Fact Check: गुरुग्राम हत्या मामले में नहीं है कोई सांप्रदायिक एंगल, आरोपी व पीड़िता एक ही समुदाय के हैं

विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल पोस्ट फर्जी निकली। पुलिस के अनुसार, गुरुग्राम में हुई इस घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं था। इस महिला की हत्या उसके पूर्व मंगेतर ने की थी और दोनों ही हिन्दू हैं।

Fact Check: गुरुग्राम हत्या मामले में नहीं है कोई सांप्रदायिक एंगल, आरोपी व पीड़िता एक ही समुदाय के हैं

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो में एक महिला एक पुरुष को चप्पल से पीटती दिख रही है और वहीं, पास में एक और महिला का शव पड़ा हुआ दिखा रहा है। पोस्ट को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि यह ‘लव जिहाद’ का मामला है। विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक रंग देकर वायरल किया जा रहा यह दावा गलत है। गुरुग्राम में हुई इस घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं था। पुलिस के अनुसार, इस महिला की हत्या उसके पूर्व मंगेतर ने की है और दोनों ही हिन्दू हैं।

क्या हो रहा है वायरल?

फेसबुक यूजर ‘किरन कमलेश तिवारी‘ ने 10 जुलाई को इस वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा: ‘मैने पहले भी कहा था की चायनीज वायरस से भी ज्यादा खतरनाक है यह #G #हाद वायरस जो दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। गुरुग्राम के मुल्लाहेड़ा गांव में एक अब्दुल ने हिंदू लड़की को चाकुओं से गोद कर हत्या कर दी। सनद रहे। लडना होगा अंत में नहीं सकोगे तुम भाग। पहुंचेगी हर घर तक यह जेहादी आग।”

कुछ ट्विटर यूजर इसे उत्तराखंड का बताते हुए भी गलत दावे के साथ शेयर कर रहे हैं।

फैक्ट चेक के उद्देश्य से पोस्ट में लिखी गई बातों को यहां ज्यों का त्यों पेश किया गया है। इस पोस्ट के आर्काइव  वर्जन को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की सच्चाई जानने के लिए सबसे पहले गूगल सर्च किया। हमें गुरुग्राम के मौलाहेड़ा में हुई इस पूरी घटना पर एक खबर जागरण डॉट कॉम की वेबसाइट पर 10 जुलाई को प्रकाशित मिली। खबर के अनुसार, “पालम विहार के मौलाहेड़ा में सोमवार सुबह साढ़े 11 बजे शादी से मना करने पर पड़ोस में रहने वाले युवक ने युवती (19) की चाकू से गोदकर हत्या कर दी। युवक ने पेट में दो बार चाकू से वार किए। उसकी पहचान मौलाहेड़ा निवासी रामकुमार (23) के रूप में हुई। वारदात में इस्तेमाल किया गया धारदार चाकू भी बरामद कर लिया गया। थाने में दर्ज कराई शिकायत में मूलरूप से उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले के उघैती गांव निवासी मिथलेश ने कहा कि परिवार के लोग कई वर्षों से मौलाहेड़ा में रह रहे हैं। वह और उनकी बेटी नेहा एक कोठी में साफ-सफाई का काम करती थीं। नेहा की सगाई छह महीने पहले पड़ोस में रहने वाले राजकुमार के साथ हुई थी। बाद में नेहा को राजकुमार के नशा करने के बारे में पता चला। इसके बाद नेहा के परिवार ने शादी तोड़ दी। राजकुमार उसके बाद से ही नेहा से शादी का दबाव बना रहा था। सोमवार सुबह दोनों मां-बेटी काम से वापस घर जा रही थीं। उसी समय उनपर हमला किया गया।”

हमें इस मामले में एक खबर हिंदुस्तान टाइम्स की वेबसाइट पर भी 10 जुलाई को प्रकाशित मिली। यहां दी गई जानकारी के अनुसार, पीड़िता का नाम नेहा और आरोपी का नाम रामकुमार है। खबर के अनुसार, “सहायक पुलिस आयुक्त (अपराध) वरुण कुमार दहिया ने कहा कि संदिग्ध से प्रारंभिक पूछताछ से पता चला कि वह लड़की से झुंझलाया हुआ था, क्योंकि उसके माता-पिता ने चार महीने पहले राजकुमार के साथ शादी तोड़ दी थी।”

इस मामले में ज़्यादा पुष्टि के लिए हमने दैनिक जागरण के गुरुग्राम ब्यूरो चीफ आदित्य राज से संपर्क साधा। उन्होंने बताया, “मामला लव जिहाद का नहीं था। पीड़िता और आरोपी दोनों एक ही समुदाय के हैं। दोनों की 6 महीने पहले सगाई हुई थी, जो किन्हीं कारणों से टूट गयी थी। इस बात से झुंझलाए लड़के ने लड़की की हत्या कर दी थी।”

पड़ताल के अंत में विश्वास न्यूज ने फर्जी पोस्ट करने वाले यूजर ‘किरन कमलेश तिवारी’ की जांच की। फेसबुक यूजर के 66000 से अधिक फ़ॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल पोस्ट फर्जी निकली। पुलिस के अनुसार, गुरुग्राम में हुई इस घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं था। इस महिला की हत्या उसके पूर्व मंगेतर ने की थी और दोनों ही हिन्दू हैं।

False
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