विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा गलत है। इंडिया का कोई फुल फॉर्म नहीं है। यह नाम संस्कृत और फ़ारसी शब्द ‘इंडस’ से लिया गया है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर एक बार फिर से एक मैसेज वायरल हो रहा है। इसमें दावा किया जा रहा है कि इंडिया का फुल फॉर्म ‘Independent Nation Declared In August’ है। विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की जांच की। पड़ताल में पता चला कि वायरल मैसेज में किया गया दावा फर्जी है। इंडिया का कोई फुल फॉर्म नहीं है। यह नाम संस्कृत और फ़ारसी शब्द ‘इंडस’ से आया है।
फेसबुक यूजर मनोज पांडे ने 18 जुलाई को वायरल पोस्ट किया, जिसमें लिखा था.”INDIA नाम तो अंग्रेजों की देन है जिसका मतलब है INDEPENDENT NATION DECLARED IN AUGUST
फेसबुक पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां क्लिक करके देखा जा सकता है।
विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की सच्चाई जानने के लिए सबसे पहले गूगल ओपन सर्च की मदद ली। ब्रिटानिका इनसाइक्लोपीडिया से पता चला कि इंडिया शब्द का इस्तेमाल 1947 से पहले भी कई आधिकारिक ब्रिटिश डॉक्युमेंट्स में मिला। यहाँ तक कि आज़ादी से 89 साल पहले 1858 में आये गवर्नमेंट ऑफ़ इंडिया एक्ट में भी इंडिया का नाम इस्तेमाल किया गया था।
गूगल पर कीवर्ड सर्च करने पर भी हमें कहीं भी इंडिया का कोई फुल फॉर्म नहीं मिला। अब हमने ढूंढा कि इंडिया नाम कहां से लिया गया है। गूगल सर्च के दौरान बायजू की वेबसाइट पर हमें एक प्रश्न मिला। इसमें पूछा गया कि इंडिया शब्द की उत्पत्ति कहां से हुई। इसमें बताया गया कि ‘इंडिया’ शब्द ‘इंडस’ शब्द से आया है, जिसे संस्कृत में ‘सिंधु’ कहा जाता है। यूनानियों और ईरानियों ने इसे ‘हिंडोस’ या ‘इंडोस’ कहा जिसका अर्थ सिंधु नामक नदी के पूर्व की भूमि है। भारत नाम का प्रयोग उत्तर-पश्चिम में रहने वाले लोगों द्वारा किया जाता था। बाद में इसका प्रयोग भारत देश के लिए किया जाने लगा। इसे यहां पढ़ा जा सकता है।
जागरण जोश के एक लेख में बताया गया कि इंडिया नाम इंडस से लिया गया है, जो पुराने फ़ारसी शब्द हिंदूज़ से निकला है और बाद वाला संस्कृत शब्द सिंधु से निकला है, जो सिंधु नदी के लिए था।
हमने एक बार पहले भी ऐसे ही एक दावे की जांच की थी। उस समय हमने इस विषय में जाने-माने इतिहासकार और लेखक अक्षय जोग से संपर्क साधा था। उन्होंने हमें बताया था, “यह पोस्ट बिल्कुल गलत है। इंडिया नाम सिंधु घाटी (Indus) से निकला है।”
पिछली पड़ताल की जांच को यहां क्लिक करके पढ़ा जा सकता है।
विश्वास न्यूज ने पड़ताल के अंत में वायरल दावे को शेयर करने वाले यूजर की जांच की। फेसबुक यूजर मनोज पांडे की सोशल स्कैनिंग में पता चला कि यूजर कानपुर का रहने वाला है।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा गलत है। इंडिया का कोई फुल फॉर्म नहीं है। यह नाम संस्कृत और फ़ारसी शब्द ‘इंडस’ से लिया गया है।
सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्यम से भी सूचना दे सकते हैं।