X
X

Fact Check : मध्य प्रदेश में डेढ़ साल पहले हुई घटना के वीडियो को यूपी का बताकर किया जा रहा वायरल 

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो उत्तर प्रदेश का नहीं, बल्कि मध्य प्रदेश का है। वायरल वीडियो जुलाई 2021 का है। दरअसल, लड़की के परिवारवालों ने ही लड़की के साथ मारपीट की थी।

  • By: Pragya Shukla
  • Published: Feb 2, 2023 at 10:45 AM
  • Updated: Feb 2, 2023 at 04:25 PM

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में कुछ लोगों को एक महिला के साथ मारपीट करते हुए देखा जा सकता है। इस वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि यूपी में एक महिला के साथ कुछ लोगों ने सिर्फ इसलिए मारपीट की, क्योंकि वो दलित समुदाय से हैं और नदी में नहा रही थी। लोगों ने उस पर नदी को अपवित्र करने का आरोप लगाया और उसके साथ मारपीट की।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो उत्तर प्रदेश का नहीं, बल्कि मध्य प्रदेश का है। वायरल वीडियो जुलाई 2021 का है। दरअसल, लड़की के परिवारवालों ने ही लड़की के साथ मारपीट की थी।

क्या हो रहा है वायरल ?

फेसबुक यूजर बाबू जॉन जेवियर ने 31 जनवरी 2023 को वायरल वीडियो को शेयर किया है। यूजर ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “यूपी में नदी में एक दलित लड़की ने नहाया था। सिर्फ इसलिए  तथाकथित गिरोह ने लड़की को बेरहमी से पीटा, क्योंकि लड़की ने नदी को अपवित्र कर दिया। इंसानियत कहा हैं?”

इस पोस्ट की बातों को यहां ज्यों का त्यों पेश किया गया है। इस पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है।

पड़ताल 

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल वीडियो की जांच के लिए सबसे पहले इनविड टूल की मदद से कई ग्रैब निकाले। फिर इन्‍हें गूगल लेंस टूल की मदद से सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल वीडियो से जुड़ी एक रिपोर्ट नईदुनिया की वेबसाइट पर प्रकाशित मिली। रिपोर्ट को 4 जुलाई 2021 को प्रकाशित किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, “मध्य प्रदेश के धार जिले के टांडा थाना अंतर्गत ग्राम पीपलवा में महिला के साथ बर्बरता का मामला सामने आया है। महिला के चचेरे भाई सहित परिवार के अन्य लोगों ने महिला को बेरहमी से पीटा।”

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स से सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें वायरल वीडियो से जुड़ी एक अन्य रिपोर्ट टाइम्स नाउ की वेबसाइट पर मिली। रिपोर्ट को 4 जुलाई 2021 को प्रकाशित किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, “मध्य प्रदेश के धार जिले में मामा के बेटों से फोन पर बात करने पर आदिवासी समुदाय की दो बहनों को उनके परिवारवालों ने बेरहमी से पीटा। मामला सामने आने के बाद इस मामले में परिवार के ही सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है।” 

रिपोर्ट में टांडा थाना प्रभारी विजय वास्कले का बयान मौजूद है। उन्होंने इस पूरी घटना को लेकर कहा है, “यह घटना 22 जून की पीपलवा गांव की है। इस घटना का वायरल वीडियो 25 जून को पुलिस के पास पहुंचा। हालांकि, 19 और 20 साल की उम्र की पीड़िताओं को शुरू में शिकायत दर्ज कराने में डर लग रहा था। इसके बाद एक महिला को थाने लाया गया और उसका बयान दर्ज किया गया। उसने कहा कि उनके चचेरे भाई और परिवार के अन्य सदस्यों ने मारपीट करने से पहले उन्हें गांव के एक स्कूल के पास रोका।”

टाइम्स ऑफ इंडिया और इंडिया टुडे ने भी इस खबर को प्रकाशित किया था।  

अधिक जानकारी के लिए विश्वास न्यूज ने इस वीडियो को लेकर नईदुनिया धार जिले के ब्यूरो चीफ प्रेम विजय पटेल से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया, “यह वीडियो जुलाई 2021 की एक घटना का है। मध्य प्रदेश के धार जिले के टांडा के पीपलवा गांव की घटना है, जिसमें रिश्तेदारों ने युवतियों को फोन पर लड़कों से बात करने पर पीटा था। इस घटना में आरोपियों पर 307 जैसी कठोर धारा लगाई गई थी। तकरीबन नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया था। मगर उन्हें बाद में जमानत मिल गई थी।

पड़ताल के अगले चरण में फर्जी मैसेज करने वाले यूजर बाबू जॉन जेवियर की जांच की गई। प्रोफाइल पर दी गई जानकारी के मुताबिक, यूजर मार्च 2010 से फेसबुक पर सक्रिय है। यूजर को 253 लोग फेसबुक पर फॉलो करते हैं। 

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो उत्तर प्रदेश का नहीं, बल्कि मध्य प्रदेश का है। वायरल वीडियो जुलाई 2021 का है। दरअसल, लड़की के परिवारवालों ने ही लड़की के साथ मारपीट की थी।

  • Claim Review : यूपी में नदी में एक दलित लड़की ने नहाया था। सिर्फ इसलिए  तथाकथित गिरोह ने लड़की को बेरहमी से पीटा, क्योंकि लड़की ने नदी को अपवित्र कर दिया।
  • Claimed By : फेसबुक यूजर बाबू जॉन जेवियर
  • Fact Check : भ्रामक
भ्रामक
फेक न्यूज की प्रकृति को बताने वाला सिंबल
  • सच
  • भ्रामक
  • झूठ

पूरा सच जानें... किसी सूचना या अफवाह पर संदेह हो तो हमें बताएं

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी मैसेज या अफवाह पर संदेह है जिसका असर समाज, देश और आप पर हो सकता है तो हमें बताएं। आप हमें नीचे दिए गए किसी भी माध्यम के जरिए जानकारी भेज सकते हैं...

टैग्स

अपनी प्रतिक्रिया दें

No more pages to load

संबंधित लेख

Next pageNext pageNext page

Post saved! You can read it later