Fact Check : महिलाओं को कुचलने का पानी के टैंकर वाला वायरल वीडियो पुराना है, अभी का नहीं

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। दावा भ्रामक साबित हुआ। दरअसल 2021 के जनवरी में किसानों के प्रदर्शन में शामिल होने जा रहीं महिलाओं को अमृतसर के कस्‍बा वल्‍ला के पास पानी के टैंकर ने कुचल दिया था। इस हादसे में कुछ महिलाएं गंभीर रूप से घायल हो गई थीं और दो महिलाओं की मौके पर ही मौत हो गई थी।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया के विभिन्‍न प्‍लेटफार्म पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें एक पानी के टैंकर को कुछ महिलाओं को कुचलते हुए देखा जा सकता है। इस वीभत्स वीडियो को हाल का समझकर कुछ सोशल मीडिया यूजर्स वायरल कर रहे हैं। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। दावा भ्रामक साबित हुआ। दरअसल 2021 के जनवरी में किसानों के प्रदर्शन में शामिल होने जा रहीं महिलाओं को अमृतसर के कस्‍बा वल्‍ला के पास पानी के टैंकर ने कुचल दिया था। इस हादसे में कुछ महिलाएं गंभीर रूप से घायल हो गई थीं और दो महिलाओं की मौके पर ही मौत हो गई थी।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर दिलीप कुमार ने 29 मई को एक वीडियो को पोस्‍ट करते हुए लिखा, “जुल्मो सितमकी हद हो गई, जो ट्रैक्टर चालक क्रूरता के साथ लोगों को कुचल रहा।ये सब देखकर लगता है इंसानियत, मनुष्यता बिल्कुल खत्म हो चुकी है। इसकी सजा गाड़ी को आग के हवाले करके ड्राइवर को जला कर मार डाले।”

पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों ही लिखा गया है। इसे सच मानकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। पोस्‍ट का आर्काइव वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल वीडियो वाली घटना के बारे में पता लगाने के लिए गूगल ओपन सर्च टूल का इस्‍तेमाल किया। संबंधित कीवर्ड से सर्च करने पर हमें कई मीडिया वेबसाइट पर इससे जुड़ी खबर मिली। भास्‍कर डॉट कॉम ने 2 साल पहले एक खबर को पब्लिश करते हुए लिखा, “गणतंत्र दिवस पर अमृतसर में निकाले गए ट्रैक्टर मार्च में शामिल होने जा रही 5 बुजुर्ग महिलाओं को वल्ला एलिमेंटरी स्कूल के पास पानी के टैंकर से अटैच बेकाबू ट्रैक्टर ने रौंद डाला। इससे दो बुजुर्ग महिलाओं की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन गंभीर घायल हो गईं। ट्रैक्टर चालक को लोगों ने पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया है, जिसकी पहचान सुखलाल उर्फ बॉबी निवासी गांव मक्खण विंडी के रूप में हुई है। मृतकों की पहचान नरिंदर कौर (55) और सिमरजीत कौर (55) निवासी वल्ला के रूप में हुई है।” पूरी खबर यहां पढ़ें।

इससे जुड़ी खबर एनडीटीवी की वेबसाइट पर भी मिली। 26 जनवरी 2021 को पब्लिश खबर में वल्‍ला पुलिस स्‍टेशन के एस एचओ संजीव कुमार के हवाले से बताया गया कि ये महिलाएं किसानों के प्रदर्शन में जा रही थीं। पूरी खबर यहां पढ़ें।

विश्‍वास न्‍यूज ने पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए दैनिक जागरण, अमृतसर के चीफ रिपोर्टर विपिन कुमार राणा से संपर्क किया। उनके साथ वायरल वीडियो को शेयर किया। उन्होंने हमें बताया कि वीडियो पुराना है। इसका हाल-फिलहाल से कोई संबंध नहीं है।

पड़ताल के अंतिम चरण में पुराने वीडियो को अब वायरल करने वाले यूजर की जांच की। पता चला कि फेसबुक यूजर दिलीप कुमार को छह हजार से ज्‍यादा लोग फॉलो करते हैं। इस यूजर के पांच हजार फेसबुक फ्रेंड हैं।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट भ्रामक साबित हुई। जनवरी 2021 में पंजाब में हुई घटना के वीडियो को अब वायरल करके भ्रम फैलाने की कोशिश की जा रही है। हाल-फिलहाल में ऐसी कोई घटना नहीं हुई है।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
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