Fact Check: वायनाड भूस्खलन के नाम पर वायरल यह तस्वीरें पुरानी हैं

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल तस्वीरें साल 2020 में इडुक्की में हुए भूस्खलन की हैं, हालिया वायनाड भूस्खलन की नहीं।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। भारी बारिश की वजह से देश के कई हिस्सों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। केरल के वायनाड में भूस्खलन के कारण आयी तबाही के चलते सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 300 से अधिक लोगों की अब तक जान जा चुकी है। ऐसे में सोशल मीडिया पर कई पुराने वीडियो और तस्वीरों को हालिया भूस्खलन से जोड़कर वायरल किया जा रहा है। इससे जोड़ते हुए कुछ यूजर्स भूस्खलन की कुछ पुरानी तस्वीरों को हाल में वायनाड में आई लैंडस्लाइड का बताते हुए शेयर कर रहे हैं।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल तस्वीरें साल 2020 में इडुक्की में हुए भूस्खलन की हैं।  

क्या है वायरल पोस्ट में

फेसबुक यूजर Jitender Kashyap (आर्काइव लिंक) ने 1 जुलाई को वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “बेहद दुःखद खबर केरल से। भीषण बारिश से लैंडस्लाइड, मलबे में दबे 100 से ज्यादा लोग, 8 लोगों की मौत। हे भोलेनाथ बाबा वहाँ के लोगो का रक्षा करे।।”

Dr Pradeep Kumar Yadav (Archive) नाम के x यूजर ने 30 जुलाई को एक और लैंडस्लाइड की तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा “केरल के वायनाड जिले में भारी  भूस्खलन हुआ।”

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल तस्वीरों की एक-एक करके जांच करने का फैसला किया।

पहली तस्वीर

पहली तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें यह तस्वीर द प्रिंट की 8 अगस्त 2020 की एक खबर में मिली। खबर के अनुसार, तस्वीर केरल के इडुक्की जिले में 2020 में हुए भूस्खलन की थी।

दूसरी तस्वीर

दूसरी तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें यह तस्वीर लाइवमिंट की 9 अगस्त 2020 की खबर में मिली। इस खबर के अनुसार, यह तस्वीर भी केरल के इडुक्की जिले में 2020 में हुए भूस्खलन की थी।

हमने इस विषय में केरल के पत्रकार प्रशांत एमएस से बात की। उन्होंने बताया, “यह दोनों ही तस्वीरें इडुक्की में 2020 में हुई लैंडस्लाइड की है। हालांकि, वायनाड में हुए भूस्खलन का मंजर और भी ज्यादा भयानक है।”

वायनाड भूस्खलन को लेकर ज्यादा जानकारी यहाँ और यहाँ पढ़ी जा सकती है।

पड़ताल के अंत में पुरानी तस्वीरों को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर की जांच की।  फेसबुक यूजर Jitender Kashyap के 2 हजार से अधिक फ़ॉलोअर्स हैं।  

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल तस्वीरें साल 2020 में इडुक्की में हुए भूस्खलन की हैं, हालिया वायनाड भूस्खलन की नहीं।

False
Symbols that define nature of fake news
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