विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि हाथ की मुट्ठी के आकार की वायरल तस्वीर को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से तैयार किया गया है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें एक हाथ की बनी मुट्ठी के आकार के बैंगन को देखा जा सकता है। तस्वीर को असली समझ कई लोग शेयर कर रहे हैं।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल तस्वीर को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से तैयार किया गया है।
फेसबुक यूजर ‘Sarita Rawat‘ ने 3 सितम्बर 2024 को वायरल तस्वीर को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा, “प्रकृति भी बोल रही है संगठित हो जाओ नहीं तो खत्म कर दिए जाओगे…।।।”
पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।
वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने फोटो को गौर से देखा। हमने पाया कि तस्वीर में दिख रहा हाथ कुछ ज्यादा ही वास्तविक लग रहा था। ऐसे में हमें तस्वीर को एआई टूल्स की मदद से बनाए जाने का संदेह हुआ।
पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने तस्वीर को दो टूल्स की मदद से सर्च किया। दोनों ही टूल्स ने इस तस्वीर को एआई जेनरेटेड बताया।
पहले हमने हगिंग फेस की मदद से तस्वीर को सर्च किया। टूल ने तस्वीर को 96 फीसदी एआई जेनरेटेड बताया।
हमने फिर दूसरे टूल ‘इज इट एआई’ पर इसे जांचा। इसने भी इस तस्वीर को एआई निर्मित बताया।
इस बारे में ज्यादा जानकारी हासिल करने के लिए हमने एआई प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहे एआई एक्सपर्ट अंश मेहरा से संपर्क किया और वायरल तस्वीर को उनके साथ शेयर किया। उन्होंने हमें बताया कि तस्वीर को एआई की मदद से बनाया गया है।
विश्वास न्यूज इससे पहले भी एआई निर्मित तस्वीरों और डीपफेक वीडियो की पड़ताल कर उनकी असलियत सामने ला चुका है। फैक्ट चेक रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है।
अंत में हमने फोटो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर सरिता रावत के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर ने प्रोफाइल पर खुद को दिल्ली का रहने वाला बताया हुआ है। फेसबुक पर यूजर के 15000 से अधिक फॉलोअर्स हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि हाथ की मुट्ठी के आकार की वायरल तस्वीर को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से तैयार किया गया है।
सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्यम से भी सूचना दे सकते हैं।