बांग्लादेश के ब्राह्मणबरिया में एक मुस्लिम परिवार के सभी सदस्यों की संदिग्ध मृत्यु की घटना के वीडियो को वहां जारी हिंसा के बीच हिंदू परिवार की हत्या के दावे से शेयर किया जा रहा है। बांग्लादेश में कोटा सिस्टम के खिलाफ हुए हिंसक प्रदर्शन के बाद से वहां पूर्व सत्ताधारी पार्टी आवामी लीग के नेताओं और कार्यकर्ताओं के अलावा अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के लोगों के खिलाफ व्यापक हिंसा, हत्या और आगजनी के मामले सामने आए हैं, लेकिन वायरल हो रहा वीडियो इससे संबंधित नहीं है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। बांग्लादेश में सियासी उथल-पुथल और जारी हिंसा के बीच वहां रहने वाले अल्पसंख्यक हिंदुओं को निशाना बनाया गया है। इसी संदर्भ में सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो को शेयर किया जा रहा है, जिसमें एक परिवार के सभी सदस्यों की हत्या का दावा किया गया है। दावा किया जा रहा है कि यह घटना बांग्लादेश की है, जहां बच्चों समेत एक हिंदू परिवार की हत्या कर दी गई।
विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इस दावे को गलत पाया। वायरल हो रहा वीडियो बांग्लादेश में हुई घटना का है, लेकिन इसके पीड़ित मुस्लिम हैं। यह घटना जुलाई महीने की है, जब बांग्लादेश के ब्राह्मणबरिया में एक मुस्लिम परिवार के सभी सदस्य संदिग्ध हालत में मृत पाए गए थे।
गौरतलब है कि बांग्लादेश में कोटा सिस्टम के खिलाफ हुए हिंसक प्रदर्शन के दौरान सियासी अनिश्चितता की स्थिति में राजनीतिक प्रतिस्पर्धियों के साथ वहां रहने वाले हिंदू अल्पसंख्यकों को भी निशाना बनाया गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, हिंदू समुदाय के लोगों की हत्या के साथ-साथ उनके व्यवसाय, घरों और मंदिरों पर भी हमला किया गया। हालांकि, वायरल वीडियो का संबंध ऐसी किसी हिंसा से नहीं है।
विश्वास न्यूज के टिपलाइन नंबर +91 9599299372 पर यूजर ने इस वीडियो को भेजते हुए इसे कश्मीर का बताया है।
सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर भी कई अन्य यूजर्स (आर्काइव लिंक) ने इस घटना के वीडियो को समान दावे के साथ शेयर किया है। एक्स प्लेटफॉर्म पर भी कई यूजर्स ने इस वीडियो को समान दावे के साथ शेयर किया है।
(डिस्क्लेमर: वायरल वीडियो के दृश्य विचलित कर सकते हैं।)
वायरल वीडियो के की-फ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें यह वीडियो ‘Ariful Islam Munshi’ की प्रोफाइल पर लगा मिला। उन्होंने इसे नबीनगर ब्राह्मणबरिया की घटना बताते हुए शेयर किया है, जिसमें एक ही परिवार के चार लोग रहस्यमयी तरीके से मृत पाए गए।
इसी आधार पर की-वर्ड सर्च में हमें बांग्लादेशी यू-ट्यूब चैनल ‘Channel i News’ पर एक वीडियो मिला, जिसमें इस घटना का जिक्र है।
28 जुलाई 2024 की घटना की जानकारी बांग्ला भाषा में दी गई है, जिसे हमने गूगल ट्रांसलेट टूल की मदद से अनूदित किया।
“কান্না আর আহাজারিতে ভারী এলাকার পরিবেশ। একই পরিবারের ৪ জনের লা//শ একের পর এক বের করে নিয়ে যাচ্ছে পু//লিশ। রহসুজনকভাবে একই পরিবারের ৪ জনের মৃত্যু নিয়ে রয়েছে বহু প্রশ্ন । চাঞ্চল্যকর এই ঘটনা কি হ//ত্যা নাকি আত্ন//হত্যা?
