उत्तर प्रदेश के बाराबंकी के एक कॉलेज में फरवरी 2024 में लॉ की परीक्षा के दौरान हुई सामूहिक नकल का वीडियो यूपीएससी परीक्षा का बताते हुए वायरल किया जा रहा है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। 2021 में UPSC CSE परीक्षा में 841वीं रैंक हासिल करने और 2024 में पुणे कलेक्टर ऑफिस में अपनी पहली नियुक्ति पाने वाली पूजा खेडकर कार्यालय ज्वाइन करने से पहले ही अनुचित मांग करने और फर्जी दस्तावेज जमा करने को लेकर विवादों में हैं।उनपर लगे आरोपों की जांच चल रही है। इस बीच सोशल मीडिया पर सामूहिक नकल का एक वीडियो वायरल हो रहा है। सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स इसे यूपीएससी परीक्षा का बताकर शेयर कर रहे हैं।
विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में पाया कि यह मामला बाराबंकी के सिटी लॉ कॉलेज का है, जहां लॉ की परीक्षा के दौरान सामूहिक नकल पकड़ी गई थी। इसका यूपीएससी परीक्षा से कोई संबंध नहीं है।
Mohammad Hasim (मोहम्मद हाशिम) नाम के फेसबुक यूजर ने 28 जुलाई 2024 को वायरल वीडियो को पोस्ट करते हुए लिखा “यूपीएससी परीक्षा में गड़बड़ी के कारण उत्तर प्रदेश से अधिकतम आईएएस, आईपीएस अधिकारी आते हैं। यूपी सरकार ऐसे ही काम करती है। ऐसे बदमाशों से और क्या उम्मीद की जा सकती है”
वायरल दावा एक बार पहले भी वायरल हो चुका है, उस समय भी विश्वास न्यूज ने वायरल दावे की जांच की थी। उस समय कीवर्ड से इस बारे में गूगल पर सर्च करने पर हमें 1 मार्च 2024 को आजतक की वेबसाइट पर छपी एक खबर में वायरल वीडियो को देखा जा सकता है। खबर के अनुसार, वीडियो उत्तर प्रदेश के बाराबंकी के परीक्षा केंद्र सिटी लॉ कॉलेज का था और मामला लॉ की परीक्षा का है।
दैनिक भास्कर की वेबसाइट पर भी 8 मार्च 2024 को छपी खबर के अनुसार बाराबंकी के सिटी लॉ कॉलेज में सामूहिक नकल का मामला सामने आया था। यहां शिवम सिंह नाम के एलएलबी के एक छात्र ने 27 फरवरी को परीक्षा के दौरान हुई नकल को फेसबुक पर लाइव कर दिया था। इसके बाद लॉ की परीक्षा को रद्द कर दिया गया था। इसके साथ ही परीक्षा केंद्र पर दो लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया था। कॉलेज को छह साल तक के लिए परीक्षा केंद्र नहीं बनाए जाने का फैसला भी सुनाया गया था।
ईटीवी भारत और जी न्यूज की वेबसाइट पर भी इससे संबंधित खबर को देखा जा सकता है।
इस बारे में हमने बाराबंकी में दैनिक जागरण के संपादकीय प्रभारी आनंद त्रिपाठी से भी बात की थी, जिनका कहना था कि सिटी लॉ कॉलेज में टीआरसी लॉ कॉलेज का सेंटर पड़ा था। लॉ की परीक्षा के दौरान एक छात्र ने सामूहिक नकल का वीडियो वायरल कर दिया था। वीडियो सामने आने के बाद परीक्षा को रद्द कर दिया गया था।
वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले फेसबुक यूजर की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। यूजर मोहम्मद हाशिम के फेसबुक पर लगभग 6000 फॉलोअर्स हैं।
निष्कर्ष: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी के एक कॉलेज में फरवरी 2024 में लॉ की परीक्षा के दौरान हुई सामूहिक नकल का वीडियो यूपीएससी परीक्षा का बताते हुए वायरल किया जा रहा है।
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