Fact Check: रतन टाटा के नाम से वायरल हो रही यह पोस्ट फर्जी है

हमारी पड़ताल में यह साफ हुआ कि वायरल पोस्ट में किया गया दावा गलत है। रतन टाटा ने देश को कोरोना मुक्त बनाने के लिए अपनी पूरी संपत्ति खर्च करने की बात नहीं कही है।

Fact Check: रतन टाटा के नाम से वायरल हो रही यह पोस्ट फर्जी है

नई दिल्‍ली (Vishvas News)। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है, जिसके जरिए दावा किया जा रहा है कि उद्योगपति रतन टाटा ने भारत को कोरोनामुक्त देश बनाने के लिए अपनी पूरी संपत्ति खर्च करने की बात कही है। विश्वास न्यूज ने पड़ताल में पाया कि वायरल पोस्ट में रतन टाटा के हवाले से कहा जा रहा स्टेटमेंट गलत है।

दरअसल रतन टाटा ने पिछले साल भी कोरोनावायरस से लड़ने के लिए 1500 करोड़ रूपए दान करने का ऐलान किया था। वहीं, हाल-फिलहाल टाटा समूह ने मेडिकल ऑक्सीजन की सप्लाई बढ़ाने में सरकार का सहयोग करने की बात कही थी। हालांकि, रतन टाटा ने यह बयान कभी नहीं दिया कि वे कोरोनावायरस से लड़ने के लिए अपनी पूरी संपत्ति खर्च करने के इच्छुक हैं।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर Piyush Yadav ने रतन टाटा की एक तस्वीर के साथ पोस्ट शेयर की, जिसमें लिखा गया है : रतन टाटा जी ने कहा—मेरी सारी संपत्ति चली गई तो भी चलेगा, लेकिन भारत कोरोना मुक्त होना चाहिए..इस महान देशभक्त के जज्बे को प्रणाम…आओ!लगाए पूरा यत्न..टाटा जी को मिले भारत—रत्न..

पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट में किए गए दावे की पड़ताल के लिए सबसे पहले कीवर्ड्स की मदद से इंटरनेट पर सर्च किया, लेकिन हमें ऐसी कोई मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली, जिसमें वायरल दावे की पुष्टि की गई हो। अगर रतन टाटा ने यह बयान दिया होता तो यह बेशक एक बड़ी खबर होती और मीडिया में सुर्खियों में होती।

इसके बाद हमने रतन टाटा के सभी आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट्स खंगाले, लेकिन हमें ऐसा कोई पोस्ट भी नहीं मिला। टाटा सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं।

ज्यादा जानकारी के लिए हमने टाटा समूह के कॉरपोरेट कम्युनिकेशन पर्सनल बॉब जॉन से ईमेल के जरिए संपर्क किया। हमारे ईमेल के जवाब में बॉब ने यह साफ किया कि रतन टाटा ने इस तरह का कोई बयान नहीं दिया है, वायरल हो रहा पोस्ट फर्जी है।

बता दें कि मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पिछले साल मार्च में रतन टाटा और टाटा संस ने 1500 करोड़ रुपए कोविड 19 से निपटने के लिए देश को दान देने का फैसला किया था। इसमें टाटा ट्रस्ट की ओर से 500 करोड़, जबकि टाटा संस की तरफ से 1000 करोड़ रुपए देने की बात की गई थी।

वहीं, हाल ही टाटा ग्रुप ने ट्वीट कर मेडिकल ऑक्सीजन की सप्लाई और प्रोडक्शन को बढ़ाने के लिए सरकार के प्रयासों में मदद करने की घोषणा की थीं। इसी के तहत टाटा समूह ने लिक्विड ऑक्सीजन ट्रांसपोर्ट करने के लिए 24 क्रायोजेनिक कंटेनर्स इम्पोर्ट किए थे।

अब बारी थी फेसबुक पर पोस्ट को साझा करने वाले यूजर Piyush Yadav की प्रोफाइल को स्कैन करने का। प्रोफाइल को स्कैन करने पर हमने पाया कि यूजर पेशे से ग्राफिक डिजाइनर और मोटिवेश्नल स्पीकर भी है। यूजर ने यह पोस्ट positive soch नाम के फेसबुक पेज पर साझा की है। खबर लिखे जाने तक इस पेज के करीब 25 लाख फॉलोअर्स थे।

निष्कर्ष: हमारी पड़ताल में यह साफ हुआ कि वायरल पोस्ट में किया गया दावा गलत है। रतन टाटा ने देश को कोरोना मुक्त बनाने के लिए अपनी पूरी संपत्ति खर्च करने की बात नहीं कही है।

False
Symbols that define nature of fake news
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