ব্রাহ্মণবাড়িয়ার নবীনগরে বিজয়পাড়া গ্রামের ব্যবসায়ী সোহাগ মিয়া, তার স্ত্রী জান্নাত বেগম, বড় মেয়ে ফাহিমা ও ছোট মেয়ে তাহমিদার ঝুলন্ত ম//রদহে উদ্ধার করেছে পুলিশ।”
इसके मुताबिक, “इलाके का माहौल आंसुओं और चीखों से गमगीन है। पुलिस एक-एक कर एक ही परिवार के 4 सदस्यों को बाहर निकाल रही है। एक ही परिवार के 4 सदस्यों की रहस्यमय मौत को लेकर कई सवाल हैं। ये सनसनीखेज वारदात हत्या है या आत्महत्या? पुलिस ने विजयपारा गांव के व्यवसायी सोहाग मिया, उनकी पत्नी जन्नत बेगम, बड़ी बेटी फाहिमा और छोटी बेटी तहमीदार के शव को ब्राह्मणबरिया के नबीनगर से बरामद किया।”
यानी यह घटना बांग्लादेश के ब्राह्मणबरिया की है, जहां एक मुस्लिम व्यवसायी का पूरा परिवार घर के अंदर मृत पाया गया था। कई अन्य रिपोर्ट्स में हमें इस घटना का जिक्र समान संदर्भ में मिला।
बांग्लादेशी न्यूज पोर्टल इत्तेफाक.कॉम की वेबसाइट पर 28 जुलाई 2024 को प्रकाशित रिपोर्ट में मरने वाले व्यक्ति एक ही परिवार के बताए गए हैं, जिनके नाम क्रमश:सोहाग मियां (33), जन्नतुल बेगम (25), फारिया (4) और फाहिमा (2) हैं। रिपोर्ट में नबीनगर थाने के पुलिस अधिकारी महबूब आलम का भी बयान मौजूद है, जिसके मुताबिक, पड़ोसियों की तरफ से सूचना दिए जाने पर पुलिस ने घर का दरवाजा तोड़ कर शवों को बाहर निकाला। हमें किसी भी रिपोर्ट में इस घटना में सांप्रदायिक एंगल का जिक्र नहीं मिला।
इस बीच बांग्लादेश में नई सरकार का गठन हो चुका है और बांग्लादेश के नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद युनुस इस अंतरिम सरकार के प्रमुख सलाहकार के तौर पर शपथ ले चुके हैं।
न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक, संयुक्त राष्ट्र ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों की निंदा की है। बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के खिलाफ हिंसा के बीच, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के प्रवक्ता ने कहा कि वह नस्लीय आधार पर किसी भी हमले या हिंसा भड़काने के खिलाफ हैं।
वायरल वीडियो को फेक दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर की प्रोफाइल से विचारधारा विशेष से प्रेरित सामग्री शेयर की जाती है। बांग्लादेश से संबंधित अन्य वायरल दावों की जांच करती फैक्ट चेक रिपोर्ट्स को विश्वास न्यूज की वेबसाइट पर पढ़ा जा सकता है।
निष्कर्ष: बांग्लादेश के ब्राह्मणबरिया में एक मुस्लिम परिवार के सभी सदस्यों की संदिग्ध मृत्यु की घटना के वीडियो को वहां जारी हिंसा के बीच हिंदू परिवार की हत्या के दावे से शेयर किया जा रहा है। बांग्लादेश में कोटा सिस्टम के खिलाफ हुए हिंसक प्रदर्शन के बाद से वहां पूर्व सत्ताधारी पार्टी आवामी लीग के नेताओं और कार्यकर्ताओं के अलावा अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के लोगों के खिलाफ व्यापक हिंसा, हत्या और आगजनी के मामले सामने आए हैं, लेकिन वायरल हो रहा वीडियो इससे संबंधित नहीं है।
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