पूर्व ब्रिटिश प्रधानमंत्री विन्सटन चर्चिल के बाद नरेंद्र मोदी ऐसे दूसरे नेता हैं, जिन्होंने अमेरिकी कांग्रेस की संयुक्त बैठक को संबोधित करने का मौका मिला, यह दावा भ्रामक और गुमराहपूर्ण है। नरेंद्र मोदी के अलावा ऐसे कई अन्य नेता हैं, जिन्हें यह सम्मान हासिल है। इजरायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू तीन बार, जबकि पूर्व अफ्रीकी राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला दो बार अमेरिकी कांग्रेस की संयुक्त बैठक को संबोधित कर चुके हैं। वहीं चर्चिल दो बार कांग्रेस की संयुक्त बैठक और एक बार कांग्रेस की अनौपचारिक बैठक को संबोधित कर चुके हैं।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका की राजकीय यात्रा के दौरान वहां की कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित किया। इस संबोधन के संदर्भ में सोशल मीडिया पर वायरल एक पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री विन्सटन चर्चिल के बाद दुनिया के अकेले वैसे नेता हैं, जिन्हें अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को दुबारा संबोधित करने का सम्मान दिया गया।
विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा भ्रामक निकला। यह सही है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को दुबारा संबोधित करने का मौका मिला है, लेकिन इससे पहले कई राष्ट्राध्यक्षों को यह सम्मान हासिल हो चुका है। मसलन इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू 1996, 2011 और 2015 में तीन बार अमेरिकी कांग्रेस की संयुक्त बैठक को संबोधित कर चुके हैं। वहीं, चर्चिल की बात करें तो वह दो अमेरिकी कांग्रेस की संयुक्त बैठक और एक बार अमेरिकी कांग्रेस की अनौपचारिक बैठक को संबोधित कर चुके हैं। वहीं, पूर्व दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला भी दो बार अमेरिकी कांग्रेस की बैठक को संबोधित कर चुके हैं।
सोशल मीडिया यूजर ‘Rknaidu’ ने वायरल पोस्ट (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, “This is called a real royal invitation for a respected Diplomat…. 👏🇮🇳 After Winston Churchill, Narendra Modi, Prime Minister of India is the only Second World leader who is given this honour for second time 🇮🇳💐”
सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर कई अन्य यूजर्स ने अमेरिकी कांग्रेस की संयुक्त बैठक को संबोधित करने के आमंत्रण पत्र को शेयर करते हुए समान दावा किया है।
वायरल पोस्ट में एक जून 2023 को अमेरिकी कांग्रेस की तरफ से जारी चिट्ठी की प्रति को शेयर किया गया है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 22 जून 2023 को अमेरिकी कांग्रेस की संयुक्त बैठक को संबोधित करने का आमंत्रण दिया गया है।
अमेरिकी कांग्रेस की स्पीकर की वेबसाइट पर इस आमंत्रण की जानकारी मौजूद है और वायरल पोस्ट में इस्तेमाल किया गया आमंत्रण इस वेबसाइट पर मौजूद है, जिसे एक जून 2023 को जारी किया गया है।
इसी आमंत्रण के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 23 जून को अमेरिकी कांग्रेस की संयुक्त बैठक को संबोधित किया। अपने संबोधन की शुरुआत में वह इस बात का जिक्र करते हैं कि उन्होंने इससे पहले 2016 में भी इस संयुक्त बैठक को संबोधित किया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से इस संबोधन की तस्वीरों को भी साझा किया गया है।
history.house.gov की वेबसाइट पर अमेरिकी कांग्रेस की संयुक्त बैठक को संबोधित किए जाने का ऐतिहासिक विवरण मौजूद है, जिससे इस बात की पुष्टि होती है कि नरेंद्र मोदी से पहले दुनिया के कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों को अमेरिकी कांग्रेस की संयुक्त बैठक को संबोधित करने का मौका मिल चुका है।
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू तीन बार, 10 जुलाई 1996, 24 मई 2011 और तीन मार्च 2015 को अमेरिकी कांग्रेस की संयुक्त बैठक को संबोधित कर चुके हैं।
वायरल पोस्ट में किए गए दावे को लेकर हमने पूर्व राजनयिक और विदेश मामलों के जानकार विवेक काटजू से संपर्क किया। उन्होंने कहा, “यह जानकारी गलत है कि चर्चिल के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऐसे इकलौते राष्ट्राध्यक्ष हैं, जिन्होंने अमेरिकी कांग्रेस की संयुक्त बैठक को दुबारा संबोधित किया हो। इससे पहले कई राष्ट्राध्यक्षों को यह सम्मान हासिल हो चुका है।”
वायरल पोस्ट में चर्चिल के दो बार अमेरिकी कांग्रेस की संयुक्त बैठक को संबोधित किए जाने का जिक्र है। उपलब्ध रिकॉर्ड के मुताबिक, वह दो बार अमेरिकी कांग्रेस की संयुक्त बैठक और एक बार कांग्रेस की अनौपचारिक बैठक को संबोधित कर चुके हैं।
वहीं पूर्व दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला भी अमेरिकी कांग्रेस की संयुक्त बैठक को दो बार संबोधित कर चुके हैं।
मंडेला ने पहली बार 26 जून 1990 और दूसरी बार छह अक्टूबर 1994 को अमेरिकी कांग्रेस की संयुक्त बैठक को संबोधित किया था। रिकॉर्ड के मुताबिक, इससे पहले नरेंद्र मोदी ने आठ जून 2016 को अमेरिकी कांग्रेस की संयुक्त बैठक को संबोधित किया था। बेशक, नरेंद्र भारत के पहले ऐसे राष्ट्राध्यक्ष हैं, जिन्हें दुबारा इस बैठक को संबोधित करने का मौका मिला है। इससे पहले राजीव गांधी (13 जनवरी, 1985) पी वी नरसिंहा राव (18 मई 1994), अटल बिहारी वाजपेयी (14 सितंबर 2000) और मनमोहन सिंह (19 जुलाई 2005) को कांग्रेस की संयुक्त बैठक को संबोधित कर चुके हैं।
वायरल पोस्ट को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर को ट्विटर पर करीब 100 से अधिक लोग फॉलो करते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संबंधित अन्य फेक और भ्रामक दावों की फैक्ट चेक रिपोर्ट को विश्वास न्यूज की वेबसाइट पर पढ़ा जा सकता है।
निष्कर्ष: पूर्व ब्रिटिश प्रधानमंत्री विन्सटन चर्चिल के बाद नरेंद्र मोदी ऐसे दूसरे नेता हैं, जिन्होंने अमेरिकी कांग्रेस की संयुक्त बैठक को संबोधित करने का मौका मिला, यह दावा भ्रामक और गुमराहपूर्ण है। नरेंद्र मोदी के अलावा ऐसे कई अन्य नेता हैं, जिन्हें यह सम्मान हासिल है। इजरायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू तीन बार, जबकि पूर्व अफ्रीकी राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला दो बार अमेरिकी कांग्रेस की संयुक्त बैठक को संबोधित कर चुके हैं। वहीं चर्चिल दो बार कांग्रेस की संयुक्त बैठक और एक बार कांग्रेस की अनौपचारिक बैठक को संबोधित कर चुके हैं।
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