Fact Check : धोनी की गिरफ़्तारी को लेकर वायरल हो रहा दावा है गलत

विश्वास न्यूज की पड़ताल में धोनी की “गिरफ़्तारी” को लेकर वायरल दावा गलत साबित हुआ। असली तस्वीर चेपॉक स्टेडियम की ही है, लेकिन गिरफ्तारी की नहीं, बल्कि ऑटोग्राफ देने की है,। जिसे अब गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही महेंद्र सिंह धोनी की तस्वीर के साथ दावा किया जा रहा है कि भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान धोनी को फिक्सिंग और आम्रपाली स्कैम के आरोप में चेपॉक स्टेडियम से गिरफ्तार किया गया है।

विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा गलत साबित हुआ। असली तस्वीर चेपॉक स्टेडियम की है। तस्वीर को गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर विवान कपूर ने 16 मई को एक फोटो को पोस्ट करते हुए लिखा, “‘Breaking news : MS Dhoni has been arrested from Chepauk Stadium last night for fixing and amrapali scam” (हिंदी अनुवाद : ब्रेकिंग न्यूज : एमएस धोनी को फिक्सिंग और आम्रपाली स्कैम के आरोप में बीती रात चेपॉक स्टेडियम से गिरफ्तार कर लिया गया है। )

इस तस्‍वीर को सोशल मीडिया पर अन्य यूजर मिलते-जुलते दावों के साथ शेयर कर रहे हैं। पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

महेंद्र सिंह धोनी से जुड़े दावे की सच्चाई जानने के लिए विश्‍वास न्‍यूज ने सबसे पहले गूगल सर्च का सहारा लिया। संबंधित कीवर्ड टाइप करने पर हमें ऐसी एक भी खबर नहीं मिली, जो वायरल दावे की पुष्टि करें। यदि धोनी को गिरफ्तार किया गया होता तो इससे जुड़ी खबर हर मीडिया संस्थान की सुर्ख़ियों में होती।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने तस्वीर को गूगल लेंस के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल तस्वीर से जुड़ी वीडियो रिपोर्ट कई जगह अपलोड मिली। ‘CricCard ‘ के वेरिफाइड यूट्यूब चैनल पर वायरल वीडियो से मिलती-जुलती तस्वीर को देखा जा सकता है। 15 मई 2023 को अपलोड वीडियो के साथ दी गई जानकारी के मुताबिक, “चेन्नई सुपर किंग्स और कोलकाता नाइट राइडर्स के बीच खेले गए मैच में धोनी ने सबका दिल जीत लिया। कोलकाता नाइट राइडर्स टीम ने सीएसके टीम को 6 विकेट से हराया और फिर मैच खत्म होने के बाद एमएस धोनी ने स्टेडियम में मौजूद सीएसके के प्रशंसकों को टेनिस बॉल गिफ्ट की और फिर इसके बाद धोनी ने सुनील गावस्कर की शर्ट पर अपना ऑटोग्राफ भी दिया, इसके बाद जब चेन्नई का पुलिस स्टाफ मैदान पर आया, एमएस धोनी ने एक-एक करके सभी पुलिसकर्मियों से हाथ मिलाया और उनके साथ फोटो भी क्लिक की।”

‘he Cricket Chaska’ के यूट्यूब चैनल पर भी वायरल तस्वीर से जुड़ी खबर को पढ़ा जा सकता है। वीडियो चेपॉक स्टेडियम का बताया गया है।  

वायरल दावे को लेकर हमने दैनिक जागरण के खेल संवाददाता अभिषेक त्रिपाठी से संपर्क किया। उन्होंने बताया कि वायरल दावा गलत है।

क्या है आम्रपाली मामला

जागरण डॉट कॉम पर प्रकाशित खबर में बताया गया, “आम्रपाली ग्रुप के ऊपर फ्लैट खरीदारों को समय पर फ्लैट (Flat) की डिलीवरी नहीं करने, धोखाधड़ी समेत कई केस चल रहे हैं। एक ऑडिट रिपोर्ट के अनुसार, धोनी की पत्नी साक्षी धोनी आम्रपाली माही डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड (AMDPL) की डायरेक्टर और कंपनी के 25 फीसदी शेयरों की मालकिन थीं। अप्रैल 2016 तक महेंद्र सिंह धोनी आम्रपाली ग्रुप के एक ब्रांड एंबेसडर रहे। सुप्रीम कोर्ट में पेश हुई ऑडिट रिपोर्ट में कहा गया है कि स्पोर्ट्स मार्केटिंग और मैनेजमेंट कंपनी रीति स्पोर्ट्स मैनेजमेंट में महेंद्र सिंह धोनी के शेयर हैं और यह कंपनी आम्रपाली विवाद में शामिल है। ऑडिट रिपोर्ट में दावा किया गया है कि साल 2009 से 2015 के मध्य रीति  स्पोर्ट्स को आम्रपाली समूह ने 42.22 करोड़ रुपये का पेमेंट किया।”

पड़ताल के अंत में हमने पोस्ट को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर की जांच की। जांच में पता चला कि फेसबुक पर यूजर को 4  हज़ार लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में धोनी की “गिरफ़्तारी” को लेकर वायरल दावा गलत साबित हुआ। असली तस्वीर चेपॉक स्टेडियम की ही है, लेकिन गिरफ्तारी की नहीं, बल्कि ऑटोग्राफ देने की है,। जिसे अब गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

False
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