Fact Check : भूस्खलन के नाम पर वायरल वीडियो का नहीं है हिमाचल प्रदेश से कोई संबंध

जिस वीडियो को हिमाचल प्रदेश के नाम पर वायरल किया जा रहा है, वह 2016 से इंटरनेट पर मौजूद है।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। हिमाचल प्रदेश में पिछले कई दिनों से बारिश का कहर जारी है। बारिश, भूस्‍खलन और कई इलाकों में बाढ़ के बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में पानी के तेज बहाव के बीच मिट्टी को बहते हुए देखा जा सकता है। कुछ सोशल मीडिया यूजर्स इस वीडियो को हिमाचल प्रदेश का बताकर वायरल कर रहे हैं। विश्‍वास न्‍यूज ने विस्‍तार से इसकी जांच की। पता चला कि जिस वीडियो को अभी हिमाचल प्रदेश का बताकर वायरल किया जा रहा है, वह 2016 से इंटरनेट पर मौजूद है। अलग-अलग देशों के नाम पर यह वीडियो वायरल हो चुका है। हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण कई जगह भूस्खलन की घटना सामने आई है। हालांकि, वायरल हो रहे इस वीडियो का हिमाचल प्रदेश से कोई संबंध नहीं है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक पेज द वाइस ऑफ इंडिया ने 26 जुलाई को एक वीडियो पोस्‍ट करते हुए हिमाचल प्रदेश का बताते हुए लिखा कि हिमाचल वालों अब भी वक्‍त है अल्‍लाह से तौबा करलो।

इस वीडियो को हिमाचल प्रदेश का समझकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। पोस्‍ट का आर्काइव वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

हिमाचल प्रदेश के नाम पर वायरल वीडियो की सच्‍चाई पता लगाने के लिए सबसे पहले इनविड टूल का इस्‍तेमाल किया गया। इस टूल के माध्‍यम से कई कीफ्रेम्‍स निकाले गए। फिर इन्‍हें गूगल रिवर्स इमेज टूल के जरिए असली वीडियो खोजने की कोशिश की गई। एक ट्विटर हैंडल पर इस वीडियो को एक अगस्‍त 2020 को अपलोड करते हुए इसे पूर्वी अफ्रीका का बताया गया।

ऑनलाइन सर्च के दौरान यही वीडियो एक यूट्यूब चैनल पर भी मिला। 22 जून 2020 को अपलोड करते हुए इसे नेपाल की बाढ़ का बताया गया।

विश्‍वास न्‍यूज ने अपनी पड़ताल को जारी रखा। सबसे पुराना वीडियो 24 मई 2016 का मिला। यूट्यूब पर गोपाल प्रधान ने डुहाबी का बताया।

विश्‍वास न्‍यूज ने जांच को आगे बढ़ाते हुए दैनिक जागरण, हिमाचल प्रदेश के पत्रकार राजेश शर्मा से संपर्क किया। उन्‍होंने स्‍पष्‍ट करते हुए बताया कि वीडियो हिमाचल प्रदेश का नहीं है। यह कई सालों से वायरल है।

हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण कई स्‍थानों पर भूस्‍खलन के कारण भारी नुकसान हुआ है। जागरण डॉट कॉम पर पब्लिश खबर में बताया गया कि प्रदेश में अब तक पांच हजार करोड़ से ज्‍यादा का नुकसान हुआ है। इसके अलावा भारी संख्‍या में जानमाल का नुकसान हुआ है। सैकड़ों मकान और दुकानों को नुकसान पहुंचा है । पूरी खबर यहां पढ़ें।

विश्‍वास न्‍यूज स्‍वतंत्र रूप से इस बात की पुष्टि नहीं करता है कि वायरल वीडियो किस देश का है, लेकिन यह स्‍पष्‍ट है कि इस वीडियो का हिमाचल प्रदेश में हाल के दिनों में हुए भूस्खलन से कोई संबंध नहीं है।

पड़ताल के अंत में फर्जी पोस्‍ट करने वाले यूजर की जांच की गई। फेसबुक पेज द वायस ऑफ इंडिया के 6.7 हजार फॉलोअर हैं।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। जिस वीडियो को हिमाचल प्रदेश के नाम पर वायरल किया जा रहा है, वह 2016 से इंटरनेट पर मौजूद है।

False
Symbols that define nature of fake news
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