो को हालिया बताकर गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

False
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट