Fact Check: मिलावटी दूध से कैंसर को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने नहीं जारी की यह एडवाइजरी, वायरल दावा फर्जी

विश्वास न्यूज की पड़ताल में विश्व स्वास्थ्य संगठन  को लेकर वायरल  हो रहा दावा गलत साबित हुआ। मिलावटी दूध को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ऐसी कोई एडवाइजरी जारी नहीं की है। हमें मेल पर रिप्लाई करते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस दावे को खारिज किया है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक स्क्रीनशॉट को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एक एडवाइजरी जारी की है। जिसमें भारत में उपलब्ध दूध में मिलावट के कारण 8 सालों में 87% भारतीयों को कैंसर होने की बात कही गई है। 

विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा गलत साबित हुआ। मिलावटी दूध को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ऐसी कोई एडवाइजरी जारी नहीं की है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस दावे को खारिज किया है। 

क्या है वायरल पोस्ट में ?

फेसबुक यूजर Ashish Upadhyay ने 7 अक्टूबर 2022 को इस वायरल स्क्रीनशॉट को शेयर किया था। स्क्रीनशॉट पर लिखा हुआ है, who की चेतावनी- बंद नहीं हुई मिलावट तो 87% भारतीयों को कैंसर हो जाएगा। 

सोशल मीडिया पर अन्य यूजर इस पोस्ट से मिलते-जुलते दावों को शेयर कर रहे हैं। पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल 

वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स से सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें वायरल दावे से जुड़ी एक रिपोर्ट दैनिक भास्कर पर साल 2018 में प्रकाशित मिली। रिपोर्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक, पशु कल्याण बोर्ड के सदस्य मोहन सिंह अहलूवालिया ने बताया था कि विश्व सेहत संगठन ने यह स्पष्ट किया है कि दूध और अन्य खाद्य पदार्थों में मिलावट न रोकी गई तो 2025 तक देश के 20 हजार कस्बों की 87 प्रतिशत जनसंख्या कैंसर और अन्य खतरनाक बीमारियों से प्रभावित होने का अंदेशा बन जाएगा। उन्होंने कहा कि यह मिलावटी या बनाया गया दूध बीमारियां बढ़ने का कारण भी है। 

जांच के दौरान हमें विश्व स्वास्थ्य संगठन की आधिकारिक वेबसाइट पर दावे से जुड़ी एक प्रेस रिलीज मिली।  विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस दावे पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा है कि यह दावा गलत है। हमारी ओर से इस तरह का कोई सर्वे या एडवाइजरी जारी नहीं की गई है। 

पूरी तरह से पुष्टि करने के लिए हमने विश्व स्वास्थ्य संगठन से मेल के जरिए संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि यह दावा गलत है। हमारी ओर से ऐसी कोई एडवाइजरी जारी नहीं की गई है। 

पड़ताल के अंत में पोस्ट को वायरल करने वाले यूजर की जांच की गई। फेसबुक यूजर आशीष उपाध्याय के सोशल स्कैनिंग में पता चला कि यूजर के 4,994 मित्र और 28 लोग फॉलो करते हैं। यूजर उत्तर प्रदेश का रहने वाला है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में विश्व स्वास्थ्य संगठन  को लेकर वायरल  हो रहा दावा गलत साबित हुआ। मिलावटी दूध को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ऐसी कोई एडवाइजरी जारी नहीं की है। हमें मेल पर रिप्लाई करते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस दावे को खारिज किया है।

False
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