Fact Check : पंजाब के भाजपा नेता का वीडियो अब यूपी के नाम पर किया गया वायरल

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया पर 20 सेकंड का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें सफेद रंग के कपड़े पहने हुए एक शख्स को पुलिस भीड़ से बचाती हुई दिख रही है। सोशल मीडिया यूजर्स इस वीडियो को उत्तर प्रदेश का बताते हुए दावा कर रहे हैं कि लखीमपुर खीरी में किसानों ने बीजेपी नेता को पीटा। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की तो पता चला कि यह दावा फर्जी है। दरअसल वायरल वीडियो का यूपी से कोई संबंध ही नहीं है। यह वीडियो पंजाब के पटियाला में हुई पुरानी घटना का है। उस दौरान प्रदर्शनकारी किसानों ने कुछ भाजपा नेताओं को बंधक बना लिया था। इन्‍हें पुलिस ने बड़ी मुश्किल से छुड़ाया था। वीडियो उसी वक्‍त का है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर जसीम अहमद ने 7 अक्‍टूबर को एक वीडियो को अपलोड करते हुए दावा किया : ‘लखीमपुर खीरी उत्तर प्रदेश में किसानो ने बीजेपी नेता को पीटा।’

वायरल पोस्‍ट के क्‍लेम को यहां ज्‍यों का त्‍यों लिखा गया है। इसे सच मानकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। इसका आर्काइव वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की सच्‍चाई जानने के लिए सबसे पहले इनविड टूल का सहारा लिया। इस टूल में वायरल वीडियो को अपलोड करके कई कीफ्रेम्‍स निकाले गए। फिर इन्‍हें गूगल रिवर्स इमेज टूल में अपलोड करके सर्च किया गया। वीडियो से लिए गए ग्रैब हमें एक खबर में मिला। जागरण डॉट कॉम पर 12 जुलाई 2021 को पब्लिश एक खबर में बताया गया कि पंजाब में किसानों द्वारा भाजपा नेताओं के विरोध ने हिंसक रूप ले लिया। पटियाला के राजपुरा में किसानों द्वारा भाजपा नेताओं को बंधक बनाने के बाद रातभर भारी तनाव रहा। पुलिस के लिए स्थिति पर काबू पाना बेहद चुनौतीपूर्ण हो गया। इससे राजपुरा जैसे जंग स्‍थल-सा बन गया। पुलिस ने किसानों को हटाने के लिए हल्‍का लाठीचार्ज किया तो प्रदर्शनकारी उग्र हो गए और पथराव करने लगे। कुछ प्रदर्शनकारियों ने पुलिस द्वारा निकाले जाने के दौरान भाजपा नेता भूपेश अग्रवाल पर पत्‍थर भी फेंका। पूरी खबर यहां पढ़ें।

इंडियन एक्‍सप्रेस की वेबसाइट पर 12 जुलाई 2021 को प्रकाशित खबर में भी बताया गया कि पटियाला के राजपुरा में किसानों ने भाजपा नेताओं को एक घर में बंधक बना लिया। पूरी खबर यहां पढ़ें।

पड़ताल के दौरान हमें यूट्यूब पर भी संबंधित वीडियो मिला। 13 जुलाई 2021 को अपलोड एक वीडियो में बताया गया कि राजपुरा में किसानों ने भाजपा नेताओं को बंधक बना लिया था। पुलिस ने बड़ी मुश्किल से नेताओं को छुड़ाया।

जांच के दौरान हमें एएनआई के ट्विटर हैंडल पर एक पुराना ट्वीट मिला। 11 जुलाई 2021 को किए गए इस ट्वीट में चार तस्‍वीरें भी थीं। इन तस्‍वीरों में हमें वही नेता और पुलिसवाले नजर आए, जो वायरल वीडियो में दिख रहे हैं। इस ट्वीट में बताया गया कि पटियाला के राजपुरा में भाजपा नेता भूपेश अग्रवाल और अन्‍य नेताओं पर किसानों ने हमला कर दिया।

विश्‍वास न्‍यूज ने जांच को आगे बढ़ाते हुए दैनिक जागरण डिजिटल, चंडीगढ़ के उप समाचार संपादक कमलेश भट्ट से संपर्क किया। उनके साथ वायरल वीडियो को शेयर किया। उन्‍होंने बताया कि यह वीडियो पटियाला में हुई एक पुरानी घटना का है। यह वीडियो पुराना है।

पड़ताल के अंत में फर्जी पोस्‍ट करने वाले यूजर की जांच की। पता चला कि फेसबुक यूजर जसीम अहमद बिहार का रहने वाला है। इसके अकाउंट को एक हजार से ज्‍यादा लोग फॉलो करते हैं।

निष्‍कर्ष : उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में किसानों ने बीजेपी नेता को पीटा के नाम से वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में पता चला कि वायरल वीडियो जुलाई 2021 का है। उस वक्‍त पटियाला में प्रदर्शनकारी किसानों ने कुछ भाजपा नेताओं को बंधक बना लिया था।

Misleading
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