वायरल पोस्ट की जांच की। दावा भ्रामक साबित हुआ। जिस ट्रेन के वीडियो को भारत की बताकर वायरल किया जा रहा है,उसका भारत से कोई संबंध नहीं है और वह इंडोनेशिया की ट्रेन का वीडियो है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया में एक ट्रेन का वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें एक लग्जरी ट्रेन को दिखाया गया है। सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स इसे भारतीय रेल के सुधार के नाम पर वायरल कर रहे हैं। कुछ यूजर्स इसे भारतीय ट्रेन समझकर केंद्र सरकार की तारीफ कर रहे हैं। विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की जांच की। दावा भ्रामक साबित हुआ। जिस ट्रेन के वीडियो को भारत की बताकर वायरल किया जा रहा है,उसका भारत से कोई संबंध नहीं है और वह इंडोनेशिया की ट्रेन का वीडियो है।
फेसबुक पेज सत्याग्रह इंडिया ने 17 मार्च को एक ट्रेन के वीडियो को भारत का बताते हुए अपलोड किया। साथ में अंग्रेजी में लिखा, “WorldClassTrains|In a major makeover NaMo & his team have shown a rapid improvement in the #railway #infrastructure & #trains which earlier resembled a third-world country. #Vandebharat #Tejas #GatimaanExpress #BulletTrains #NarendraModi #Satyaagrah”
इसका हिंदी अनुवाद कुछ यूं होगा कि नरेंद्र मोदी और उनकी टीम ने रेलवे के बुनियादी ढांचे और ट्रेनों में तेजी से सुधार करके दिखाया। जो कि पहले तीसरी दुनिया के देश जैसा दिखता था।
वायरल पोस्ट के कंटेंट को यहां ज्यों का त्यों लिखा गया है। इसे सच मानकर दूसरे यूजर्स भी सोशल मीडिया के अन्य प्लेटफार्म पर वायरल कर रहे हैं। पोस्ट का आर्काइव वर्जन यहां देखें।
विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की जांच की शुरुआत शुरूआत वीडियो की स्कैनिंग से की। ट्रेन में दिखाए गए गेट पर हमें एक जगह TUTUP PINTU लिखा हुआ नजर आया। गूगल ओपन सर्च से हमें हिंट मिला कि यह इंडानेशियन शब्द है। इसका मतलब होता है- दरवाज बंद करें। इसके अलावा भी कई इंडोनेशियन शब्द वीडियो में नजर आए।
जांच को आगे बढ़ाते हुए हमने यूट्यूब पर इंडोनेशिया की ट्रेन का वीडियो सर्च करना शुरू किया। हमें कई ऐसे वीडियो मिले, जिसमें इंडिया के नाम से वायरल वीडियो जैसी ट्रेन नजर आई। पांच महीने पहले एक यूट्यूब चैनल पर अपलोड वीडियो में इंडोनेशिया की लग्जरी ट्रेन के बारे में दिखा । इसमें नजर आ रहे दरवाजे, सीट के अलावा कई समानताएं भी नजर आई।
नीचे कोलाज में समानता देख सकते हैं।
गूगल ओपन सर्च के जरिए हमने अलग-अलग कीवर्ड का इस्तेमाल करते हुए खोज को जारी रखा। गूगल ट्रांसलेशन टूल की मदद से कीवर्ड को अंग्रेजी से इंडोनेशिएन भाषा में कन्वर्ट करके सर्च किया। हमें इंडोनेशिया के सार्वजनिक रेलवे ऑपरेटर केरेटा एपी इंडोनेशिया का एक ट्वीट मिला। इसमें इस लग्जरी ट्रेन की कई तस्वीरों के साथ ट्रेन के बारे में बताया गया। हमें इस ट्वीट से पता चला कि यह ट्रेन 26 मई 2019 को लॉन्च की गई थी।
जांच के क्रम में हमने वेस्टर्न रेलवे से जुड़े जन संपर्क अधिकारी प्रदीप शर्मा से संपर्क किया। उनके साथ वायरल वीडियो को शेयर किया। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया, “वायरल वीडियो में नजर आ रही ट्रेन भारतीय नहीं है। यह न तो वंदे भारत है, ना ही तेजस या फिर गतिमान एक्सप्रेस। भारत में सीटिंग अरेंजमेंट में सिंगल सीट किसी भी कोच में नहीं है। इसके अलावा अभी तक भारत में डिब्बे का कलर किसी भी ट्रेन का ऐसा नहीं है। स्टिकर भी भारतीय रेल की गाइडलाइन के अनुसार नहीं है।”
पड़ताल के अंत में भ्रामक पोस्ट करने वाले फेसबुक पेज की जांच की गई। सोशल स्कैनिंग में पता चला कि फेसबुक पेज सत्याग्रह इंडिया को 18 सौ लोग फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष : विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल पोस्ट भ्रामक साबित हुई। जिस वीडियो को भारतीय रेल का बताकर वायरल किया जा रहा है, उसका भारत से कोई संबंध नहीं है और वह इंडोनेशिया की ट्रेन का वीडियो है।
सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्यम से भी सूचना दे सकते हैं।