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Fact Check: झारखंड में मेला रुकवाने गयी पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी और जनता के बीच हुई मारपीट के वीडियो को कोरोना वैक्सीनेशन से जोड़कर फैलाया जा रहा है झूठ

विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा फर्जी है। असल में यह वीडियो झारखंड के सरायकेला का है, जहां स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों और पुलिसकर्मियों पर भीड़ ने हमला कर दिया था। स्थानीय प्रशासन के अधिकारी और पुलिसकर्मी यहां कोरोना वायरस रेस्ट्रिक्शन्स का पालन न करने पर एक मेले को रुकवाने गए थे।

नई दिल्ली (Vishvas News)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रही है, जिसमें एक बड़े से मैदान में कुछ लोगों के बीच मारपीट होती देखी जा सकती है। वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि एक गांव में लोगों ने कोरोना टेस्ट करने और कोरोना वैक्सीन लगाने आई टीम को मार भगाया। विश्वास न्यूज़ की पड़ताल में दावा फर्जी निकला।

असल में यह वीडियो झारखंड के सरायकेला का है, जहां स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों और पुलिसकर्मियों पर भीड़ ने हमला कर दिया था। स्थानीय प्रशासन के अधिकारी और पुलिसकर्मी यहां कोरोना वायरस रेस्ट्रिक्शन्स का पालन न करने पर एक मेले को रुकवाने गए थे।

क्या है वायरल पोस्ट में?

वायरल वीडियो में एक बड़े से मैदान में कुछ लोगों के बीच मारपीट होती देखी जा सकती है। पोस्ट के साथ दावा किया जा रहा है, “INDIA: Villagers chase out the testing & vaccination squads. They see through the V-fraud!” जिसका हिंदी अनुवाद होता है “भारत में गाँव वालों ने वैक्सीन लगाने आये अधिकारियों को भगाया।”

इस पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकते है।

पड़ताल

जांच के लिए हमने इस वीडियो के कीफ्रेम्स को गूगल रिवर्स इमेज पर ढूंढा। हमें NDTV की एक खबर में इस वीडियो का स्क्रीनशॉट मिला। खबर के मुताबिक, “(अनुवादित) झारखंड के सरायकेला के एक गाँव में स्थानीय प्रशासन के अधिकारी और पुलिसकर्मियों के एक समूह पर भीड़ ने हमला कर दिया। अधिकारी COVID-19 संकट की घातक दूसरी लहर के बीच इस गांव में चल रहे मेले को रुकवाने गए थे।”

हमें इस वीडियो के स्क्रीनशॉट्स के साथ एक खबर news.abplive.com पर भी मिली। इस खबर के अनुसार, “झारखंड के गाँव में मेला बंद करने गए सरकारी अधिकारियों और पुलिसकर्मियों पर भीड़ ने हमला किया।”

झारखंड के सरायकेला में हुई इस घटना पर एक खबर हमें दैनिक जागरण की वेबसाइट पर भी मिली। खबर के अनुसार, “सरायकेला के नीमडीह में मेला बंद कराने पहुंचे थे बीडीओ और थाना प्रभारी, गांव वालों ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा”

इस विषय में पुष्टि के लिए हमने दैनिक जागरण के रांची संवाददाता आरपीएन मिश्रा से संपर्क साधा। उन्होंने कहा, “घटना 23 अप्रैल की है, जब झारखंड के सरायकेला में एक मेला चल रहा था। मेले में कोविड नियमों का उल्लंघन देख सरकारी अधिकारी और पुलिसकर्मी इसे रुकवाने पहुंचे थे, जिसपर गांव वालों ने हमला कर दिया था। ये अधिकारी ब्लॉक डेवलपमेंट अफसर और पुलिसकर्मी थे, कोई वैक्सीन स्क्वॉड नहीं।”

अब बारी थी पर इस पोस्ट को साझा करने वाले फेसबुक यूजर ‘Covid Vax Damage’ के प्रोफाइल को स्कैन करने की। प्रोफाइल को स्कैन करने पर हमने पाया कि इस पेज पर वैक्सीन के खिलाफ बहुत झूठ फैलाया जा रहा है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा फर्जी है। असल में यह वीडियो झारखंड के सरायकेला का है, जहां स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों और पुलिसकर्मियों पर भीड़ ने हमला कर दिया था। स्थानीय प्रशासन के अधिकारी और पुलिसकर्मी यहां कोरोना वायरस रेस्ट्रिक्शन्स का पालन न करने पर एक मेले को रुकवाने गए थे।

  • Claim Review : INDIA: Villagers chase out the testing & vaccination squads. They see through the V-fraud!
  • Claimed By : Covid Vax Damage
  • Fact Check : झूठ
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