उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुई भगदड़ की घटना के वीडियो को बांग्लादेश में हिंदू महिलाओं के खिलाफ हुई हिंसा का बताकर शेयर किया जा रहा है। जुलाई 2024 में हाथरस में सत्संग के दौरान हुई भगदड़ में करीब 120 से अधिक श्रद्धालुओं की मौत हुई थी, जिसमें अधिकांश बच्चे और महिलाएं शामिल थीं।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। बांग्लादेश संकट के बीच सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म्स पर वायरल एक वीडियो को लेकर दावा किया जा रहा है कि यह वहां हिंदू महिलाओं के साथ हुई बर्बरता से संबंधित है, जहां उनके साथ बलात्कार कर उनकी हत्या कर दी गई। वायरल वीडियो में कई महिलाओं के शवों को देखा जा सकता है।
विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इस दावे को गलत पाया। बांग्लादेश में राजनीतिक संकट के दौरान वहां के अल्पसंख्यकों को हिंसा का सामना करना पड़ा, लेकिन वायरल हो रहा वीडियो वहां घटित ऐसी किसी घटना से संबंधित नहीं है। वायरल हो रहा वीडियो उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में एक सत्संग के दौरान हुई भगदड़ की हालिया घटना से संबंधित है, जिसमें 120 से अधिक श्रद्धालुओं की मौत हुई थी और मरने वालो में अधिकांश महिलाएं और बच्चे शामिल थे।
फेसबुक यूजर ‘Suraj Seth’ ने वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, “*बांग्लादेश में मुसलमानों द्वारा क्रूर बलात्कार के बाद हिंदुओं की हत्या.. अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार व मानवता की ढोल पिटने बाले देश उनकी रक्षा क्यों नहीं कर रहे..!? यूएनएचआरसी. कहां छिपा है..? ये भारत में बहुत जल्दी आ जाते हैं.क्या वे मुसलमानों से डरते हैं..? या वे स्वयं मुखिया है।”
कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।
(वायरल वीडियो के दृश्य विचलित कर सकते हैं।)
वायरल वीडियो के ऑरिजिनल सोर्स को ढूंढने के लिए हमने इन-विड टूल की मदद से मिले की-फ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च किया। सर्च में हमें ऐसे कई वीडियो मिले, जिसमें समान विजुअल को देखा जा सकता है।
इन सभी वीडियो के साथ दी गई जानकारी में उन्हें उत्तर प्रदेश के हाथरस में आयोजित सत्संग में हुई भगदड़ का बताया गया है, जिसमें 120 से अधिक लोगों की मौत हुई थी। कई अन्य न्यूज रिपोर्ट्स में इस घटना का जिक्र है।
दो जुलाई को हुए इस हादसे के दौरान संसद का सत्र चल रहा था और इस घटना की जानकारी मिलने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव को बीच में रोकते हुए पीड़ितों के प्रति संवेदना और सहानुभूति जताई थी।
वायरल वीडियो को लेकर हमने हमारे सहयोगी दैनिक जागरण के हाथरस जिला प्रभारी हिमांशु गुप्ता से संपर्क किया। उन्होंने पुष्टि करते हुए बताया कि वायरल हो रहा वीडियो हाथरस में एक सत्संग के दौरान हुई भगदड़ का है।
गौरतलब है कि बांग्लादेश में कोटा सिस्टम के खिलाफ हुए हिंसक प्रदर्शन के दौरान बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना वाजेद को देश छोड़ना पड़ा था, जिसके बाद पैदा हुई सियासी अनिश्चितता की स्थिति में राजनीतिक प्रतिस्पर्धियों के साथ वहां रहने वाले हिंदू अल्पसंख्यकों को भी निशाना बनाया गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, हिंदू समुदाय के लोगों की हत्या के साथ-साथ उनके व्यवसाय, घरों और मंदिरों पर भी हमला किया गया।
इस बीच बांग्लादेश में नई सरकार का गठन हो चुका है और बांग्लादेश के नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस इस अंतरिम सरकार के प्रमुख सलाहकार के तौर पर शपथ ले चुके हैं।
न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक, संयुक्त राष्ट्र ने भी बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों की निंदा की है। बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के खिलाफ हिंसा के बीच, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के प्रवक्ता ने कहा कि वह नस्लीय आधार पर किसी भी हमले या हिंसा भड़काने के खिलाफ हैं।
बांग्लादेश से संबंधित अन्य वायरल दावों की फैक्ट चेक रिपोर्ट को विश्वास न्यूज की वेबसाइट पर पढ़ा जा सकता है। इससे पहले एक अन्य वायरल वीडियो के जरिए बांग्लादेश के एयरपोर्ट पर भारतीय सेना की मौजूदगी का दावा किया गया था, जिसे हमने अपनी जांच में फेक पाया था।
निष्कर्ष: उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुई भगदड़ की घटना के वीडियो को बांग्लादेश में हिंदू महिलाओं के खिलाफ हुई हिंसा का बताकर शेयर किया जा रहा है। जुलाई 2024 में हाथरस में सत्संग के दौरान हुई भगदड़ में करीब 120 से अधिक श्रद्धालुओं की मौत हुई थी, जिसमें अधिकांश बच्चे और महिलाएं शामिल थीं।
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