Fact Check: वीडियो में दिख रही महिला चीन में तैयार कृत्रिम इंसान नहीं, वीडियो गेम की कैरेक्टर है

वीडियो में दिख रही महिला कोई रोबोट नहीं, बल्कि एक वीडियो गेम की कैरेक्टर है। वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो व्यापक रूप से इस दावे के साथ साझा किया जा रहा है कि यह चीन द्वारा निर्मित प्लास्टिक की बनी पहली कृत्रिम महिला है। इस वीडियो को शेयर करते हुए यूजर्स दावा कर रहे हैं कि यह किसी सामान्य इंसान की तरह कोई भी काम कर सकती है और कोई भी भाषा बोल सकती है। विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि ये दावा गलत है। वीडियो में दिख रही महिला कोई रोबोट नहीं, बल्कि एक वीडियो गेम की कैरेक्टर है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर ,’Bankole Akiwowo ” ने 7 दिसंबर को वीडियो शेयर करते हुए इंग्लिश कैप्शन में लिखा है। इसका हिंदी अनुवाद है ,’चीन के बाजार में चीन में बनी कृत्रिम महिला को उतारा गया है। शरीर, मांस 100%, फैंटा ताजा। सामग्री, सिलिकन भागों के साथ बनाया गया। एक बार चार्ज करने पर बिना किसी रुकावट के 72 घंटे तक काम करती है। कोई आत्मा नहीं। भोजन की कोई ज़रूरत नहीं है। इसे “ह्वोरी” नाम दिया गया है जो 2000000 + टैक्स मूल्य के साथ मार्केट में उपलब्ध है। यह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर काम करती है इसलिए यह 99% सटीकता के साथ कोई भी भाषा बोल सकती है। कंपनी भारत के युवाओं को टारगेट करने के लिए जल्द ही भारत में “ह्वौरी” लॉन्च करने की योजना बना रही है।*दहेज नहीं। कोई कुंडली नहीं। खाना बनाती है, घर का काम करती है, कोई तर्क-वितर्क नहीं, कोई मांग या आदेश नहीं! “

सोशल मीडिया पर कई यूज़र्स इसे मिलते-जुलते दावों के साथ शेयर कर रहे हैं। इस पोस्ट का आर्काइव लिंक यहाँ देखा जा सकता है।

पड़ताल

वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए हमने इस वीडियो को इनविड टूल में डाला और इसके की-फ्रेम्स निकाले। फिर इन की-फ्रेम को गूगल लेंस के जरिए ढूंढा। हमें यह वीडियो lzuniy नाम के यूट्यूब चैनल पर 23 मई 2018 को अपलोड मिला। वीडियो के साथ डिस्क्रिप्शन लिखा था, “Detroit: Become Human – Shorts: Chloe | PS4।”

सर्च के दौरान ‘डेट्रायट: बिकम ह्यूमन’ के आधिकारिक ट्विटर हैंडल ने भी 23 मई 2018 को वायरल वीडियो का लिंक इस विवरण के साथ पोस्ट किया था – “क्लोई से मिलिए, साइबरलाइफ द्वारा बनाया गया पहला निजी सहायक एंड्रॉइड। 2022 में, यह मॉडल ट्यूरिंग टेस्ट पास करने वाला पहला मॉडल भी था।

कीवर्ड्स के साथ ढूंढ़ने पर हमें पता चला कि परिचारिका क्लोई डेट्रायट में एक ST200 Android है, जो खेल के मुख्य मेन्यू पर एक होस्ट के रूप में दिखाई देती है। वह खिलाड़ी को शुरुआत में उनकी सेटिंग्स करने में मदद करती है और बाद में मुख्य मेन्यू पर रहती है। बीच-बीच में कभी-कभी प्रश्न पूछती है या खेल में विकल्पों और घटनाओं पर टिप्पणी करती है।

इससे यह स्पष्ट हो जाता है कि क्लोई मानव रोबोट नहीं, बल्कि एक वीडियो गेम कैरेक्टर है। पहले भी ये वीडियो समान दावे के साथ सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है, जिसकी जांच विश्वास न्यूज़ ने की थी। आप फैक्ट चेक स्टोरी को यहां पढ़ सकते हैं।

हमने इस विषय में साइबर एक्सपर्ट और गेमिंग एन्थुज़ियास्ट आयुष भरद्वाज से संपर्क साधा। उन्होंने भी कन्फर्म किया कि एक वीडियो गेम की कैरेक्टर है।

अधिक जानकारी के लिए हमने चीन के पत्रकार जैक लू से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल दावा गलत है।

पड़ताल के अंत में हमने वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर की जांच की। जांच में पता चला कि यूजर नाइजीरिया का रहने वाला है। फेसबुक पर यूजर के 3.4K दोस्त हैं।

निष्कर्ष: वीडियो में दिख रही महिला कोई रोबोट नहीं, बल्कि एक वीडियो गेम की कैरेक्टर है। वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

False
Symbols that define nature of fake news
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