Fact Check: दरगाह में हुई झड़प में नहीं था कोई सांप्रदायिक रंग, एक ही समुदाय के दो गुटों के बीच हुई थी झड़प

Vishvas News ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा गलत है। उत्तराखंड के जसपुर की एक दरगाह में मुस्लिम समुदाय के ही दो गुटों के बीच झड़प हो गयी थी। इसी झड़प के वीडियो को सांप्रदायिक रंग देकर गलत दावों के साथ वायरल किया जा रहा है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज़)। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में एक दरगाह में कुछ लोगों को आपस में झगड़ते हुए देखा जा सकता है। पोस्ट के साथ दावा किया जा रहा है कि उत्तराखंड के जसपुर की एक दरगाह में चादर चढ़ाने गये हिंदुओं को वहां के मौलानाओं ने पीटकर भगा दिया।

Vishvas News ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा गलत है। उत्तराखंड के जसपुर की एक दरगाह में मुस्लिम समुदाय के ही दो गुटों के बीच झड़प हो गयी थी। इसी झड़प के वीडियो को सांप्रदायिक रंग देकर गलत दावों के साथ वायरल किया जा रहा है।

क्या है वायरल वीडियो?

वायरल वीडियो में कुछ लोगों को आपस में झगड़ते हुए देखा जा सकता है। वीडियो के साथ डिस्क्रिप्शन में लिखा है, “#जसपुर_उत्तराखण्ड में मज़ार पे चादर चढ़ाने गए हिंदुओं को मौलानाओं ने दौड़ा दौड़ा कर पीटा। मैं मुस्लिम समाज का आभारी हूँ इस कुटाई के लिए !!!,✌️दुर्लभ दृश्य दर्शनार्थ।”

इन वायरल पोस्टस का आर्काइव लिंक यहां यहां और यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

अपनी जांच शुरू करने के लिए हमने पहले इस वीडियो के कीफ्रेम्स को गूगल रिवर्स इमेज टूल की सहायता से सर्च किया। हमें यह वीडियो सुदर्शन न्यूज़ के एक ट्वीट में इसी दावे के साथ अपलोडेड मिला। हालांकि, इस 71 में हमें उत्तराखंड पुलिस के वेरिफाइड हैंडल से एक ट्वीट मिला। इसमें लिखा था, “कृपया अफवाह एवं भ्रामक संदेश सोशल मीडिया पर प्रसारित न करें।” साथ ही ट्वीट में अंदर तस्वीर पर लिखा था “अवगत कराना है कि दिनांक 29/03/2021 को कालू सिद्ध मजार पतरामपुर ज उधम सिंह नगर में दो पक्षों प्रथम पक्ष अमजद अली पुत्र मो0 हासम निवासी मोह छिपियान थाना जसपुर उधम सिंह नगर व द्वितीय पक्ष अब्दुल हमीद पुत्र गुरशेर निवासी भोगपुर डाम थाना जसपुर उधम सिंह नगर के मध्य दरगाह पर चन्दे व निर्माण की बात पर विवाद व मारपीट हो गयी थी। जिसके उपरान्त दोनो पक्षों क तहरीर के आधार पर कोतवाली जसपुर में मुकदमा FIR NO 69/2021 U/S 323/324/341/504/506 IPC बनाम अब्दुल हमीद आदि व मुकदमा FIR NO 70/2021 U/S 147/323/506 IPC बनाम रिजवान आदि पंजीकृत किया गया है जबकि कुछ व्यक्तियों द्वारा सोशल मीडिया पर चादर चढाने को लेकर हिन्दुओं को दौडा-दौडा कर पीटे जाने की भ्रामक एवं झूठी अफवाह फैलाई जा रही है। जबकि सत्यता यह है कि दोनो पक्ष मुस्लिम समुदाय के लोग थे दोनो पक्षों की उक्त घटना लेकर कुछ व्यक्तियों द्वारा सोशल मीडिया पर भ्रामक एवं झूठी अफवाहे फैलाई रही है, जिनको सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेल द्वारा चिह्नित कर आवश्यक कार्यवाही की जा रही है।”

हमें इस घटना पर कई मीडिया रिपोर्टस भी मिलीं।

इस विषय में ज़्यादा पुष्टि के लिए हमने जसपुर थाना इंचार्ज राहुल पवार से संपर्क साधा। उन्होंने कहा, “इस घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं था। मुस्लिम समुदाय के ही दो गुटों के बीच दान और चंदे को लेकर झड़प हो गयी थी। इस मामले में ट्वीट कर पहले ही सूचित किया जा चुका है।”

इस पोस्ट को फेसबुक यूजर ‘जय ओम मिश्र’ ने साझा किया था। यूजर ने अपने अकाउंट को लॉक कर रखा है।

निष्कर्ष: Vishvas News ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा गलत है। उत्तराखंड के जसपुर की एक दरगाह में मुस्लिम समुदाय के ही दो गुटों के बीच झड़प हो गयी थी। इसी झड़प के वीडियो को सांप्रदायिक रंग देकर गलत दावों के साथ वायरल किया जा रहा है।

False
Symbols that define nature of fake news
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