Fact Check: वायरल हो रही इस तस्वीर का नासा से नहीं है कोई संबंध, वायरल पोस्ट में किया गया दावा गलत है

वायरल हो रही तस्वीर न तो सूर्य की सतह की सबसे स्पष्ट तस्वीर है और न ही इसे नासा ने पब्लिश किया है। यह तस्वीर अमेरिका के एक फोटोग्राफर जेसन गुएंजेल ने क्लिक करने के बाद एडिटिंग सॉफ्टवेयर्स की मदद से तैयार की है।

नई दिल्‍ली (Vishvas News)। सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है। दावा किया जा रहा है कि नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) की ओर से जारी की गई यह सूर्य की सतह की सबसे स्पष्ट तस्वीर है।

विश्वास न्यूज ने पड़ताल में पाया कि वायरल पोस्ट के साथ किया जा रहा दावा सही नहीं है। इस तस्वीर को नासा ने नहीं, बल्कि एक अमेरिकी फोटोग्राफर ने क्लिक कर सॉफ्टवेयर्स की मदद से एडिट करने के बाद तैयार किया है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर Farooq Malik ने यह तस्वीर पोस्ट करते हुए अंग्रेज में कैप्शन लिखा जिसका हिंदी अनुवाद हैः नासा की ओर से पब्लिश की गई सूर्य की सतह की यह सबसे स्पष्ट तस्वीर है।

वायरल पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देख सकते हैं।

पड़ताल

विश्वास न्यूज ने पड़ताल शुरू करते हुए सबसे पहले वायरल तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज सर्च की मदद से ढूंढा। हमें यह तस्वीर fineartamerica.com नाम की वेबसाइट पर मिल गई। इस तस्वीर को यहां 16 जनवरी 2021 को जेसन गुएंजेल नामक फोटोग्राफर ने अपलोड किया था। तस्वीर को नाम दिया गया हैः मैग्नेटिक सन और तस्वीर के कैप्शन में भी जेसन को क्रेडिट दिया गया है।

हमें इसी वेबसाइट पर मौजूद जेसन का प्रोफाइल भी मिला, जिसके अनुसार वह मिशगन, यूनाइटेड स्टेट्स का रहने वाला है।

हमें यह तस्वीर जेसन के ट्विटर हैंडल पर भी मिली, जहां उन्होंने 13 जनवरी को इस तस्वीर को ट्वीट करते हुए इसके साथ अंग्रेजी में कैप्शन लिखा था, जिसका हिंदी अनुवाद हैः यह सॉफ्टवेयर की मदद से तैयार की गई तस्वीर है और सौर क्रोमोस्फीयर की यह तस्वीर हमारे तारे के अंदर चुंबकीय क्षेत्र की जटिल प्रकृति को दर्शाती है। साइंस और आर्ट के बीच महीन रेखा को करीब-करीब धुंधला करते हुए।

https://twitter.com/TheVastReaches/status/1349394217982955521

हमें यह तस्वीर उनके इंस्टाग्राम अकाउंट पर भी मिली, जहां उन्होंने 12 जनवरी को इसे पोस्ट किया था। इसके साथ भी कैप्शन में उन्होंने स्पष्ट किया है कि इस तस्वीर को एडिटिंग सॉफ्टवेयर्स की मदद से तैयार किया गया है।

हमने ज्यादा जानकारी के लिए ईमेल के जरिए जेसन से संपर्क किया, जिन्होंने हमें बताया कि यह तस्वीर उनका ही क्रिएशन है। इसे सोशल मीडिया पर गलत तरीके से नासा के नाम से वायरल किया जा रहा है। जेसन ने बताया कि वे सोलर फोटोग्राफी करना पसंद करते हैं। यह तस्वीन उन्होंने सोलर टेलिस्कोप की मदद से ली थी, जिसमें फिल्टर का इस्तेमाल किया गया है जिससे हाइड्रोजन से आने वाली रोशनी के अलावा बाकी सब लाइट को ब्लाॅक कर दिया जाता है।

हमने नासा की वेबसाइट व तमाम सोशल मीडिया हैंडल्स को भी खंगाला, लेकिन हमें वहां यह तस्वीर नहीं मिली। नासा में हीलियोफिजिक्स कम्युनिकेशंस के हेड करन सी फाॅक्स ने हमें ईमेल के जरिए जानकारी दी कि यह तस्वीर नासा की नहीं है। यह ग्राउंड बेस्ड एच-अल्फा इमेज है जिसे डिजिटली इन्हैंस किया गया है और जेसन गुएंजल नामक व्यक्ति ने इसे इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया था।

अब बारी थी फेसबुक पर इस पोस्ट को साझा करने वाले यूजर Farooq Malik के बारे में जानने की। हमने यूजर की प्रोफाइल को स्कैन किया तो पाया कि यूजर लाहौर, पाकिस्तान का रहने वाला है।

निष्कर्ष: वायरल हो रही तस्वीर न तो सूर्य की सतह की सबसे स्पष्ट तस्वीर है और न ही इसे नासा ने पब्लिश किया है। यह तस्वीर अमेरिका के एक फोटोग्राफर जेसन गुएंजेल ने क्लिक करने के बाद एडिटिंग सॉफ्टवेयर्स की मदद से तैयार की है।

False
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट