Fact Check : अमेरिकी कंपनी द्वारा बनाई गई इस कार का नाम नर भेड़ पर आधारित है, भगवान राम के नाम पर नहीं

विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा गलत साबित हुआ। वायरल तस्वीर में दिख रही गाड़ी का नाम राम नहीं रैम है, जो नर भेड़ के नाम पर रखा गया है। इसका भगवान राम से कोई संबंध नहीं है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक गाड़ी की तस्वीर काफी वायरल हो रही है। इस तस्वीर में दिख रही गाड़ी पर RAM लिखा देखा जा सकता है। लोग इसे शेयर कर दावा कर रहे हैं कि एक अमेरिकी कंपनी ने भगवान राम से प्रभावित होकर अपनी नई गाड़ी का नाम राम रखा है। विश्वास न्यूज़ ने जांच में पाया कि यह दावा गलत है। असल में इस गाड़ी का नाम राम नहीं, रैम है। रैम का मतलब होता है नर भेड़ (male sheep )।  

क्या हो रहा है वायरल ?

फेसबुक यूजर ‘कट्टर हिंदू सनातनी पावर’ ने 29 जुलाई को वीडियो को शेयर किया है और लिखा है , “USA ने New गाड़ी लॉन्च की है जिसके Brand का नाम RAM है। जो कट्टर हिंदू होगा वही फॉलो करेगा #power_sanatani_hindu #viralsanaty #reels #tranding #shortsvideohar #reelsvideo #viral #video #post।”

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखा जा सकता है।

पड़ताल

वायरल पोस्ट की पड़ताल के लिए हमने कीवर्ड सर्च किया था। हमें jeffbelzersdodgeram.com नाम की वेबसाइट पर एक ब्लॉग मिला, जिसमें इस कार के नाम की हिस्ट्री बताई गई थी। इस ब्लॉग के अनुसार, कार का नाम रैम है। ये नाम नर शीप के नाम पर रखा गया था। पूरे ब्लॉग में नर भेड़ पर आधारित इस कंपनी के लोगो के डिटेल्स हैं। कहीं भी भगवान राम का कोई ज़िक्र नहीं है।

miraclechryslerdodgejeep.com पर भी इस कंपनी के बारे में डिटेल्स थीं। यहां दी गयी जानकारी के मुताबिक, इन कारों को बनाने वाली कंपनी का नाम रैम (RAM) है। यह एक पुरानी कंपनी है, जिसने 1981-1993 तक डॉज कंपनी के साथ मिलकर कारों का उत्पादन किया था। शुरू में इसे डॉज रैम  के नाम से जाना जाता था। डॉज कंपनी 1917 से ट्रकों का उत्पादन कर रही है।1981 में, कंपनी ने निर्णय लिया कि उसकी कार का लोगो मेढ़े (नर भेड़) का सिर होगा।

हमने रैम ट्रक्स कंपनी की वेबसाइट को भी खंगाला, मगर कहीं भी हमें भगवान राम का ज़िक्र नहीं मिला।

रैम कार का लोगो

miraclechryslerdodgejeep.com के अनुसार 1981-1993 के बीच, डॉज रैम पिकअप ट्रकों की पहली पीढ़ी बनाई गई थी। हालांकि डॉज 1917 से वाहनों का उत्पादन कर रहा था, उनके 1981 के पिकअप रैम नाम वाले पहले पिकअप थे।

हमने इस विषय में दैनिक जागरण डिजिटल के लिए ऑटो सेक्शन देखने वाले  पत्रकार सिद्धार्थ प्रियदर्शी  से बात की। उन्होंने बताया, “RAM को लेकर सोशल मीडिया पर जो भी चीजें चल रही हैं, वह महज अफवाह है। कंपनी के लोगो में भेड़ देख सकते हैं,  जिसे अंग्रेजी में रैम कहा जाता है। इस नाम की उत्पत्ति  शायद यहीं से हुई है। अभी Ram  कंपनी ने जो इलेक्ट्रिक ट्रक बनाया है, वह Tesla के साइबर ट्रक का प्रतियोगी कहा जा रहा है। इसलिए आजकल ये कंपनी बहुत चर्चा में है।”

हमने इस विषय में रैम कंपनी से भी मेल के ज़रिये संपर्क साधा है। वहां से जवाब आते ही खबर को अपडेट किया जाएगा।

हमने भ्रामक पोस्ट करने वाले फेसबुक यूजर ‘कट्टर हिंदू सनातनी पावर‘ को स्‍कैन किया। यूजर के 3 लाख से ज़्यादा फॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा गलत साबित हुआ। वायरल तस्वीर में दिख रही गाड़ी का नाम राम नहीं रैम है, जो नर भेड़ के नाम पर रखा गया है। इसका भगवान राम से कोई संबंध नहीं है।

False
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